CG Election 2018 : बढ़त बनाने वाले कांग्रेस प्रत्याशी होंगे निगरानी में
CG Election 2018 : छत्तीसगढ़ कांग्रेस प्रभारी पीएल पुनिया की उपस्थिति में प्रत्याशियों की खरीद-फरोख्त को रोकने के लिए रणनीति बनाई गई।
रायपुर। कांग्रेस के जीतने वाले प्रत्याशियों को पार्टी की तत्काल निगरानी में लेती जाएगी। प्रमाणपत्र लेते ही विजयी प्रत्याशियों को साथ लेकर निगरानी टीम रायपुर के लिए रवाना हो जाएगी। निगरानी टीम का नेतृत्व दबंग छवि रखने वाले नेता करेंगे। सभी सीटों के जीते हुए प्रत्याशी राजीव भवन आएंगे और उसके बाद उन्हें गुप्त स्थान पर ले जाया जाएगा।
राजीव भवन में प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया ने कांग्रेस विधायकों की खरीद-फरोख्त को रोकने के लिए रणनीति बनाई। बैठक में पीसीसी अध्यक्ष भूपेश बघेल, नेता-प्रतिपक्ष टीएस सिंहदेव, प्रदेश प्रभारी सचिव डॉ. चंदन यादव, प्रदेश महामंत्री गिरिश देवांगन समेत कुछ और वरिष्ठ नेता उपस्थित थे। पीसीसी अध्यक्ष ने पुनिया को बताया कि सभी जिलों में निगरानी टीम बना ली गई है।
पार्टी सूत्रों की मानें तो हर जिले में ऐसे नेता को जिम्मेदारी दी गई है, जिसका प्रभाव जीतने वाले प्रत्याशियों पर होगा। इसमें पार्टी के कुछ विधायक भी शामिल हैं। इसी नेता की मॉनीटरिंग में निगरानी टीम काम करेगी। जिस विजयी प्रत्याशी को प्रमाणपत्र मिलेगा, उसे तत्काल निगरानी टीम जिले के तय स्थान पर ले जाएगी।
उसके बाद नेतृत्व करने वाले नेता विजयी प्रत्याशियों को लेकर रायपुर के लिए रवाना हो जाएंगे। पार्टी मुख्यालय लाने के बाद सभी विजयी प्रत्याशियों को एक साथ रखा जाएगा। पार्टी सूत्रों की मानें तो रात होटल में गुजारी जाएगी। अगले दिन सभी को गुप्त स्थान पर ले जाया जा सकता है। पार्टी सूत्रों के अनुसार चार्टर प्लेन की व्यवस्था कर सभी को कर्नाटक भेजा जा सकता है।
कर्नाटक के मंत्री से हुई बात
पार्टी में इस बात की भी चर्चा है कि खरीद-फरोख्त की रणनीति बनाने के बाद कर्नाटक के मंत्री डीके शिवकुमार से बात की गई। शिवकुमार ने कर्नाटक में विधायकों के खरीद-फरोख्त को रोकने की रणनीति बनाई थी।
खाने की टेबल पर भी हुई चर्चा
कांग्रेस के पूर्व विधायक राजकमल सिंघानिया ने पुनिया, बघेल, सिंहदेव, पूर्व विधायक गुस्र् स्र्द्र कुमार और राजेंद्र तिवारी को लंच के लिए बुलाया था। खाने की टेबल पर भी वरिष्ठ नेताओं के बीच परिणाम आने के बाद की रणनीति पर चर्चा हुई।
नतीजा आते ही दिल्ली तक आएगी तेजी
चुनावी नतीजा आते ही कांग्रेस में दिल्ली तक अंदस्र्नी राजनीति में तेजी आ जाएगी। हाईकमान की कोशिश होगी कि जल्द ही मुख्यमंत्री का नाम तय कर लिया जाए। इस कारण दावेदार भी अपने-अपने जुगाड़ में सक्रिय हो जाएंगे।