Move to Jagran APP

Bihar Chunav 2020: नीतीश कुमार का तेजस्‍वी पर तंज, जिन्हें क-ख-ग भी नहीं आता, वे भी बोल रहे

Bihar Chunav 2020 मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भागलपुर सहरसा और खगडिय़ा की चुनावी सभाओं में विपक्ष पर निशाना साधा। कहा कि हमने बिहार का विकास किया है और मौका मिला तो आगे भी यह जारी रहेगा। 15 वर्ष पूर्व बिहार का जो हाल था वह किसी से छिपा नहीं है।

By Alok ShahiEdited By: Published: Sat, 31 Oct 2020 09:20 PM (IST)Updated: Sun, 01 Nov 2020 06:19 AM (IST)
बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने चुनावी सभा में तेजस्‍वी पर हमला बोला।

पटना, जेएनएन। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा है कि जिन्हें क-ख-ग नहीं आता है, वे भी चुनाव में बोल रहे हैं। हमने बिहार का विकास किया है और मौका मिला तो आगे भी यह सिलसिला जारी रहेगा। 15 वर्ष पूर्व बिहार का जो हाल था, वह किसी से छिपा नहीं है। आज अपराध में कमी आई है और बिहार इस मामले में सूबे में 23वें स्थान पर पहुंच गया है। 

loksabha election banner

हमने हर क्षेत्र में किया काम

नीतीश कुमार एनडीए प्रत्याशियों के समर्थन में भागलपुर के नवगछिया और जगदीशपुर, सहरसा के सोनवर्षा और सिमरी बख्तियारपुर के अलावा खगडिय़ा के बेलदौर में चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि जो लोग विकास की बात करते हैं, उन्होंने क्या किया, यह जनता को बखूबी पता है। हमने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली आदि हर क्षेत्र में काम किया है। एनडीए की सरकार ने हर क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाई है। अब राज्य में लड़कियां लड़कों की बराबरी कर रही हैं। पहले लालटेन का जमाना था और अब 10 लाख लोगों ने कंप्यूटर सीखा है। लगातार सड़कों का चौड़ीकरण किया जा रहा है। दूसरे राज्यों के लोग भी काम करने के लिए बिहार आएंगे। 

भागलपुर दंगे के आरोपितों को दिलाई सजा

नीतीश कुमार ने कहा कि भागलपुर दंगों को आरोपितों को आयोग गठित कर सजा दिलवाई गई। पीडि़तों की पेंशन शुरू हुई और उन्हें उनकी जमीन वापस दिलाई गई। राजद के 15 वर्षों के शासनकाल में केवल 90 हजार लोगों को रोजगार दिया गया। तेजस्वी यादव आज 10 लाख लोगों को रोजगार देने की बात करते हैं। उस समय शिक्षा की स्थिति काफी खराब थी। बच्चे स्कूल नहीं जाते थे। पूर्ववर्ती सरकार के समय बिहार का बजट 24 हजार करोड़ के करीब भी नहीं था। हमने सकल घरेलू उत्पाद 76 हजार 466 करोड़ 4 लाख 14 हजार 977 रुपये किया। प्रति व्यक्ति आय 10.5 हजार से बढ़कर 12.8 हजार की। 

सड़कों का जाल बिछाया, बिजली पहुंचाई

मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार के किसी गांव से पटना पहुंचने में पांच घंटे से अधिक नहीं लगें, इसके लिए सड़कों का जाल बिछाया गया। पुल बनाए गए। पूरे बिहार में 700 मेगावाट बिजली खपत होती थी, लेकिन हमने हर घर बिजली उपलब्ध कराई। नीतीश ने कहा कि जब वे पहली बार सरकार में आए तो सर्वेक्षण कराया। पता चला कि सरकारी अस्पतालों में एक महीने में 40 मरीज आते थे। आज प्रतिमाह 10 हजार लोग अस्पताल जाते हैं। 

मुख्यमंत्री ने लगाई वादों की झड़ी

  • - हर आठ से 10 पंचायत पर बनेगा एक पशु अस्पताल।
  • - नई सरकार बनने के बाद धरातल पर उतरेंगी योजनाएं।
  • - तेजी से होगा बाईपास और फ्लाई ओवरों का निर्माण।
  • - हर घर में लगाई जाएगी सोलर लाइट।
  • - हर खेत तक पहुंचाया जाएगा पानी।
  • - युवाओं को नई तकनीक से अवगत कराने के लिए बनेगा मेगा स्किल सेंटर।
  • - और बेहतर की जाएगी स्वास्थ्य सुविधा।
  • - नवगछिया को बनाया जाएगा जिला।

चुनाव नहीं बेरोजगारी हटाओ  आंदोलन हो रहा : तेजस्वी

नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने शनिवार को अपनी चुनावी सभाओं में बेरोजगारी को मुद्दा बना कहा कि बिहार में विधानसभा चुनाव नहीं बल्कि बेरोजगारी हटाओ आंदोलन हो रहा है। आंदोलन की शुरुआत राजद ने की है। बहुत हो चुकी नफरत और भेदभाव की राजनीति। अब सद्भाव की राजनीति होगी। नीतीश सरकार में झूठ की बुनियाद पर जनता को ठगा गया है। 

पटना के कुम्हरार में नया टोला स्थित कमेटी हॉल में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने एक बार फिर दस लाख नौकरी दिए जाने के अपने वादे को सच्चा और बदले में 19 लाख नौकरी दिए जाने के वादे को झूठा करार दिया। कहा इस बार जनता सरकार बदलेगी। वह बहकावे में नहीं आएगी।

गोपालगंज के बैकुंठपुर में चुनावी सभा में कहा कि अब गोपालगंज से तीसरा मुख्यमंत्री बनाने के लिए उन्हें मौका दें। लालू प्रसाद की गैर मौजूदगी में जिम्मेदारी हमारे कंधे पर है। 15 साल से नीतीश जी राज कर रहे हैं। उनके शासन में बिना चढ़ावा कोई काम नहीं हो रहा है। दो मुख्यमंत्री गोपालगंज जिले ने बिहार को पहले दिए। तीसरे के तौर पर अपने लिए एक मौका मांगा। कहा कि दस नवंबर को पहली बार चुनाव परिणाम चौंकाने वाला होगा। हमारी सरकार बनने पर दस लाख लोगों को सरकारी नौकरी दी जाएगी।

सिवान के दारौंदा विधानसभा क्षेत्र में कहा कि यह विधानसभा चुनाव नहीं बल्कि बेरोजगारी हटाओ आंदोलन है। लोगों में जात-पात से ऊपर उठकर, कमाई, पढ़ाई, दवाई, सिंचाई व सुनवाई का मुद्दा होना चाहिए। सिवान, गोपालगंज के लोग पलायन करते हैं। कमाने के लिए बाहर जाते हैं। सभी विभागों में रिक्तियां खाली हैं। नीतीश सरकार को घोषणाओं की सरकार बताया। छपरा के बनियापुर  कहा कि जनप्रतिनिधियों को मिलने वाला मानदेय दोगुना किया जाएगा। बेतिया और सीतामढ़ी में नेता प्रतिपक्ष बोले कि राजद दबे-कुचले, गरीब बेसहारा की जुबान की लड़ाई लड़ रहा है। सुशासन बाबू कहलाने वाले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को जनता सिरे से नकार रही है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.