कांग्रेस ने पांच विधायकों का काटा टिकट, 38 नए चेहरों पर लगाया दांव
जोगी बार-बार कहते रहे कि रेणु उनकी पत्नी है, इसलिए समय पर उनके साथ आ जाएंगी।
रायपुर । छत्तीसगढ़ में 15 साल के वनवास को खत्म करने के लिए कांग्रेस ने पांच विधायकों का टिकट काट दिया है। पार्टी ने 90 विधानसभा क्षेत्रों में अपने 30 विधायकों को फिर से मैदान में उतारा है। पार्टी छोड़कर गए विधायक रामदयाल उइके, आरके राय, सियाराम कौशिक और निष्कासित विधायक अमित जोगी की सीट पर नए उम्मीदवारों को मौका दिया गया है।
वहीं, 38 नए चेहरों पर दांव लगाया है। भाजपा ने 14 महिला उम्मीदवार उतारे हैं तो कांग्रेस 12 महिला उम्मीदवार ही उतार पाई है। एक-एक सीट में प्रत्याशी तय करने में आला नेताओं के बीच भारी खींचतान की स्थिति रही।
बस्तर संभाग में अभी कांग्रेस के पास आठ और भाजपा के पास चार सीट है। कांग्रेस ने यहां अपने एक विधायक शंकर धु्रवा को टिकट काटकर रिटायर्ड आइएएस शिशुपाल सोरी को उतारा है, जो कि पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। सोरी अदिवासी कांग्रेस प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष रह चुके हैं।
यहां केवल एक सीट दंतेवाड़ा में विधायक देवती कर्मा के लिए उनके ही पुत्र छबिंद्र कर्मा बगावत कर रहे थे, लेकिन उन्हें भी पार्टी मनाने में सफल रही। सरगुजा संभाग की 14 सीटों में अभी कांग्रेस और भाजपा के पास सात-सात सीटें हैं।
यहां कांग्रेस टिकट वितरण में पूरी तरह से नेता-प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव का ही चला। उन्होंने दो विधायक चिंमामणी महाराज और डॉ. प्रीतम राम की सीट बदलवा दी, लेकिन कांग्रेस के किसी भी विधायक का टिकट नहीं कटने दिया।
बिलासपुर संभाग में केवल एक कोटा विधायक डॉ. रेणु जोगी का टिकट काटा, क्योंकि पति अजीत जोगी के बयानों के कारण रेणु जोगी पार्टी के संदेह के दायरे में आ गई थीं। जोगी बार-बार कहते रहे कि रेणु उनकी पत्नी है, इसलिए समय पर उनके साथ आ जाएंगी।
कांग्रेस ने इस संभाग के किसी और विधायक का टिकट नहीं काटा है। राज्य बनने के बाद पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. चरणदास महंत पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। उन्हें सक्ती से प्रत्याशी बनाया गया है।
रायपुर संभाग में चार विधायक, किसी का नहीं काटा टिकट
रायपुर संभाग की 20 सीटों में से केवल चार में कांग्रेस का कब्जा है। यहां कांग्रेस ने अपने किसी भी विधायक का टिकट नहीं काटा है। अभनपुर सीट में फिर से विधायक को टिकट देने पर जनपद सभापति टिकेंद्र सिंह ठाकुर ने नाराज होकर पार्टी छोड़ दी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के टिकट से नामांकन पर्चा दाखिल कर दिया। वहीं, पैराशूट लैंडिंग को लेकर आरंग सीट में डॉ. शिवकुमार डहरिया का विरोध जरूर हुआ, लेकिन विरोधी जल्द ही शांत हो गए।
दुर्ग संभाग में तीन विधायकों का काटा टिकट
दुर्ग संभाग में कांग्रेस ने सबसे ज्यादा तीन विधायकों का टिकट काट दिया। खुज्जी के भोलाराम साहू, मोहला मानपुर की तेजकुंवर नेताम और संजारी बालोद से भैयाराम सिन्हा का टिकट काटा गया है, लेकिन सिन्हा की पत्नी को टिकट देकर उन्हें संतुष्ट किया गया है। बाकी दो विधायकों वाली सीटों पर नए चेहरों को उतारा है। खुज्जी से छन्नी साहू और मोहला मानपुर से इंद्रशाह मंडावी प्रत्याशी बनाए गए हैं। दोनों जिला पंचायत सदस्य हैं।
इन विधायकों का टिकट काटा
कांकेर से शंकर धु्रवा, खुज्जी से भोलाराम साहू, मोहला मानपुर से तेजकुंवर नेताम, संजारी बालोद से भैयाराम सिन्हा, कोटा से डॉ. रेणु जोगी।
30 विधायक टिकट बचाने में सफल
मनोज मंडावी, संतराम नेताम, मोहनलाल मरकाम, लखेश्वर बघेल, दीपक बैज, देवती कर्मा, कवासी लखमा, चिंतामणी महाराज, डॉ. प्रीतम राज, मोतीलाल देवांगन, जनकराम वर्मा, अनिला भेड़िया, खेलसाय सिंह, पारसनाथ राजवाड़े, बृहस्पति सिंह, टीएस सिंहदेव, अमरजीत भगत, उमेश पटेल, लालजीत सिंह राठिया, श्यामलाल कंवर, जयसिंह अग्रवाल, दिलीप लहरिया, चुन्नीलाल साहू, सत्यनारायण शर्मा, धनेंद्र साहू, भूपेश बघेल, अस्र्ण वोरा, गिरवर जंघेल, दलेश्वर साहू, गुरुमुखसिंह होरा।
इन हारे प्रत्याशियों पर फिर लगाया दांव
प्रेमसाय सिंह टेकाम, रामपुकार सिंह, विकास उपाध्याय, शिवकुमार डहरिया, अमितेश शुक्ला, गुस्र् स्र्द्र कुमार, रविंद्र चौबे, मोहम्मद अकबर, चंदन कश्यप, विक्रम शाह मंडावी, रेखचंद जैन, कुलदीप जुनेजा, अनिता शर्मा, देवेंद्र बहादुर सिंह, ताम्रध्वज साहू, गुलाब कमरो, उत्तमदान सिंह पर फिर से कांग्रेस ने दांव खेला है। वहीं, पिछला चुनाव बसपा के टिकट से लड़कर हारने वाले रामकुमार यादव को इस बार कांग्रेस ने अपना प्रत्याशी घोषित किया है।
वनवास खत्म करने नए चेहरे उतारे
38 नए चेहरे अंबिका सिंहदेव, पुस्र्षोत्तम कंवर, मोहित केरकेट्टा, डॉ. रश्मि सिंह, राजेंद्र कुमार साहू, गोरेलाल बर्मन, किस्मतलाल नंद, द्वारिकाधीश यादव, विनोद चंद्राकर, चंद्रदेव प्रसाद राय, लक्ष्मी धु्रव, डॉ. विनय जायसवाल, विनय कुमार भगत, उत्तरी जांगड़े, गुलाब सिंह, शत्रुघ्नलाल चंद्राकर, राकेश पात्रे, शकुंतला साहू, सुनील माहेश्वरी, संजय नेताम, देवेंद्र यादव, छन्नी साहू, इंद्रशाह मंडावी, अनूप लाग, शिशुपाल सोरी, चक्रधर सिदार, प्रकाश नायक, विभोर सिंह, राजेंद्र शुक्ला, शैलेश पांडेय, अनिल चंद्रा, कन्हैया अग्रवाल, लक्ष्मीकांत साहू, संगीता सिन्हा, कुंवर निषाद, आशीष छाबड़ा, गुरुदयाल बंजारे और ममता चंद्राकर को उतारकर कांग्रेस अपना 15 साल का वनवास खत्म करना चाह रही है।
घोषणा के बाद एक महिला का टिकट रोका, फिर भी 12 मैदान में
घोषणा के बाद कांग्रेस ने दुर्ग ग्रामीण की प्रत्याशी प्रतिमा चंद्राकर का टिकट रोक दिया है। उसके बाद भी मैदान में कांग्रेस की 12 महिला उम्मीदवार मैदान में रहेंगीं। इसमें राजनांदगांव से कस्र्णा शुक्ला, दंतेवाड़ा से देवती कर्मा, सारंगढ़ से उत्तरी जांगड़े, तखतपुर से डॉ. रश्मि सिंह, सिंहावा से लक्ष्मी ध्रुव, कसडोल से शकुंलता साहू, डौंडीलोहारा से अनिला भेड़िया, खुज्जी से छन्नी साहू, धरसींवा से अनिता शर्मा, कुस्र्द से लक्ष्मीकांत साहू, संजारी बालोद से संगीता सिन्हा और पंडरिया से ममता चंद्राकर शामिल हैं।
कुछ सीटों में परिवारवाद चला
रायगढ़, बैकुण्ठपुर, तखतपुर, कटघोरा और रायगढ़ सीट में परिवारवाद चला है। संजारी बालोद में विधायक भैयाराम सिन्हा का टिकट काटकर पत्नी संगीता सिन्हा, तखतपुर में पिछले बार के प्रत्याशी आशीष ठाकुर की पत्नी डॉ. रश्मि सिंह, बैकुण्ठपुर में पूर्व मंत्री रामचंद्र सिंहदेव की भतीजी अंबिका सिंहदेव, कटघोरा में पूर्व विधायक बोधराम कंवर के पुत्र पुस्र्षोत्तम कंवर और रायगढ़ में पूर्व विधायक शक्राजीत नायक के पुत्र प्रकाश नायक को प्रत्याशी बनाया गया है।
कोटा में पैराशूट लैंडिंग
पार्टी ने पैराशूट लैडिंग से पहरेज किया है, लेकिन कोटा विधानसभा क्षेत्र में मजबूत विकल्प नहीं होने के कारण कांग्रेस को पैराशूट लैंडिंग करानी पड़ी है। वहां से डीएसपी के पद से इस्तीफा देकर तीन माह पहले कांग्रेस प्रवेश करने वाले विभोर सिंह को प्रत्याशी बनाया गया है।