CG Chunav 2018 : जीत का रिकॉर्ड बनाने वाली सीटों पर रहेगी सबकी नजर
CG Chunav 2018 : मरवाही में हर बार सबसे ज्यादा अंतर से होती रही है जीत वहीं खरसिया दूसरे और राजनांदगांव तीसरे नम्बर पर है।
रायपुर। प्रदेश की 90 विधानसभा सीटों में से तीन सीटें मरवाही, खरसिया और राजनांदगांव ऐसी हैं, जिन पर सबकी नजर टिकी रहेगी। जीत के अंतर में हर बार रिकॉर्ड बनाने वाली सीट मरवाही है। उसके बाद खरसिया और तीसरे नम्बर राजनांदगांव सीट है। क्या तीनों सीटों पर जीत का रिकॉर्ड इस पर भी कायम रहेगा, इन सीटों के प्रत्याशी और मतदाता यह जानने के लिए बेकरार हैं।
बेकरारी का दूसरा कारण यह भी है कि मरवाही से पूर्व मुख्यमंत्री व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के सुप्रीमो अजीत जोगी मरवाही से चुनाव लड़ रहे हैं, तो मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने फिर से राजनांदगांव से किस्मत आजमाया है।
इधर, खरसिया सीट को कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नंदकुमार पटेल के परिवार की परंपरागत सीट मानी जाती है, वहीं रायपुर दक्षिण विधानसभा सीट को जीत के भारी अंतर के कारण भाजपा का गढ़ माना जाता है। इन सभी सीटों पर अब तक भाजपा और कांग्रेस का ही सीधा मुकाबला रहा है।
प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने मरवाही विधानसभा सीट से 2003 व 2008 में कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़कर सबसे अधिक वोटों से जीत का लगातार रिकॉर्ड बनाया था। उसके बाद 2013 में उनके पुत्र अमित जोगी ने इस रिकॉर्ड को बनाए रखा।
पिछले तीनों चुनाव में मरवाही से कांग्रेस के टिकट से जोगी परिवार जीतता रहा। इस बार 2018 के चुनाव में अमित जोगी की जगह, फिर से अजीत जोगी मैदान में उतरे, लेकिन कांग्रेस के टिकट से नहीं, अबकी वे अपनी पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के प्रत्याशी रहे। इस कारण कांग्रेस ने नए चेहरे गुलाब सिंह राज पर दांव लगाया है।
राजनांदगांव में पिछले दो चुनावों से भाजपा का कब्जा है, जहां से मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह चुनाव लड़ते हैं। उन्होंने दोनों बार कांग्रेस को करारी शिकस्त दी। इस बार कांग्रेस ने रमन के मुकाबले पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का भतीजी व पूर्व सांसद कस्र्णा शुक्ला को चुनाव लड़ाया है।
खरसिया विधानसभा सीट में लगातार कांग्रेस के टिकट से मौजूदा विधायक उमेश पटेल का परिवार जीतता रहा है। पहले उनके पिता नंदकुमार पटेल जीत का रिकॉर्ड बनाने रहे, तो पिछले चुनाव में उमेश पटेल ने रिकॉर्ड को बचाए रखा। रायपुर दक्षिण में परिसीमन के बाद अभी तीसरा चुनाव हुआ है। पिछले दोनों चुनाव में भाजपा के बृजमोहन अग्रवाल भारी अंतर से जीते हैं। कांग्रेस ने हर बार की तरह यहां से नए चेहरे पर दांव खेला है।