विधानसभा चुनाव के पैटर्न पर लोकसभा चुनाव लड़ेगी कांग्रेस, अब मोदी पर सीधा हमला
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया और मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपस्थिति में प्रदेश कमेटी ने बनाई रणनीति।
रायपुर। विधानसभा चुनाव में जिस पैटर्न ने कांग्रेस को बंपर जीत दिलाई है, उसी पैटर्न पर पार्टी लोकसभा चुनाव भी लड़ेगी। मतलब, लोकसभा चुनाव में भी कार्यकर्ताओं की भूमिका महत्वपूर्ण रहेगी। विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने लगातार भाजपा सरकार के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह पर हमला बोला, तो अब लोकसभा चुनाव में सीधे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ आक्रामक तरीके से हमला किया जाएगा।
मंगलवार को मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह के बाद राजीव भवन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, डॉ. चंदन यादव, मंत्री टीएस सिंहदेव, ताम्रध्वज साहू, रविंद्र चौबे, कवासी लखमा, शिवकुमार डहरिया, डॉ. प्रेमसाय सिंह, प्रदेश कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, प्रदेश महामंत्री गिरिश देवांगन, शैलेश नितिन त्रिवेदी, उपाध्यक्ष और कार्यकारिणी सदस्यों की बैठक हुई। इसमें दो प्रस्ताव पास हुआ। इसमें पहला प्रशिक्षण शिविर लगाना और दूसरा प्रत्याशी चयन में कार्यकर्ताओं की भागीदारी तय करना है। लोकसभा चुनाव जिताने की जिम्मेदारी भी कार्यकर्ताओं की दी जाएगी।
इसके लिए हर विधानसभा क्षेत्र में प्रशिक्षण शिविर आयोजित किए जाएंगे, जिसमें कार्यकर्ताओं को यह बताया जाएगा कि जनता के बीच जाकर किन मुद्दों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरना है। यह भी बताया जाएगा कि जिन राज्यों में कांग्रेस की सरकार है, वहां जनहित के फैसले किस तरह से लिए जा रहे हैं और जब केंद्र में भी कांग्रेस की सरकार बनेगी, तो उसका कैसे फायदा होगा?
दूसरे फैसले के अनुसार विधानसभा चुनाव की तरह पार्टी के हर कार्यकर्ताओं को चुनाव लड़ने के लिए दावेदारी का मौका दिया जाएगा। दावेदारों का नाम आने के बाद कार्यकर्ताओं से उनका फीडबैक लिया जाएगा। उसके बाद प्रत्याशियों का नाम तय होगा। प्रदेश कमेटी की बैठक के बाद जिलाध्यक्षों, प्रदेश संयुक्त महामंत्री, सचिव, संयुक्त सचिव स्थायी व विशेष आमंत्रित सदस्यों की बैठक ली गई। उन्हें लोकसभा चुनाव की रणनीति बताई गई।
मतदाताओं का नाम जुड़वाएगी कांग्रेस
मतदाता पुनरीक्षण का काम बुधवार से शुरू हो रहा है। पार्टी ने हर बूथ कमेटी को निर्देश दिया है कि जिन लोगों का नाम छूट गया है, उनका मतदाता सूची में नाम जुड़वाया जाए। नए मतदाता खोजे जाएं, तो पहली बार वोट देने के लिए तैयार हैं, उनका भी नाम जुड़वाया जाएगा।
हर बूथ, जोन, सेक्टर, ब्लॉक की होगी समीक्षा
प्रदेश महामंत्री गिरिश देवांगन ने बताया कि विधानसभा चुनाव के नतीजे के आधार पर हर बूथ, जोन, सेक्टर और ब्लॉक के पदाधिकारियों के काम की समीक्षा होगी। जहां भी कमजोर प्रदर्शन पाया जाएगा, वहां पदाधिकारी या कमेटी को बदला भी जा सकता है।