Masaurhi Election 2020 : मसौढ़ी विधानसभा क्षेत्र से 13 प्रत्याशियों की किस्मत EVM में लॉक, अनुमंडल का दर्जा मुख्य मुद्दा
Masaurhi Election News 2020 मसौढ़ी विधानसभा क्षेत्र में पहले चरण में मतदान संपन्न हो गया। यहां के दोनों प्रखंडों मसौढ़ी और धनरुआ की समस्याएं कमोवेश एक जैसी हैं। क्षेत्र की जनता मानती है कि विकास तो हुए हैं पर अभी बहुत कुछ करने की जरूरत है।
जेएनएन, पटना। मसौढ़ी में पहले चरण में मतदान संपन्न हो गया है। विधानसभा क्षेत्र में दो प्रखंड हैं। एक मसौढ़ी और दूसरा धनरुआ। दोनों की समस्याएं कमोवेश एक जैसी ही हैं। क्षेत्र की जनता मानती है कि विकास तो हुए हैं, पर अभी बहुत कुछ करने की जरूरत है। वैसे तो अनुमंडल का दर्जा देकर मसौढ़ी को विकास की मुख्यधारा से जोड़ने की कोशिश की गई है, लेकिन पेयजल, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसी बुनियादी सुविधाओं से मतदाता आज भी संतुष्ट नहीं हैं। वर्ष 2015 विधानसभा चुनाव में इस सीट पर राजद की रेखा देवी ने एचएएमएस के नूतन पासवान को 39186 मत से हराया था। 57.71 फीसद मतदान हुआ था। इस बार राजद की रेखा देवी, जनता दल यूनाइटेड की नूतन पासवान, लोजपा के परशुराम कुमार सहित 13 प्रत्याशी मैदान में हैं।
पहला मुद्दा
मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत मसौढ़ी विधानसभा क्षेत्र में हर घर नल का जल योजना के तहत शुद्ध जल की आपूर्ति की गई है। कई कारणों से आधी से अधिक आबादी सुविधा से वंचित है। इससे लोगों में नाराजगी है।
दूसरा मुद्दा
मसौढ़ी प्रखंड में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों से लेकर अनुमंडलीय अस्पताल तक में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। न तो पर्याप्त संख्या में चिकित्सक हैं और न ही पैथोलोजिस्ट। अधिकतर दवा यहां नहीं मिल पातीं। डिजिटल एक्स-रे व अल्ट्रासाउंड की सुविधाएं उपलब्ध नहीं है। अस्पतालों की दुर्दशा चुनाव में मुद्दा बन रही है। धनरुआ प्रखंड में वीर गांव के अतिरिक्त स्वास्थ केंद्र सात साल से किराये के भवन में चल रहा है। दत्तमई गांव में छह साल से अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र का भवन बनकर तैयार है। अब उद्घाटन की बाट जोह रहा है। ग्रामीणों ने चुनावी मुद्दा बना लिया है।
तीसरा मुद्दा
मसौढ़ी को ग्रेटर पटना में जोडऩे की मांग लंबे समय से उठ रही है। स्थानीय लोगों का कहना है कि आर्यभट्ट की वेधशाला का पुनरुद्धार हो जाए तो मसौढ़ी की पहचान विश्व स्तर पर हो सकती है।
चौथा मुद्दा
धनरुआ प्रखंड में अधिकतर लोग कृषि पर आधारित हैं, लेकिन सिंचाई व्यवस्था लचर है। किसान निजी पंप सेट की व्यवस्था कर सिंचाई करते हैं। सिंचाई के सरकारी साधन और नहर नहीं रहने से किसानों को परेशानी हो रही है।
पांचवा मुद्दा
मसौढ़ी और धनरुआ दोनों ही प्रखंडों में बेहतर शिक्षा व्यवस्था नहीं होने से शहरों का रुख करना पड़ता है। हाई या हायर सेकेंडरी स्कूल हैं भी तो उनमें शिक्षकों की भारी कमी है। इस कारण अभिभावक अपने बच्चों के भविष्य को लेकर काफी चिंतित हैं।
एक नजर
कुल मतदाता : 335742
पुरुष : 174028
महिला : 161711
थर्ड जेंडर : 3
लिंगानुपात : 929.22
13 प्रत्याशी आजमा रहे किस्मत
मसौढ़ी से एक भी नाम वापस नहीं लिया गया। राजद की रेखा देवी, जनता दल यूनाइटेड की नूतन पासवान, लोजपा के परशुराम कुमार सहित 13 प्रत्याशी मैदान में हैं। भारतीय सबलोग पार्टी की सरिता पासवान, बसपा के राजकुमार राम, भारतीय पंचशील पार्टी के रामजी रविदास, बहुजन मुक्ति पार्टी के नरेश मांझी, पीपुल्स पार्टी ऑफ इंडिया डेमोक्रेटिक के विमलचंद्र दास, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के जितेंद्र कुमार, निर्दलीय सिकंदर पासवान, लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी के रामाशीष पासवान, भारतीय दलित पार्टी के अनिल दास व भारतीय पंचशील पार्टी के रामजी रविदास मसौढ़ी विधानसभा से किस्मत आजमा रहे हैं।
वर्ष 2010 विस चुनाव
जीत
राजद की रेखा देवी
प्राप्त वोट 89657
हार
एचएएमएस के नूतन पासवान
प्राप्त वोट 50471
हार का अंतर 39186
वर्ष 2015 विस चुनाव
जीत
जेडीयू के अरुण मांझी
प्राप्त वोट 56977
हार
एलजेपी के अनिल कुमार
प्राप्त वोट
51945
हार का अंतर 5032