Chhattisgarh : सुशासन की दिनभर घूमती रही फाइल, नहीं ली गई शपथ
मध्यप्रदेश में मनाई गई अटल की जयंती, छत्तीसगढ़ में रही खामोशी। छत्तीसगढ़ में अब 26 दिसंबर को मनाया जाएगा सुशासन दिवस
रायपुर। मध्यप्रदेश में पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिवस पर हर साल मनाया जाने वाला सुशासन दिवस इस बार कांग्रेस की सरकार में भी मना पर छत्तीसगढ़ में दिनभर फाइल ही घूमती रह गई। देर शाम निर्णय लिया गया कि 26 दिसंबर को प्रदेश में सुशासन की शपथ ली जाएगी।
अटल के जन्म दिन पर हर साल 25 दिसंबर को सुशासन दिवस मनाया जाता है। 25 दिसंबर को क्रिसमस की छुट्टी होती है इसलिए अधिकारियों को सुशासन की शपथ 24 दिसंबर को ही दिलाई जाने की परंपरा रही है। पिछले साल तक छत्तीसगढ़ की भाजपा सरकार सुशासन सप्ताह मनाती रही लेकिन इस बार सत्ता कांग्रेस के पास है। राज्य के सामान्य प्रशासन विभाग ने हर बार की तरह इस बार भी सुशासन दिवस की फाइल चलाई।
शाम को जीएडी की सचिव रीता शांडिल्य ने बताया कि फाइल चली है लेकिन उच्च स्तर से अभी कोई निर्णय नहीं हो पाया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनके प्रमुख अधिकारी सोमवार को गृहनगर पाटन में थे। फाइल उनका इंतजार करती रही। शाम को इस बारे मुख्यमंत्री के प्रमुख अधिकारियों को पता चला।
इसके बाद यह कहा गया कि इंदिरा गांधी और राजीव गांधी समेत अन्य पूर्व प्रधानमंत्रियों की जयंती और पुण्यतिथि मनाई जाती है इसलिए अटल जी की जयंती पर भी आयोजन होना चाहिए। फिर आनन फानन में आदेश जारी करने को कहा गया।
विरासत पर कब्जे की लड़ाई
कांग्रेस और भाजपा के बीच उनके नेताओं की विरासत को लेकर भी लड़ाई चल रही है। मोदी सरकार ने सरदार पटेल को अपनाया और उनकी विशाल मूर्ति का निर्माण करा दिया। लोकसभा चुनाव में भाजपा अटल जी की विरासत लेकर जाने की तैयारी में है।
यह मुद्दा राजनीतिक हो सकता है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इसे समझा और वहां सुशासन सप्ताह मनाने का एलान किया। उनके इस कदम की भाजपा भी सराहना कर रही है। छत्तीसगढ़ में सुशासन दिवस पर ध्यान ही नहीं दिया गया।