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राजनांदगांव और खुज्जी में अब तक सफल नहीं हुई महिलाएं

खुज्जी विधानसभा का अस्तित्व 1972 से है। उसके बाद से अब तक हुए 10 चुनाव हो चुके हैं।

By Sandeep ChoureyEdited By: Published: Tue, 30 Oct 2018 11:15 AM (IST)Updated: Tue, 30 Oct 2018 11:15 AM (IST)
राजनांदगांव और खुज्जी में अब तक सफल नहीं हुई महिलाएं
राजनांदगांव और खुज्जी में अब तक सफल नहीं हुई महिलाएं

राजनांदगांव। जिले में वैसे तो अलग-अलग क्षेत्रों से कुल नौ बार महिला विधायक चुनीं जा चुकी हंै, लेकिन राजनांदगांव और खुज्जी दो ऐसे विधानसभा क्षेत्र हैं जहां से एक बार भी महिला विधायक नहीं चुनीं जा सकीं हैं। खैरागढ़ और डोंगरगांव सीटों पर क्रमश: चार और तीन बार महिला विधायक रहीं हैं। डोंगरगढ़ और मोहला-मानपुर से एक- एक बार महिला एमएलए चुनीं गईं हैं। खास बात यह है कि इस दफे राजनांदगांव और खुज्जी सीट पर दो-दो महिला प्रत्याशी मैदान में हैं।

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कांग्रेस ने दोनों जगह महिलाओं पर दांव लगाया है। राजनांदगांव विधानसभा का पहला चुनाव 1962 में हुआ था। तब से अब तक हुए 12 में से एक भी चुनाव में कोई महिला विधायक नहीं बनीं। भाग्य आजमाने में महिलाएं पीछे नहीं रहीं, लेकिन वे सफल नहीं हो सकीं।

इस दफे कांग्रेस ने लगातार दूसरी बार महिला प्रत्याशी करूणा शुक्ला को मैदान में उतारा है। पिछली बार अलका मुदलियार कांग्रेस की प्रत्याशी थीं। इस सीट पर भाजपा की तरफ से कभी कोई महिला प्रत्याशी नहीं उतारीं गई हैं। निर्दलीयों के रूप में जरूर महिलाएं मैदान में उतरतीं रहीं हैं।

लड़ीं पर जीत नहीं सकीं
खुज्जी विधानसभा का अस्तित्व 1972 से है। उसके बाद से अब तक हुए 10 चुनाव हो चुके हैं। 2008 के चुनाव में भाजपा ने जमुनादेवी ठाकुर के रूप में नए चेहरे पर दांव लगाकर अपने पूर्व मंत्री रजिंदरपाल भाटिया का टिकट काटा था, लेकिन पार्टी का यह प्रयोग फेल हो गया। इस बार वहां से दो महिलाएं चुनाव मैदान में हैं। छन्नी चंदू साहू कांग्रेस प्रत्याशीं हैं और अनिता सिन्हा पिछड़ा समाज पार्टी यूनाइटेड की तरफ से चुनाव लड़ रहीं हैं।

इस बार कुल आठ महिलाएं
अभी हो रहे विधानसभा चुनाव में छह सीटों पर कुल आठ महिला प्रत्याशी भाग्य आजमा रहीं हैं। इनमें राजनांदगांव और मोहला-मानपुर में दो-दो महिलाएं हैं। कांग्रेस ने करूणा शुक्ला को उतारा है तो रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से प्रतीमा वासनिक मैदान में हैं। मोहला-मानपुर में भाजपा ने कंचनमाला भूआर्य को उतारा है तो बसपा से जिला पंचायत सदस्य खगेश ठाकुर भी चुनौती के लिए तैयार हैं। भाजपा ने डोंगरगढ़ से सरोजनी बंजारे को दूसरी बार मौका देकर फिर से महिला पर दांव लगाया है। डोंगरगांव से आम आदमी पार्टी ने चन्द्रमणी वर्मा को प्रत्याशी बनाया है।

सर्वाधिक चार बार खैरागढ़ में
जिले में अब तक हुए विधानसभा के चुनावों में सर्वाधिक चार बार महिला विधायक खैरागढ़ सीट से चुनीं गईं हैं। इसमें चारों बार रानी रश्मिदेवी सिंह ही विधायक रहीं हैं। इसके बाद नंबर आता है डोंगरगांव का जहां से तीन बार गीतादेवी सिंह एमएलए रहीं। वह वहां से तीन बार चुनीं गई। इसके अलावा डोंगरगढ़ से 2013 में सरोजनी बंजारे और 2013 में ही मोहला-मानपुर से तेजकुंवर नेताम विधायक रहीं।

जिले में महिला विधायक
साल क्षेत्र विधायक
1980 खैरागढ़ रश्मिदेवी सिंह
1985 खैरागढ़ रश्मिदेवी सिंह
1990 खैरागढ़ रश्मिदेवी सिंह
1990 डोंगरगांव गीतादेवी सिंह
1993 डोंगरगांव गीतादेवी सिंह
1993 खैरागढ़ रश्मिदेवी सिंह
1998 डोंगरगांव गीतादेवी सिंह
2013 डोंगरगढ़ सरोजनी बंजारे
2013 मोहला-मानपुर तेजकुंवर नेताम


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