Delhi Election 2020 : कांग्रेस में शामिल होने के चंद घंटों बाद मिला पूर्व पीएम के पोते को टिकट
Delhi Election 2020 आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक आदर्श शास्त्री कांग्रेस कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। टिकट नहीं मिलने से वह नाराज चल रहे थे।
नई दिल्ली [संजीव गुप्ता]। Delhi Assembly Election 2020: पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के पोते आदर्श शास्त्री को कांग्रेस ने द्वारका से टिकट दिया है। वह इसी सीट से 2015 में चुनाव आम आदमी पार्टी के टिकट पर जीते थे। टिकट नहीं मिलने के बाद उन्होंने पार्टी छो़ड़ दी थी।
उम्मीदवारों की सूची जारी होने से पहले द्वारका से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक आदर्श शास्त्री ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया । प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा उन्हें पार्टी की सदस्यता दिलाई। आदर्श शास्त्री टिकट नहीं मिलने की वजह से आप से नाराज चल रहे थे।
कांग्रेस में शामिल होने के बाद आदर्श शास्त्री ने कहा कि बहुत कुछ सोचकर आम आदमी पार्टी में शामिल हुआ था, लेकिन यहां भ्रष्टाचार देखकर मन क्षुब्ध हुआ। उन्होंने सीएम केजरीवाल को तानाशाह करार दिया।
टिकट बेचने का लगाया आरोप
आदर्श शास्त्री ने कहा कि केजरीवाल विधायकों को मिलने का समय नहीं देते। ऐसे में कोई भी अपना स्वाभिमान बेचकर वहां नहीं रह सकता। वह ईमानदारी का ढोंग करते हैं। जिस महाबल मिश्रा को 70 हजार वोट से हराया था, उसी के बेटे को 10 करोड़ में टिकट बेच दिया। विधानसभा चुनाव से पहले एमसीडी चुनाव में भी टिकटें बेची गई थीं।
आदर्श शास्त्री ने कहा कि केजरीवाल केवल वोट बैंक की राजनीति करते हैं। एनआरसी और सीएए के मुद्दे पर भी इसीलिए चुप रहे। आम आदमी पार्टी में विधायकों को डरा कर रखा जाता है। उन्होंने आप के दो राज्यसभा सदस्यों पर टिकट बेचने का आरोप भी लगाया है। उन्होंने कहा कि द्वारका में इस बार ईमानदारी और बेईमानी का चुनाव होगा।
आदर्श शास्त्री ने दर्ज की थी बड़ी जीत
साल 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में आदर्श शास्त्री ने कांग्रेस नेता महाबल मिश्रा को करीब 70 हजार वोटों से हराया था। टिकट कटने के बाद उन्होंने कहा था कि पार्टी बताए उनका टिकट क्यों काटा गया। टिकट कटने के बाद आदर्श शास्त्री ने अन्ना आंदोलन के वक्त को याद करते हुए कुछ दिल की बातों को भी शेयर किया था। उन्होंने कहा था कि वह एक बड़ी कंपनी में डेढ़ करोड़ रुपये सालाना के पैकेज को छोड़कर आम आदमी पार्टी में शामिल हुए थे।