Bihar Election: महागठबंधन में सीट बंटवारे पर महासंग्राम, कांग्रेस-राजद में सीटों की संख्या पर बढ़ी तल्खी
स्क्रीनिंग कमिटी के चेयरमैन अविनाश पांडेय और बिहार के प्रभारी कांग्रेस महासचिव शक्ति सिंह गोहिल ने गुरूद्वारा रकाबगंज रोड स्थित पार्टी के वार रूम में सुबह से देर रात तक सभी सीटों पर चुनाव लडने की वैकल्पिक रणनीति तैयार रखने को लेकर सूबे के नेताओं से मैराथन चर्चा की।
जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली। महागठबंधन में राजद और कांग्रेस के बीच सीट बंटवारे की रस्साकशी अब महासंग्राम के मोड़ पर पहुंच गई है। कांग्रेस अपनी न्यूनतम सीटों की मांग घटाने के लिए तैयार नहीं है तो राजद भी कांग्रेस के आगे फिलहाल झुकने को तैयार नहीं। सीट बंटवारे पर बढे इस संग्राम के मददेनजर कांग्रेस ने अपने तेवर आक्रामक करते हुए सूबे की सभी 243 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी शुरू कर राजद पर दबाव बनाने का जवाबी दांव खेल दिया है। इससे भी इनकार नहीं किया जा रहा है कि राजग से अगर लोजपा बिदकी तो कांग्रेस थामने को तैयार होगी।
सीटों पर गहराए इस झगडे के कारण ही पहले चरण के चुनाव की अधिसूचना जारी होने के बाद भी महागठबंधन के घटक दलों के सीटों का एलान गुरूवार को नहीं हो पाया। कांग्रेस ने गुरूवार को न केवल सभी 243 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की रणनीति पर स्क्रीनिंग कमिटी में चर्चा की बल्कि सूबे के तमाम प्रमुख नेताओं को दिल्ली बुला लिया।
राजद कांग्रेस को 60 से 65 सीटों से ज्यादा देने को नहीं है तैयार
स्क्रीनिंग कमिटी के चेयरमैन अविनाश पांडेय और बिहार के प्रभारी कांग्रेस महासचिव शक्ति सिंह गोहिल ने गुरूद्वारा रकाबगंज रोड स्थित पार्टी के वार रूम में सुबह से देर रात तक सभी सीटों पर चुनाव लडने की वैकल्पिक रणनीति तैयार रखने को लेकर सूबे के नेताओं से मैराथन चर्चा की। इस बैठक के दौरान प्रदेश के प्रभारी सचिवों के अलावा बिहार कांग्रेस के अध्यक्ष मदनमोहन झा और विधायक दल के नेता सदानंद सिंह भी मौजूद रहे। महागठबंधन के साथ साझा चुनाव लड़ने की रणनीति के तहत कांग्रेस ने केवल 80 से 85 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने की गंभीर तैयार कर रखी है। इतना ही नहीं सीट बंटवारे की रस्साकशी में पार्टी ने राजद को संकेत भी दिया है कि इसमें भी लचीला रुख अपनाते हुए गठबंधन के हित में वह 75 सीटों पर भी समझौता करने को राजी है। लेकिन राजद अब भी कांग्रेस को किसी हाल में 60 से 65 सीटों से ज्यादा देने को तैयार नहीं है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार कांग्रेस के चुनावी रणनीतिकारों ने गुरूवार सुबह बैक चैनल के जरिये राजद नेता तेजस्वी यादव को समझाने का पूरा प्रयास किया मगर राजद ने अपने तेवर ढीले करने के संकेत नहीं दिए। इसी के बाद कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमिटी ने बिहार के अपने सभी कार्यकारी अध्यक्षों और वरिष्ठ नेताओं को अलग-अलग बुलाकर सभी सीटों पर अपनी चुनावी तैयारी और उम्मीदवार तय करने पर चर्चा की। इस बीच महागठबंधन को कायम रखने की कोशिश के तहत कांग्रेस की ओर से जेल में बंद राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद से भी संपर्क साधा गया है। इसके मददेनजर ही कांग्रेस रणनीतिकारों की ओर से संकेत दिया गया है कि आनन-फानन में फैसला लेन की बजाय तीन अक्टूबर तक राजद के जवाब का इंतजार किया जाएगा और उसके बाद पार्टी अपने अगले कदम के बारे में निर्णल लेगी।