नदी नाला पर बनले पूल वोट देवे जावे जरूर
बांका। चलने में असमर्थ इसलिए हाथ में लाठी आंचल में पर्ची समेटे 80 वर्षीया रत्नी देवी ने वोट दिया है। संक्रमण का खतरा ऊपर से लड़खड़ाते कदम के बावजूद मास्क से ढके चेहरे पर वोट डालने का जुनून साफ झलक रहा था।
बांका। चलने में असमर्थ इसलिए हाथ में लाठी, आंचल में पर्ची समेटे 80 वर्षीया रत्नी देवी ने वोट दिया है। संक्रमण का खतरा ऊपर से लड़खड़ाते कदम के बावजूद मास्क से ढके चेहरे पर वोट डालने का जुनून साफ झलक रहा था।
पूछे जाने पर बूढ़ी दादी ने बताया गांव के हर गली मोहल्ले में सड़क, नदी नाला पर पुल बनी गले। आबे गांव देहात में कोई गर्भवती कोई बीमार के अकाल मृत्यु नाय होयछे। वेहे खातिर लाठी लेके वोट देवे जाय रहल छिये। बूढ़े बुजुर्गों के अलावा दिव्यांगों का भी गजब का उत्साह वोट डालने को लेकर देखा गया। इसी पंचायत के दोनों पैर से दिव्यांग धनु यादव बगैर किसी के सहारे लड़खड़ाते कदमों से लाठी के बल पर वोट डालकर काफी खुश दिखा। प्रत्येक मतदान केंद्रों पर इन दिव्यांग एवं बुजुर्ग मतदाताओं के लिए अलग से कतार बनाई गई थी। जिसमें प्रत्येक मतदान केंद्र पर तैनात सीआरपीएफ के जवान बूढ़े बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं को सहारा देकर मतदान केंद्र तक पहुंचाते दिखे।