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विकास के लिए पार्टियों को जातिगत भावना से ऊपर उठना होगा

विधानसभा चुनाव 2020 का प्रथम चरण बीत चुका है। अब दूसरे चरण का चुनाव प्रचार चल रहा है। क्षेत्र में तीसरे चरण में होने वाले चुनाव को लेकर भी हर जगह चर्चा जोरों पर है। बहुत दिनों से प्रत्याशियों को लेकर लगाए जा रहे कयास पर उम्मीदवार के घोषणा के साथ ही विराम लग गया है।

By JagranEdited By: Published: Fri, 30 Oct 2020 11:59 PM (IST)Updated: Fri, 30 Oct 2020 11:59 PM (IST)
विकास के लिए पार्टियों को जातिगत भावना से ऊपर उठना होगा
विकास के लिए पार्टियों को जातिगत भावना से ऊपर उठना होगा

रामनगर । विधानसभा चुनाव 2020 का प्रथम चरण बीत चुका है। अब दूसरे चरण का चुनाव प्रचार चल रहा है। क्षेत्र में तीसरे चरण में होने वाले चुनाव को लेकर भी हर जगह चर्चा जोरों पर है। बहुत दिनों से प्रत्याशियों को लेकर लगाए जा रहे कयास पर उम्मीदवार के घोषणा के साथ ही विराम लग गया है। टिकट के दौड़ में कई लोगों को दरकिनार कर पार्टी ने पुराने कार्यकर्ताओं को हीं तरजीह दी है। इससे कार्यकर्ताओं में खुशी भी है। तो, कुछ लोग नाराज भी हैं।

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हरिनगर रेलवे स्टेशन जिसका कायाकल्प हाल के दिनों में अधिक दिख रहा है। विद्युतीकरण का कार्य भी हो चुका है। वहीं रेलवे लाइन के दोहरीकरण का कार्य भी युद्धस्तर पर जारी है। हम भी वहीं प्लेटफार्म संख्या एक पर बने बुक स्टॉल के पास खड़े है। युवाओं की एक टोली भी वहीं खड़ी है। दिन के 11 बजे है। सभी अप 05273 सत्याग्रह एक्सप्रेस जो रक्सौल से चलकर आनंद विहार तक जाती है? के इंतजार में खड़े है। युवाओं में नगर के सिचाई विभाग में रहने वाले संतोष विश्वकर्मा का कहना है? कि विकास स्टेशनों पर भी खूब दिख रहा है। अब इलेक्ट्रिक ट्रेन का मजा भी मिल रहा है। जिससे समय कम एवं सफर आरामदायक हो गया है। तभी तौलाहा निवासी संजीत साह कहते हैं कि विकास तो लगातार हो रहा है। कोयले के इंजन से डीजल इंजन, छोटी लाइन से बड़ी लाइन यह सब विकास ही तो है। पर, बीते कई माह से कई ट्रेनों का परिचालन बंद है। जिससे परेशानी बढ़ी है। इतना सुनते ही नजदीक में खड़े व्यवसायी संजय कुमार जो सिसवा बाजार से किराना का समान लाकर दुकानों में सप्लाई देते हैं। कहते है? कि पनिअहवा का पुल बन गया यह क्या कम है? जिसके बन जाने से यूपी बिहार का रास्ता सुगम हो गया है। पहले हम नाव से आते जाते थे। जब विकास होगा तो ट्रेनें तो बंद रहेंगी ही। कोरोना के कारण पैसेंजर हीं नहीं हैं तो, ट्रेन चलाने का क्या फायदा। इतने में ट्रेन आ जाती है। सभी उसमें चढने लगते है।

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वंशवाद पर विकास का मुद्दा दिखा हावी

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ट्रेन रफ्तार पकड़ चुकी है। तभी एक यात्री जो हरिनगर से दिल्ली जा रहे है। नेपाली टोला के निवासी अशोक प्रसाद कहते हैं कि विकास का कार्य लगातार हो रहा है। कुछ पर काम चल रहा है। बगल में बैे ठदेवराज क्षेत्र के बैठे तौहीद आलम कहते है कि विकास की बात तो ठीक है। पर, सभी पार्टी को जातिगत भावना से ऊपर उठना चाहिए। जातिवाद का जहर समाज में इस कदर है कि कोई भी दल बस इसे भुनाने की फिराक में रहता है। जिससे विकास की बाद कुंद पड़ जाती है। सबकी बाते सुन रहे एक बुजुर्ग शंभू यादव कहते है कि जातिवाद के साथ वंशवाद की जड़ भी काफी गहरी है। कोई भी दल जो वंशवाद को बढ़ावा देता है। उसका हंमे विरोध करना होगा। ऐसे लोग वोटरों को चुनाव के समय याद करते है। पर, पैसे बनाने एवं पद की बात आती है तो परिवार के लोगों को आगे बढ़ाते है। बगहा जा रहें कोल्हुआ के दिनेश प्रसाद ने छेड़ा कहा कि भाई सड़क, बिजली, हाइवे का विकास हुआ है। इससे इन्कार नहीं किया जा सकता है। पर, भाई भतीजा वाद को हमे बढ़ने नहीं देना चाहिए।

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लड़कियों के शिक्षा की हुई सराहना, पर सुरक्षा पर उठे सवाल

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बगल के कंपार्टमेंट में भी चुनावी चर्चा हो रही थी। मेरी सीट किनारे की होने की वजह से आवाज साफ सुनाई दे रही थी। बगल में बैठे एक सरकारी शिक्षक राजेश कुमार ने कहा कि लड़कियों के शिक्षा के क्षेत्र में कार्य हुआ है। उनका हौसला भी लगातार छात्रवृत्ति देकर बढ़ाया जा रहा है। तभी पास में बैठी महिला उर्मिला देवी कहती है कि वह सब तो ठीक है पर महिलाओं एवं छात्राओं की सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम भी जरूरी है। जिससे वह भी निर्भीक होकर कहीं भी अकेले आ जा सके।

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किसानों का मुद्दा भी होगा चुनाव में प्रमुख

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रेलगाड़ी तिरहुत नहर से आगे बढ़ चुकी है।किसान मथुरा सिंह कहते है कि सभी अपनी अपनी बात कह दिए पर, यह क्षेत्र किसानों का है। जहां के किसानों की समस्या का बहुत समाधान दिखाई नहीं देता है। दावे वादे तो बहुत है। पर, कृषि के अनुदान का पैसा समय से खाते में नहीं आता है। इतने में बगल में चिउटांहा के किसान हरिशंकर ने कहा कि चाचा खेत में जगह जगह पंप लगा दिए गए, किसानों को बिना पैसे का पटवन के लिए कनेक्शन दिया जा रहा है। इससे फायदा तो होगा।


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