Move to Jagran APP

अगर मध्य प्रदेश का ये फॉर्मूला छत्तीसगढ़ में अपनाया तो दिग्गजों का पत्ता साफ

कांग्रेस की प्रदेश चुनाव प्रचार समिति ने खर्च बचाने के लिए सोशल मीडिया को ही सबसे बड़ा प्रचार माध्यम बनाने की रणनीति तैयार की है।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Published: Wed, 05 Sep 2018 06:36 PM (IST)Updated: Wed, 05 Sep 2018 06:36 PM (IST)
अगर मध्य प्रदेश का ये फॉर्मूला छत्तीसगढ़ में अपनाया तो दिग्गजों का पत्ता साफ
अगर मध्य प्रदेश का ये फॉर्मूला छत्तीसगढ़ में अपनाया तो दिग्गजों का पत्ता साफ

अनुज सक्सेना, रायपुर। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी का सोशल मीडिया फॉर्मूला छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी ने अपनाया तो मुख्यमंत्री पद के दावेदार सहित कई नेताओं का ही टिकट कटना तय है। दरअसल, दो-तीन को छोड़कर ज्यादातर वरिष्ठ नेता सोशल मीडिया में फिसड्डी हैं। किसी का फेसबुक पेज नहीं बना है तो कोई ट्विटर पर नहीं है। जबकि, प्रदेश चुनाव प्रचार समिति ने खर्च बचाने के लिए सोशल मीडिया को ही सबसे बड़ा प्रचार माध्यम बनाने की रणनीति तैयार की है।

loksabha election banner

गौरतलब है कि मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी टिकट के दावेदारों का आकलन सोशल मीडिया में सक्रियता से भी कर रही है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी को भी पता है कि चुनावी द्वंद सोशल मीडिया पर छिड़ चुका है। न केवल भाजपा और कांग्रेस, बल्कि क्षेत्रीय दल भी सोशल मीडिया पर एक-दूसरे पर हमला कर रहे हैं। चुनाव जैसे-जैसे नजदीक आएगा, वैसे-वैसे सोशल मीडिया पर वार बढ़ता जाएगा।

छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी ने अपने कार्यालय में वार रूम तो बना लिया है, लेकिन वहां भी सोशल मीडिया की टीम सक्रिय नहीं हो पाई है। अभी सोशल मीडिया वार की कमान पार्टी के पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल, नेता-प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव ही संभालकर रखी है। चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष डॉ. चरणदास महंत उक्त दोनों नेताओं के पीछे हैं।

मुख्यमंत्री पद के दावेदारों में सांसद ताम्रध्वज साहू, पूर्व पीसीसी अध्यक्ष धनेंद्र साहू, पूर्व नेता-प्रतिपक्ष रविंद्र चौबे और विधायक सत्यनारायण शर्मा भी हैं, लेकिन इन नेताओं की सक्रियता सोशल मीडिया में कमजोर है। शर्मा तो केवल ट्विटर पर उपस्थिति दर्ज करा रहे हैं। इन वरिष्ठ नेताओं की तुलना में युवा नेता कहीं आगे हैं। मध्य प्रदेश कांग्रेस का फॉर्मूला लागू हुआ तो युवा नेता टिकट ले जाएंगे और वरिष्ठ नेता देखते रहेंगे।

मध्य प्रदेश में दावेदारों के लिए सोशल मीडिया की अनिवार्य योग्यता

- फेसबुक पेज होना चाहिए।

- ट्विटर अकाउंट हो।

- व्हाट्सएप पर सक्रियता।

- फेसबुक पेज पर 10 हजार लाइक्स।

- ट्विटर पर 5000 फालोवर।

- बूथ के लोगों का व्हाट्सएप गु्रप हो।

- मध्य प्रदेश कांग्रेस के ट्वीट पर रिट्वीट व लाइक।

छत्तीसगढ़ में कांग्रेसी नेताओं की स्थिति

भूपेश बघेल-

फेसबुक फालोवर- 168983

फेसबुक लाइक-168583

ट्विटर फालोवर-17700

टीएस सिंहदेव-

फेसबुक फालोवर-151641

फेसबुक लाइक- 151253

ट्विटर फालोवर-16500

डॉ. चरणदास महंत

फेसबुक फालोवर-110780

फेसबुक लाइक-110717

ट्विटर फालोवर-3180

धनेंद्र साहू

फेसबुक फालोवर-7683

फेसबुक लाइक-7573

ट्विटर फालोवर-

रविंद्र चौबे

फेसबुक फालोवर-5344

फेसबुक लाइक-5292

ट्विटर फालोवर-

ताम्रध्वज साहू

फेसबुक फालोवर-5150

फेसबुक लाइक-5122

ट्विटर फालोवर-

सत्यनारायण शर्मा

फेसबुक फालोवर-

फेसबुक लाइक-

ट्विटर फालोवर-26

'मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी ने सोशल मीडिया के लिए दिशा-निर्देश जारी किया है, वैसा कोई निर्देश छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी की तरफ से नहीं आया है। यहां शक्ति एप को कांग्रेस अपना हथियार बनाएगी। दो लाख से अधिक कार्यकर्ता शक्ति एप से जुड़े हैं, जिन्हें पार्टी हाई कमान के निर्देश और मार्गदर्शन सीधे मिल रहे हैं।'

-शैलेश नितिन त्रिवेदी, कांग्रेस प्रदेश महामंत्री, छत्तीसगढ़


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.