जो बहाए विकास की बयार, उसकी ही बनाएंगे सरकार
जाति और धर्म की लड़ाई से अब युवा ऊब चुके हैं। उनके सपनों का बिहार ऐसा होगा कि यहां विकास की नदियां बहेंगी भाईचारा का फूल खिलेगा आपसी प्रेम और शिक्षा के बयार बहेंगे।
समस्तीपुर । जाति और धर्म की लड़ाई से अब युवा ऊब चुके हैं। उनके सपनों का बिहार ऐसा होगा कि यहां विकास की नदियां बहेंगी, भाईचारा का फूल खिलेगा, आपसी प्रेम और शिक्षा के बयार बहेंगे। इसे देश के उत्कृष्ट और विकसित राज्यों में गिना जा सकेगा। युवा अब अपने सपनों को साकार करने के लिए पहली बार वोट डालेंगे। नई सरकार उनके सपनों को साकार करने वाली होगी, बिहार की प्रतिभाएं अपने प्रदेश के लिए कुछ कर सकेंगी,चतुर्दिक प्रगति होगी। नई सरकार से उन्हें कुछ ऐसी ही उम्मीद है। लिहाजा युवाओं का उत्साह इस बार खास मायने रखने वाला है। जिम्मेदार सरकार के गठन में कई युवा इस वर्ष अपनी पहली भागीदारी निभाएंगे। ऐसी सरकार बिहार में बने जो जाति और धर्म से ऊपर उठकर यहां पर्याप्त रोजगार के अवसर प्रदान करे। पर्याप्त उद्योग धंधे स्थापित कर कृषि को उन्नत बनाने का प्रयास करे ताकि प्रदेश खुशहाल बने।
- गुड़िया, वाजितपुर करनैल
इस बार बिहार में ऐसी सरकार की जरूरत है जो भ्रष्ट अधिकारियों और बिचौलियों पर कड़ी कार्रवाई करे। रोजगार, मंहगाई, महिलाओं के साथ हो रहे अत्याचार, घूसखोरी इन सभी समस्याओं से लड़ सके और बदलाव ला सके।
- डॉली, शाहपुर उंडी
सरकार ऐसी बने जो छात्र के हित की बात करे। महिलाओं को सुरक्षा दे सके। साथ ही जाति, धर्म और सामाजिक विद्वेष फैलाने वाला न हो।
- जूही, बांदे, मोरवा
नेता किसी पार्टी का हो, बस विकास के लिए समर्पित हो। साथ ही जनता के हित में सोचे। गरीब किसानों की हकमारी न करे।
-साक्षी, पटोरी, पुरानी बाजार