CG में अब बूथ मैनेजमेंट पर दलों का जोर, दिग्गजों ने बस्तर में डाला डेरा
छत्तीसगढ़ में भाजपा पहले चरण में बस्तर की 12 में से 12 सीट फतह करने के लिए बूथ मैनेजमेंट के आखिरी दौर में पहुंच गई है।
रायपुर। छत्तीसगढ़ के सियासी समर का पहला मुकाबला 18 सीटों पर 12 नवंबर को होना है। प्रचार के बीच दलों का फोकस अब बूथ मैनेजमेंट पर है। दिवाली में जब प्रचार कमजोर पड़ रहा है, तो दिग्गज नेता खासतौर पर बस्तर की 12 सीटों के बूथ मैनेजमेंट पर उतर गए हैं।
भाजपा के राष्ट्रीय सहसंगठन महामंत्री सौदान चार दिन बूथ मैनेजमेंट परखेंगे। तो कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया और प्रदेश अध्यक्ष भूपेश बघेल भी मोर्चे पर उतर गए हैं। वहीं जकांछ-बसपा गठबंधन का फोकस पन्ना प्रभारी पर है। आप में नेता भी हर सीट पर उम्मीदवारों की तैयारियों को मजबूत करने में जुटे हैं।
सत्ता की चौथी पारी के लिए परीक्षा से पहले रिवीजन कर रही भाजपा
छत्तीसगढ़ में भाजपा पहले चरण में बस्तर की 12 में से 12 सीट फतह करने के लिए बूथ मैनेजमेंट के आखिरी दौर में पहुंच गई है। पिछले छह महीने की कवायद को अब फाइनल रूप दिया जा रहा है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से लेकर संगठन के आला नेताओं ने कार्यकर्ताओं को जो बूथ मैनेजमेंट का पाठ पढ़ाया था, अब उसकी परीक्षा होने वाली है।
ऐसे में 12 नवंबर से पहले राष्ट्रीय सहसंगठन महामंत्री सौदान सिंह एक बार फिर कार्यकर्ताओं को रिविजन कराने पहुंचे हैं। सौदान चार दिन में 12 विधानसभा के बूथ स्ट्रक्चर की समीक्षा करेंगे। जहां कमजोरी होगी, उसे दूर करने का उपाय बताएंगे और सत्ता की चौथी पारी के लिए बस्तर की परीक्षा को पास करने की तैयारी को अमलीजामा पहनाएंगे। बूथ मैनेजमेंट के साथ भाजपा के आला नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा की तैयारी भी कर रहे हैं। मोदी नौ नवंबर को बस्तर में सभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद भाजपा के कार्यकर्ता चुनावी रण में निकल पड़ेंगे।
कांग्रेस के आला नेता जनसंपर्क के साथ बूथ मैनेजमेंट भी साध रहे
कांग्रेस प्रचार के साथ बूथ मैनेजमेंट में भी लगी है। पार्टी के वरिष्ठ नेता सभा और जनसंपर्क के साथ कार्यकर्ताओं की बैठक भी ले रहे हैं, ताकि पार्टी के प्रत्याशी कहीं से भी कमजोर न हों। बूथ कमेटियों को एक-एक मतदाता तक पहुंचने और मतदाताओं को पोलिंग बूथ तक जाने की जिम्मेदारी दी जा रही है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं और स्टार प्रचारकों ने अभी बस्तर संभाग की 12 और राजनांदगांव जिले की छह विधानसभा सीटों को फोकस कर रखा है। अभी जितने भी बाहरी स्टार प्रचारक आ रहे हैं, उन सभी को इन्हीं सीटों पर सभा करने के लिए भेजा जा रहा है।
दूसरी तरफ, स्थानीय स्टार प्रचारक पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल और नेता-प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव भी लगातार बस्तर और राजनांदगांव सीटों का दौरा कर रहे हैं। सिंहदेव राजनांदगांव जिले की खुज्जी विधानसभा के चौकी नगर पंचायत में सभी करेंगे। इसी तरह प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने भी राजनांदगांव का दौरा करके प्रत्याशियों, नेताओं और कार्यकर्ताओं की बैठक ली है। दिवाली के बाद बूथ मैनेजमेंट और प्रचार दोनों में तेजी आएगी।
12 सीट पर गठबंधन और आप ठोंक रहे ताल
बस्तर में पहली बार आम आदमी पार्टी औ जकांछ-बसपा गठबंधन सभी 12 सीट पर चुनाव लड़ रहे हैं। जकांछ का फोकस पन्ना प्रभारियों पर है। यहां पार्टी ने हर बूथ पर पन्ना प्रभारी तय किए हैं। वहीं बसपा को अपने कैडर वोट पर भरोसा है। जबकि आप नए मतदाताओं को जोड़ने और दिल्ली की तर्ज पर चुनाव कैंपेन करके बाजी मारने की फिराक में है। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल डिजिटल प्रचार करके बस्तर में माहौल बनाएंगे।