Bihar Election 2020: भारत माता की जय सुन झारखंड के सीएम का माथा होता खराब, पीएम के जवाब के बाद अंतिम राउंड का बदला मुद्दा
Bihar Election 2020 हेमंत सोरेन ने दुमका के चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा था-भाजपा के कार्यकर्ता कमल छाप का झंडा लगाते हैं लेकिन अपनी पार्टी का नाम नहीं बताते हैं। उसकी जगह सिर्फ जय श्री राम जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे लगाते हैं।
पटना, जेएनएन। Bihar Election 2020 बिहार विधानसभा चुनाव-2020 के दो चरण खत्म होने के बाद तीसरे चरण में मुद्दा बदल रहा है। विकास और रोजगार के साथ साथ ही राष्ट्रवाद व हिंदुत्व का मुद्दा सामने आ गया है। यह मुद्दा भारतीय जनता पार्टी को खूब भाता भी है। इसे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के एक बयान से हवा मिली है। सोरेन का बयान है-जय श्री राम और भारत माता की जय का नारा सुनकर उनका दिमाग खराब हो गया। सोरेन का बगैर नाम लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जवाब दिया तो बिहार की चुनावी राजनीति एकाएक तल्ख हो गई।
क्या है सोरेन का बयान
झारखंड के दुमका में 3 नवंबर को उपचुनाव हुआ। 31 अक्टूबर को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा था-भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता कमल छाप का झंडा लगाते हैं, लेकिन अपनी पार्टी का नाम नहीं बताते हैं। उसकी जगह सिर्फ जय श्री राम, जय श्री राम और भारत माता की जय के नारे लगाते हैं। आखिर यह काैन सी पार्टी है। यह सब सुनकर मेरा दिमाग खराब हो गया। मुख्यमंत्री के इस बयान का वीडियो वायरल होते ही राजनीतिक हंगामा खड़ा हो गया।
प्रधानमंत्री ने बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार में दिया जवाब
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 नवंबर को बिहार के सहरसा और पूर्णिया में चुनावी सभा को संबोधित किया। इस दाैरान उन्होंने हेमंत सोरेन का नाम तो नहीं लिया लेकिन अपने ही अंदाज में जवाब दिया। हेमंत के बहाने उन्होंने विपक्ष के नेताओं को घेरा। प्रधानमंत्री ने कहा-वो चाहते हैं, आप भारत माता की जय के नारे न लगाएं। छठी मैया को पूजने वाली इस धरती पर, जगंलराज के साथी चाहते हैं कि भारत माता की जय के नारे न लगें। वो चाहते हैं, आप जय श्री राम भी न बोलें। बिहार के चुनाव में मां भारती का जयकारा करना इन लोगों को रास नहीं आ रहा है। ध्यान रहे कि झारखंड में हेमंत सोरेन सरकार के नेतृत्व में झामुमो गठबंधन की सरकार चल रही है। इस गठबंधन में राजद और कांग्रेस शामिल हैं।
भाजपा-जदयू गठबंधन के नेताओं ने तेज किए हमले
हेमंत सोरेन को प्रधानमंत्री द्वारा जवाब देने के बाद भाजपा-जदयू के तमाम नेता इस मुद्दे को बिहार विधानसभा चुनाव में भुनाने में जुट गए हैं। हेमंत के बहाने राजद और कांग्रेस पर हमला बोल रहे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण में 7 नवंबर को 15 जिलों के 78 सीटों पर चुनाव है। इनमें कई सीटों पर 50 फीसद से ज्यादा अल्पसंख्यक मतदाता है। इन इलाकों में राष्ट्रवाद का मुद्दा भाजपा के लिए खाद-पानी का काम करता रहा है। ऐसे में हेमंत सोरेन के बयान के बहाने बिहार चुनाव के प्रमुख मुद्दों में एक और मुद्दे की एंट्री हो गई है। झारखंड के पूर्व मंत्री सीपी सिंह ने कहा है कि अल्पसंख्यक वोटों के लिए हेमंत सोरेन ने बयान दिया। भाजपा की सहयोगी जदयू के बिहार प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायाण सिंह ने भी मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के बयान की निंदा की है। हालांकि झामुमो बचाव की मुद्रा में है। झामुमो नेता मनोज पांडेय ने कहा है कि मुख्यमंत्री के बयान को तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है।