पुरस्कार मिला तो खास हो गई बेहटा खास
संवाद सूत्र कसावा 21वीं सदी में कई गांवों की तस्वीर बदली है। इनमें एक ग्राम पंचायत बेहटा खास है जो शासन से पुरस्कृत होने की वजह से और भी खास हो गई है। इस ग्राम सभा में विकास कार्य हुए तो गांव के लोगों का रहन-सहन भी बदल गया।
संवाद सूत्र, कसावा: 21वीं सदी में कई गांवों की तस्वीर बदली है। इनमें एक ग्राम पंचायत बेहटा खास है, जो शासन से पुरस्कृत होने की वजह से और भी खास हो गई है। इस ग्राम सभा में विकास कार्य हुए तो गांव के लोगों का रहन-सहन भी बदल गया।
विकासखंड छिबरामऊ के अंतर्गत कुल 96 ग्राम पंचायतें हैं। इनमें बेहटा खास को शासन से पुरस्कार मिल चुका है। पूर्व ग्राम प्रधान महेंद्र प्रताप सिंह सेंगर ने विकास कार्यों की नई इबारत लिखकर गांव में मूलभूत सुविधाओं का विकास किया। गांव में खुली नालियों को पटवाया तो गलियों को इंटरलॉकिग ईंट से बनवाया। कायाकल्प के तहत प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालय की दशा बदल दी। इतना ही नहीं गांव की सफाई पर भी विशेष ध्यान दिया। यही वजह है कि गांव में गंदगी का अभाव है। इस ग्राम पंचायत में मनरेगा में भी सबसे अधिक मानव दिवस सृजित हुए। मुख्यमंत्री ने किया था सम्मानित
पिछले वर्ष बेहटा खास ग्राम पंचायत को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विशेष कार्य के लिए सम्मानित किया था। द्वितीय पुरस्कार के रूप में तीन लाख रुपये मिले। इस धनराशि से उन्होंने पंचायत घर की मरम्मत करवाई। इसके अलावा ग्राम पंचायत के प्रवेश द्वार को बनाने में शेष धनराशि खर्च की गई। साथ ही सामुदायिक महिला कांप्लेक्स का निर्माण भी कराया गया। ग्राम पंचायत - बेहटा खास
मजरे - नगला दुर्गा, मधई नगला, गढि़या, नगला छोटे
विकास खंड - छिबरामऊ
आबादी - 7400
मतदाता - 4000 गांव के समग्र विकास की आधारशिला उसी दिन रखी गई थी, जब गांव की जनता ने उन्हें प्रधान के रूप में चुना था। शासन से जो सम्मान मिला, उससे ग्राम पंचायत को विशेष पहचान मिली है। आगे भी ग्राम सभा को राष्ट्रीय पुरस्कार दिलाने के लिए प्रयास किया जाएगा।
-महेंद्र प्रताप सिंह सेंगर (एडवोकेट), पूर्व प्रधान