Delhi Assembly Election 2020: आम आदमी पार्टी पर दिखने लगा 'PK' के कैंपेन का असर
Delhi Assembly Election 2020 आइ-पैक ने विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के लिए रणनीति बनाने के लिए काम करना शुरू कर दिया है।
नई दिल्ली, जागरण संवाददाता। आगामी विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) के चुनावी अभियान की कमान प्रशांत किशोर उर्फ पीके की कंपनी इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी (आइ-पैक) के पास चली गई है। आइ-पैक ने विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी के लिए रणनीति बनाने के लिए काम करना शुरू कर दिया है। इस कार्य के लिए देश के अलग अलग क्षेत्रों में काम कर रहे 45 युवाओं की टीम पहले चरण में दिल्ली पहुंच गई है। टीम ने पार्टी मुख्यालय पहुंचकर काम करना भी शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि ‘अच्छे बीते पांच साल, लगे रहो केजरीवाल’ नारा तैयार करने में भी इस टीम ने भू्मिका निभाई है।
यहां बता दें कि इंडियन पॉलिटिकल एक्शन कमेटी बेहतर चुनाव प्रबंधन के लिए जानी जाती है। प्रशांत किशोर की कंपनी पर्दे के पीछे रह कर राजनीतिक दलों के लिए चुनाव प्रबंधन का काम करती है। अपने आठ साल के चुनावी प्रबंधन के दौरान 90 फीसद से अधिक सफलता हासिल करने वाले प्रशांत किशोर ने बेहद कम समय में बड़ी कामयाबी का सफर तय किया है। फिलहाल प्रशांत किशोर के लिए अगले साल होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में अर¨वद केजरीवाल को सत्ता में वापसी कराने की चुनौती है।
आम आदमी पार्टी (Aam Aadmi Party) ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में औपचारिक तौर पर 2020 विधानसभा चुनाव अभियान लांच कर दिया। पार्टी ने ‘अच्छे बीते 5 साल, लगे रहो केजरीवाल’ के नारे के साथ विधानसभा चुनाव का बिगुल फूंक दिया। अगले दो दिनों में पार्टी इस नारे के साथ सभी 70 विधानसभा क्षेत्रों में पदयात्र करेगी। इस नारे को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा।
डीडीयू मार्ग स्थित पार्टी मुख्यालय में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने चुनाव प्रचार अभियान का नारा लांच करने के दौरान कहा कि जब हम जनता के बीच जा रहे हैं, तो हर तरफ से यही कहा जा रहा है कि पांच साल बहुत अच्छे बीते। पांच साल में शिक्षा बहुत अच्छी हो गई। सरकारी स्कूल बहुत अच्छे हो गए। प्राइवेट स्कूलों में फीस नहीं बढ़ी। 24 घंटे बिजली मिलने लगी, नहीं तो पॉवर कट की वजह से लोगों की जिंदगी जनरेटर व इनवर्टर पर गुजर रही थी। जिन इलाकों में लोग टैंकर माफिया के बीच पिस रहे थे पांच साल में उनसे आजादी मिल गई। बिजली देश में सबसे सस्ती हो गई। लगभग 70 फीसद घरों में बिजली के बिल नहीं आ रहे हैं। डोर स्टेप डिलीवरी, बुजुर्गों की तीर्थ यात्र से लेकर मोहल्ला क्लीनिक तक के काम को देख कर लोग कह रहे हैं कि पांच साल बहुत अच्छा बीता है।
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली की जनता चाहती है कि अरविंद केजरीवाल अगले पांच साल तक भी मुख्यमंत्री बने रहें। सिसोदिया ने कहा कि ऐसा बहुत कम होता है कि पांच साल की सरकार के बाद कोई नेता या मंत्री जनता के बीच जाए और चुनाव से ठीक पहले पूछे कि आप बताओ कि हमने क्या-क्या काम किए। आम तौर पर यही होता है कि चुनाव से ठीक पहले लोगों के बीच नेता जाकर पांच या दस मिनट का भाषण देकर कहता है कि हमने बहुत काम किया, इसलिए हमे वोट दो। हमने पिछले दिनों जो जनसंवाद किए, उनमें जनता से जाकर हमने पूछा कि आप बताओ की क्या काम हुआ और जनता ने हर सभा में कहा कि ‘अच्छे बीते पांच साल, लगे रहो केजरीवाल’। हर जगह से यह नारा निकल कर आ रहा है। सिसोदिया ने कहा कि पार्टी ने फैसला किया है कि ‘अच्छे बीते पांच साल, लगे रहो केजरीवाल’ अभियान के तहत 70 विधानसभा क्षेत्रों में 21 व 22 दिसंबर को पद यात्र निकाली जाएगी। अलग-अलग वार्ड में पद यात्रएं होंगी और उसके बाद मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल 24 दिसंबर को सरकार के पांच साल के काम का रिपोर्ट कार्ड लॉंच करेंगे। 25 दिसंबर से आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता उस रिपोर्ट को लेकर घर-घर जाएंगे। दिल्ली के सभी विधानसभा क्षेत्रों में करीब 35 लाख घरों तक रिपोर्ट लेकर जाया जाएगा। इसके अलावा सभी विधानसभा क्षेत्रों में विधायक व नेता 10 से 15 दिन के अंदर 700 मोहल्ला सभाएं करेंगे। वरिष्ठ नेताओं द्वारा 7 बड़े कार्यक्रम किए जाएंगे। सिसोदिया ने कहा कि मुङो उम्मीद है कि जनता काम के नाम पर फिर से हमें वोट देगी।
पार्टी का चुनाव अभियान लॉंच किए जाने के मौके पर विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के दिल्ली प्रभारी व राज्यसभा सदस्य संजय सिंह, दिल्ली संयोजक गोपाल राय, कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन, इमरान हुसैन व राजेंद्र पाल गौतम सहित पार्टी से सांसद, विधायक व पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी और प्रमुख कार्यकर्ता मौजूद थे।
सुभाष चोपड़ा ने तंज कसा
उन्होंने कहा है कि इस समय नागरिकता संशोधन कानून के मुद्दे पर दिल्ली सुलग रही है, जगह-जगह ¨हसा हो रही है, जबकि मुख्यमंत्री अर¨वद केजरीवाल अपने चुनाव अभियान की तैयारी में लगे हैं। इससे तो लगता है कि उन्हें केवल सत्ता से मोह है, दिल्ली की जनता से नहीं।