CG Election 2018 : ऑटोमेटिक बाइक ग्रेनेड लॉन्चर के साथ जंगल में उतरे जवान
Chhattisgarh Election 2018 जवानों को अब दुर्गम इलाकों में जाने के लिए परेशानी नहीं उठाना पड़ेगी।
बीजापुर। बस्तर में अब तक कई हमलों में एके 47, इंसास, यहां तक कि यूबीजीएल जैसे अत्याधुनिक हथियारों को लूटकर पावलफुल हुए नक्सलियों को मुंहतोड़ जबाव देने के मकसद से पहली बार ऑटोमेटिक बाइक ग्रेनेड लांचर को बीजापुर के जंगल में उतारा गया है। खास बात यह कि लांचर की इस तरह की डिजाइन अब तक किसी भी पैरामिलिट्री फोर्स में देखी नहीं गई है। यह अलग तरह का डिजाइन बीजापुर स्थित सीआरपीएफ 85 बटालियन के सीईओ सुधीर कुमार के दिमाग की उपज है, जिसे सैन्य शक्ति के लिहाज से बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
कुमार बताते हैं कि पूरे स्ट्रक्चर को तैयार करने में दस दिन लगे। देश में किसी भी फोर्स के पास ऐसा हथियार नहीं है। चूंकि बस्तर में नक्सली गुरिल्ला वार की तर्ज पर अटैक करते हैं। ऐसे में इस हथियार के बूते अकेला जवान सौ से अधिक नक्सलियों पर भारी पड़ सकता है। खास बात यह भी कि जहां भारी भरकम लांचर को ले जाने में सहूलियत हो रही है, वहीं जरूरत पड़ने पर ढांचे को बाइक से अलग भी किया जा सकता है।
ऑटोमेटिक बाइक ग्रेनेड लांचर को डिजाइन ही इस तरह से किया गया है कि इसे दुर्गम से दुर्गम इलाकों तक ले जाने में मशक्कत न करनी पड़े। मोटरसाइकिल के पिछले पहिए के एक्सल और शॉकअप के सहारे लांचर के पूरे ढांचे को कुशल इंजीनियरिंग का प्रदर्शन करते हुए सेट किया गया है।
लांचर का वजन 10 किलो दो सौ ग्राम है। इसके अलावा दस राउंड फायर के साथ-साथ विषेशता यह भी है कि यह ग्रेनेड को भस्ट फायर करता है। मारक क्षमता एक किमी के साथ ही आठ मीटर की परिधि तक दुशमनों को चित करने की क्षमता इसमें है।