चुनाव लड़ने के लिए जनता से ही मांग रहे चंदा
कांग्रेस नेताओं ने बताया कि लोगों से आर्थिक सहयोग लेने के संबंध में अब तक पार्टी ने कोई निर्णय नहीं किया है।
महासमुंद। चुनाव मैदान में कूदने वाले प्रत्याशी और पार्टी को चुनाव खर्च की बड़ी चिंता है। कई संपन्न् व्यक्ति चुनाव लड़ने की दौड़ में हैं, तो कई मध्यम व कम आय वर्गीय व्यक्ति भी चुनाव लड़ने के लिए लगे हुए हैं। निर्वाचन आयोग ने इस बार चुनाव में खर्च की अधिकतम सीमा 28 लाख स्र्पये निर्धारित की है। पार्टी से टिकट लेकर प्रत्याशी अब जनता से ही सहयोग राशि ले रहे हैं।
चुनाव खर्च जुटाने के लिए आम आदमी पार्टी ने कटोरा अभियान छेड़ा है। जबकि भाजपा ने भी इसके लिए राष्ट्रीय अभियान छेड़ रखा है। प्रदेश संगठन मंत्री शंकर अग्रवाल ने बताया कि पार्टी की ओर से प्रिंटेड कूपन दिया गया है। इसमें न्यूनतम 50 रुपये से लेकर अधिकतम दो हजार रुपये तक के कूपन हैं।
निर्दलीय विधायक डॉ विमल चोपड़ा ने बताया कि चुनाव में झंडा, बैनर आदि पर खर्च तो होता है। इसके लिए जनता से सहयोग लेने या नहीं लेने पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं हुआ है। उन्होंने स्पष्ट किया कि वे किसी भी अधिकारी, बड़े उद्योगपति, बड़े ठेकेदार से आर्थिक सहयोग नहीं लेंगे। कांग्रेस नेताओं ने बताया कि लोगों से आर्थिक सहयोग लेने के संबंध में अब तक पार्टी ने कोई निर्णय नहीं किया है।
- प्रदेश कार्यालय से रसीद प्राप्त हुई है। एक विधानसभा से 25 लाख स्र्पये आर्थिक सहयोग जुटाने का लक्ष्य है। - इंद्रजीत सिंह गोल्डी, जिलाध्यक्ष, भाजपा महासमुंद
- आप के पास चुनाव लड़ने के लिए फंड नहीं है। हम जनता से मांग कर, उन्हीं के पैसे से चुनाव लड़ेंगे। जनता का वोट और जनता से नोट दोनों हमें चाहिए। - भूपेंद्र चंद्राकर, चुनाव संचालक आम आदमी पार्टी महासमुंद
चुनाव लड़ने के लिए फिलहाल हमने लोगों से आर्थिक सहयोग नहीं लिया है। - डॉ विमल चोपड़ा, निर्दलीय विधायक
चुनाव लड़ने के लिए लोगों से आर्थिक सहयोग लेने पर पार्टी के वरिष्ट नेताओं ने कोई निर्देश नहीं दिया है। - जसबीर ढिल्लो, ब्लाक अध्यक्ष कांग्रेस महासमुंद