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Bihar Election Mahagathbandhan Seat Sharing: RJD ने दिखाई आंख तो ढ़ीले पड़े कांग्रेस के तेवर, महागठबंधन में अब ऑल इज वेल

Bihar Election Mahagathbandhan Seat Sharing बिहार में राबड़ी देवी के आवास पर देर रात की बैठक में सीपीआइ एमएल के साथ सीटों का मामला सुलझा लिया गया। कांग्रेस का विवाद भी शुक्रवार को सुलझता दिख रहा है। इसके पहले महागठबंधन में कांग्रेस व आरजडी का विवाद चरम पर रहा।

By Amit AlokEdited By: Published: Fri, 02 Oct 2020 10:54 AM (IST)Updated: Fri, 02 Oct 2020 04:19 PM (IST)
आरजेडी नेता तेजस्‍वी यादव एवं कांग्रेस के बिहार चुनाव प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल।

पटना, जेएनएन। Bihar Election Mahagathbandhan Seat Sharing: बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Election 2020) को लेकर बीती रात राष्ट्रीय जनता दल (RJD) की अहम बैठक वामदलों (Left Parties) और विकासशील इनसान पार्टी (VIP) के साथ राबड़ी देवी (Rabri Devi) के आवास पर हुई। इसमें कांग्रेस शामिल नहीं हुई। कांग्रेस के प्रदेश अध्‍यक्ष मदन मोहन झा ने इसकी जानकारी से तक से इनकार किया। कांग्रेस के बिहार प्रभारी शक्ति सिंह  गो‍हिल (Shakti Singh Gohil) ने तेजस्‍वी यादव (Tejashwi Yadav) के अनुभव पर सवाल उठाते हुए चेतावनी दी कि कांग्रस (Congress) हर स्थिति के लिए तैयार है। इसपर आरजेडी ने भी पलटवार किया कि अगर उसे छेड़ा जाएगा तो वह छोड़ेगा नहीं। आरजेडी व कांग्रेस में डैमेज कंट्रोल की कोशिश के बीच राहुल गांधी व तेजस्‍वी यादव की बात हुई। इस बीच पटना में कांग्रेस नेताओं के तेवर नरम पड़ते दिख रहे हैं। कांग्रेस ने अब फासिस्ट भारतीय जनता पार्टी (BJP) को हराना अपनी प्राथमिकता बताया है। बताया जा रहा है कि दोनों दलों में बात बन गई है। इसके पहले देर रात राबड़ी आवास पर हुई बैठक में महागठबंधन में विद्रोही रूख अख्तियार कर रही भारतीय कम्‍युनिस्‍ट पार्टी माले (CPI ML) के साथ भी आरजेडी की बात बन गई है।

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कांग्रस हर स्थिति के लिए तैयार, तेजस्‍वी पर उठाए सवाल

महागठबंधन में कांग्रेस के साथ सीट बंटवारे का मामला उलझा हुआ था। कांग्रेस अपनी शर्तों पर अड़ी थी तो आरजेडी भी झुकने को तैयार नहीं थी। इस बाबत बिहार कांग्रेस के प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल ने चेतावनी भरे लहजे में कहा था कि कांग्रेस हर परिस्थिति के लिए तैयार है। गाेहिल ने कहा कि तेजस्‍वी यादव युवा हैं। उनमें अनुभव की कमी है, उन्‍हें कोई गुमराह कर सकता है। अगर लालू प्रसाद यादव जेल में नहीं रहते तो यह मामला सुलझ गया होता। लालू ने 2009-10 में कांग्रेस से गठबंधन ताेड़ने का नुकसान देख कर 2013 में कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था, जिसका अच्‍छा परिणाम आया था। गोहिल ने कहा कि कांग्रेस व आरजेडी के अलग-अलग लड़ने पर आरजेडी  को नुकसान उठाना पड़ेगा। अगर आरजेडी का अड़ियल रवैया जारी रहा तो कांग्रेस अपने सहयोगियों के साथ मिल कोई भी कदम उठा सकती है।

आरजेडी का कांग्रेस का पलटवार- अगर छेड़े तो छोड़ेंगे नहीं

गोहिल के इस बयान पर आरजेडी भड़क गया। आरजेडी नेता मृत्‍युंजय तिवारी ने पलटवार करते हुए कहा कि गोहिल को बिहार की हकीकत की जानकारी नहीं है। बिहार की 12 करोड़ जनता तेजस्‍वी यादव के साथ है। कांग्रेस अपनी हठधर्मिता छोड़ दे। अगर कांगेस हमे छेड़ेगी तो हम भी उसे नहीं छोड़ेंगे नहीं।

प्रियंका गांधी के हस्‍तक्षेप के बाद बैकफुट पर आए गोहिल

बयानों के वार-पलटवार से जब मामला उलझता दिखा तो गोहिल बैकफुट पर आ गए। शुक्रवार को वे अलग राग में दिखे। कहा कि कांग्रेस की प्राथमिकता फासिस्ट बीजेपी को हराना है। सीट शेयरिंग को लेकर गोहिल ने कहा कि इसकी बातचीत अंतिम दौर में है। बताया जाता है कि गोहिल के रूख में नरमी के पीछे मामले में प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) का हस्‍तक्षेप है। उनकी सलाह के अनुसार बीच का रास्ता निकालने की कोशिश की जा रही है। इसपर विचार करने के लिए पटना  स्थित कांग्रेस मुख्‍यालय सदाकत आश्रम में शक्ति सिंह गोहिल समेत, मदन मोहन झा, अखिलेश सिंह, सदानन्द सिंह एवं कोकब कादरी सहित कई बड़े नेताओ की बैठक भी हुई।

सीटों को लेकर बनी सहमति, अंतिम फैसला आलाकमान का

सदाकत आश्रम में बैठक के बाद कल की तल्‍खी भरे बयान के बाद आज कांग्रेस नरम पड़ी है। सूत्र बताते हैं कि कांग्रेस के 68 सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर सहमति बन गई है। आरजेडी ने भी 150 से घटकर 138 सीटों पर चुनाव लड़ने को सहमति दे दी है। सूत्र बताते हैं कि सीपीआइ एमएल 15 से 19 सीटें, अन्‍य वाम दलों को 10 सीटें दी जा सकतीं हैं। विकासशील इनसान पार्टी को एक दर्जन सीटें दी जा सकतीं हैं। वैसे, इसपर अंतिम फैसला आलाकमान को करना है।

प्रत्‍याशियों के नाम को अंतिम रूप दे रही पार्टी

सूत्र बता रहे हैं कि कांग्रेस अपनी प्राथकिता वाली सीटों के लिए प्रत्‍याशियों के नाम को अंतिम रूप देने में लग गई है। गुरुवार को कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडेय, बिहार कांग्रेस प्रभारी शक्ति सिंह गोहिल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष मदनमोहन झा, कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह, कांग्रेस के प्रभारी सचिव अजय कपूर और वीरेन्द्र राठौर ने प्राथमिकता वाली सीटों की सूची पहले से बना ली है।

देर रात की बैठक में तेजस्‍वी व दीपांकर में बन गई बात

इसके पहले गुरुवार की देर रात राबड़ी देवी के आवास पर हुई बैठक में तेजस्वी यादव और सीपीआइ एमएल प्रमुख दीपांकर भट्टाचार्य के बीच तय हो गया कि माले अब महागठबंधन के अंदर ही चुनाव लड़ेगी। मिली जानकारी के अनुसार महागठबंधन में 20 सीटों की मांग कर रही माले को 15 सीटें देने पर सहमति बनी है। यह भी तय किया गया कि माले के जनाधार वाली सीटें चिह्नित कर बताने पर सीटों की संख्या में 19 तक बढ़ोतरी की जा सकती है। इसके साथ आरजेडी और माले के बीच चार दिनों से जारी गतिरोध दूर हो गया है।


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