Bihar Election 2020: 250 कोरोना संक्रमितों ने मतदान से किया इनकार, केवल कुम्हरार के विधायक ही बूथ तक पहुंचे
Bihar Election News 2020 कोरोना मरीजों व स्वजनों को जिला प्रशासन की ओर से पीपीई किट व एंबुलेंस सुविधा मुहैया कराने पर भी मतदान को तैयार नहीं हुए लोग। स्वास्थ्यकर्मियों ने 250 संक्रमितों के मोबाइल नंबर पर बातकर मतदान के बारे में जानकी उनकी इच्छा।
पटना, जेएनएन। स्वास्थ्य विभाग ने मतदान के अंतिम घंटे में कोरोना संक्रमितों के मतदान को लेकर तमाम तैयारियां की थीं। हालांकि, मंगलवार दोपहर तक उनके तमाम प्रयास विफल हो गए। नौ विधानसभा सीटों में होम आइसोलेशन पर रह रहे 250 से अधिक संक्रमितों में से सिर्फ कुम्हरार विधायक अरुण सिन्हा ही मतदान करने बूथ तक पहुंचे। अन्य सभी संक्रमितों ने बीमारी का हवाला देकर मतदान से साफ इन्कार कर दिया। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कुम्हरार विधायक अरुण सिन्हा ने ही मतदान करने की बात कही थी। पीपीई किट पहनाकर अंतिम घंटे में उनसे मतदान कराया गया। बताते चलें कि अरुण सिन्हा इस बार भी कुम्हरार विधानसभा सीट से भाजपा के प्रत्याशी हैं।
स्वजन को साथ लेकर आने की छूट का भी नहीं हुआ फायदा
जिला स्वास्थ्य समिति में बने नियंत्रण कक्ष में तैनात स्वास्थ्यकर्मियों ने सुबह से ही होम आइसोलेशन में रह रहे संक्रमितों को फोन करना शुरू कर दिया। शुुरुआती दौर में लगातार नहीं-नहीं सुनकर डीपीएम विवेक कुमार सिंह ने एक स्वजन को भी पीपीई किट पहना कर एंबुलेंस से बूथ ले चलने की बात कही। बावजूद इसके सभी 250 संक्रमित मतदान के लिए तैयार नहीं हुए।
प्रशासन ने कर रखी थी पूरी व्यवस्था
कोई भी कोरोना संक्रमित मतदान के अधिकार से वंचित नहीं हो, इसके लिए पूरी व्यवस्था जिला प्रशासन ने कर रखी थी। हर कोरोना संक्रमित मतदाता को व्यक्तिगत तौर पर फोन पर पूछा गया कि क्या वे मतदान करने के लिए बूथ पर जाना चाहते हैं। जिला प्रशासन ने बताया कि उन्हें बूथ तक आने और लौटने के लिए एंबुलेंस की व्यवस्था फ्री में दी जाएगी। साथ ही पीपीई किट भी दिया जाएगा। हालांकि इसका कोई फायदा नहीं हुआ।
कोरोना संक्रमण के खौफ का शहरी क्षेत्र में दिखा असर
राजधानी पटना के शहरी क्षेत्र में कोरोना संक्रमण के डर का असर दिखा। इसके चलते शहरी क्षेत्र में मतदान फीसद काफी कम रहा। तीन सीटों पर तो 40 फीसद मतदान भी नहीं हो सका। हालांकि ग्रामीण मतदाता इससे बेफिक्र दिखे और वहां 60 फीसद तक वोट पड़े।