Bihar Election 2020: नाम का भ्रम ऐसा कि जिनका टिकट ही नहीं था वह लेकर चले गए सिंबल, जानें फिर क्या हुआ
बिहार विधानसभा चुनाव में भी कन्फ्यूजन ऐसा कि पूछिए मत। जिन्हें टिकट मिला वो नहीं आए और सिंबल लेकर कोई और चला गया। मामला मुजफ्फरपुर जिला स्थित मीनापुर विधानसभा क्षेत्र के जदयू प्रत्याशी के टिकट का है। जानें कैसे चला मामले का पता।
पटना, जेएनएन। नाम का भ्रम जो न कराए। जिनका टिकट तय हुआ व टिकट नहीं मिलने से मायूस होकर घूमने लगे और जिनको टिकट नहीं मिला था वह सिंबल लेकर निकल गए। मामला मुजफ्फरपुर जिला स्थित मीनापुर विधानसभा क्षेत्र के जदयू प्रत्याशी के टिकट का है।
बुलाना किसी को था फोन पर आ गया कोई और...
जदयू ने मीनापुर से मनोज कुशवाहा को अपना प्रत्याशी तय किया। पार्टी के प्रदेश कार्यालय को यह निर्देश दिया गया कि वह मनोज कुशवाहा को फोन कर यह सूचित कर दे कि अपना सिंबल यहां आकर ले लें। पार्टी दफ्तर से मनोज कुशवाहा को फोन किया गया। मनोज कुशवाहा आए और अपना सिंबल लेकर चले गए। पर बाद में पता चला जिस मनोज कुशवाहा को जदयू ने मीनापुर से अपना प्रत्याशी बनाया है वह किसान प्रकोष्ठ के पूर्व अध्यक्ष रहे हैैं। जबकि जिस मनोज कुशवाहा को पार्टी दफ्तर से पटना आकर सिंबल लेने का फोन गया था वह पूर्व मंत्री हैैं। भूलवश उन्हें फोन चला गया।
मामला गया उच्च स्तर पर तो खुली पोल
मामला पार्टी में उच्च स्तर पर गया। यह बात सामने आयी कि जिस मनोज कुशवाहा ने मीनापुर के लिए सिंबल लिया है वह तो हायाघाट से टिकट चाहते थे। मीनापुर से तो उनका नाम भी नहीं था। आखिरकार मनोज कुशवाहा ने सिंबल वापस कर दिया और जिस मनोज कुशवाहा को टिकट मिला था उन्हें सिंबल दे दिया गया।