हैट्रिक विजेता नितिन का बिहारी बाबू के पुत्र लव से कड़ा मुकाबला
-प्लूरल्स प्रमुख पुष्पम प्रिया चौधरी भी इसी सीट से आजमा रही किस्मत -बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र से कुल 22 प्रत्याशी मैदान में -व्यापारियों के लिए सुरक्षा अहम तो जनता को चाहिए विकास ---------
नीरज कुमार, पटना
राजधानी के महत्वपूर्ण सीटों में बांकीपुर भी शुमार है। इसका ऐतिहासिक और व्यापारिक महत्व है। वर्तमान में यह सीट भाजपा के पास है। विधायक नितिन नवीन तीन बार चुनाव जीत चुके हैं। भाजपा ने इस बार भी एनडीए के प्रत्याशी के रूप में अवसर दिया है। वहीं, दूसरी ओर महागठबंधन ने इस बार कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में बिहारी बाबू के पुत्र लव सिन्हा को मैदान में उतारा है। दोनों के बीच कड़ा मुकाबला है। हालांकि, प्लूरल्स प्रमुख पुष्पम प्रिया चौधरी भी इसी सीट से किस्मत आजमा रही हैं। बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र से कुल 22 प्रत्याशी इस बार चुनाव लड़ रहे हैं।
बांकीपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी चर्चा जोरों पर है। डाक बंगला चौराहे स्थिति छज्जुबाग निवासी अतुल अभिनव का कहना है कि बांकीपुर वीआइपी क्षेत्र है। यहां पर विकास ही मुख्य मुद्दा है। एनडीए एवं महागठबंधन दोनों प्रत्याशियों के बीच कड़ा मुकाबला हो सकता है। वैसे तो कई प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं, लेकिन इन दलों के अलावा अभी तक किसी ने मेरे अपार्टमेंट में वोट मांगने भी नहीं आया।
वहीं, दरियापुर गोला निवासी सुरेश झुनझुनवाला कहते हैं, दरियापुर गोला के आसपास का इलाका राजधानी का मुख्य व्यापारिक इलाका है। यहां के व्यापारियों के लिए सुरक्षा काफी अहम मुद्दा है। वोट डालने से पहले प्रत्येक व्यापारी एक बार सोचता है कि कौन उसे सुरक्षा प्रदान कर सकता है। लोगों में चर्चा इस बात की भी हो रही है कि भाजपा प्रत्याशी पटना के रहने वाले हैं, लेकिन महागठबंधन के प्रत्याशी लव सिन्हा चुनाव जीतने के बाद भी पटना में रहेंगे? वहीं, सब्जी बाग निवासी धनंजय कुमार सुरेश के मत से सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा कि नितिन नवीन हो या लव सिन्हा, दोनों जनता से सीधा संपर्क नहीं स्थापित कर पाए हैं।