छत्तीसगढ़ में आरक्षित सीटों पर भाजपा कांग्रेस का खेल बिगाड़ सकता गठबंधन
आरक्षित वर्ग की सीटों पर अब तक लगभग आधे-आधे का बंटवारा करने वाले कांग्रेस व भाजपा को लगने लगा है कि गठबंधन आरक्षित सीटों पर खेल बिगाड़ सकता है।
रायपुर [राज्य ब्यूरो]। विधानसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी व जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के गठबंधन ने भाजपा व कांग्रेस दोनों को आरक्षित सीटों पर अपनी रणनीति बदलने को मजबूर कर दिया है। आरक्षित वर्ग की सीटों पर अब तक लगभग आधे-आधे का बंटवारा करने वाले कांग्रेस व भाजपा को लगने लगा है कि गठबंधन आरक्षित सीटों पर खेल बिगाड़ सकता है।
विधानसभा में 39 सीटें अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति वर्ग के लिए आरक्षित है। इस चुनाव में आरक्षित सीटों की बात करें तो बसपा व जकांछ के पास खोने के लिए कुछ नहीं है। क्योंकि जकांछ के पास एक भी सीट नहीं है और बसपा की एकमात्र सीट जैजेपुर अनारक्षित वर्ग की है।
विधानसभा चुनाव में इस बार आरक्षित वर्ग की यह सीटें ही किंग मेकर बनाने का कार्य कर सकती हैं। जातीय समीकरण व जकांछ की आदिवासी इलाकों में पकड़ देख इस बार लगता है कि गठबंधन राज्य में नया रंग दिखाने वाला है। भाजपा व कांग्रेस अब गठबंधन की काट निकालने में लगे हैं।
मुख्यमंत्री भी यह स्वीकार कर चुके हैं कि गठबंधन 26 सीटों पर चुनाव प्रभावित करेगा। मुख्यमंत्री ने हालांकि यह भी माना कि इसका नुकसान भाजपा व कांग्रेस दोनों को होगा। भाजपा व कांग्रेस के प्रवक्ता भी यह मानते हैं कि गठबंधन नुकसान करेगा पर यह अपने प्रतिद्वंद्वी दल का ही नुकसान गिनाते हैं। भाजपा प्रवक्ता कहते हैं कि गठबंधन कांग्रेस को नुकसान करेगा तो कांग्रेस के प्रवक्ता का दावा है कि गठबंधन की कीमत भाजपा को चुकानी पड़ेगी।
पूर्ण शराबबंदी का दांव खेल गठबंधन और हुआ मजबूत
जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के मुखिया अजीत जोगी ने शराब मुक्त छत्तीसगढ़ का दांव खेल कर अन्य दलों को और सकते में डाल दिया है। अजीत जोगी ने घोषणा की है कि राज्य में सरकार बनी तो तत्काल पूर्ण शराबबंदी की जाएगी। राज्य में शराब बड़ी समस्या है और भाजपा सरकार इसका सरकारी करण कर बैकफुट में पहले से ही है। अब देखना है कि गठबंधन कौन-कौन से गुल खिलाता है।