Bihar Election 2020: कठिन जीत वाली 18 सीटों पर इस बार आसान होगी लड़ाई, NDA को मिल सकता है फायदा
Bihar Chunav 2020 विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में तीन नवंबर को 94 सीटों पर मतदान होना है। गत चुनाव में इनमें से जिन 18 सीटों पर पांच हजार वोटों के फैसला हुआ था उनमें अधिकांश पर भाजपा और जदयू आमने-सामने थे। इस समय दोनों साथ हैं।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Assembly Election 2020: बिहार विधानसभा के दूसरे चरण में मतदान (Second Phase Voting) वाली 94 में से 18 सीटों पर पिछले चुनाव में महज पांच हजार वोटों के फासले से जीत दर्ज हो पाई थी। इनमें से अधिक सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (BJP) और जनता दल यूनाइटेड (JDU) आमने-सामने थे। इस समय दोनों दल राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के घटक के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं, वोटों का ट्रांसफर (Vote Transfer) ठीक ढंग से हुआ तो दोनों दलों के उम्मीदवारों की मुश्किलें कम हो सकती हैं।
पांच हजार से भी कम दो मंत्रियों की जीत का अंतर
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के कैबिनेट के दो मंत्रियों नंदकिशोर यादव (Nand Kishore Yadav) और श्रवण कुमार (Shravan Kumar) की जीत का अंतर तो पांच हजार से भी कम था। पटना साहिब क्षेत्र में नंदकिशोर यादव को 88108 और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) उम्मीदवार संतोष मेहता को 85316 वोट मिले थे। आरजेडी को उस समय जेडीयू का भी समर्थन मिला था। अब जेडीयू के समर्थक बीजेपी उम्मीदवार नंदकिशोर यादव की मदद कर रहे हैं। महागठबंधन में यह सीट कांग्रेस के हिस्से में है। कांग्रेस ने प्रवीण सिंह कुशवाहा को उम्मीदवार बनाया है।
नालंदा विधानसभा क्षेत्र में ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार जेडीयू उम्मीदवार की हैसियत से चुनाव लड़ रहे हैं। 2015 के चुनाव में श्रवण कुमार को 72596 और बीजेपी उम्मीदवार को 69600 वोट मिले थे। बीजेपी के समर्थन से श्रवण कुमार राहत महसूस कर रहे हैं। महागठबंधन में यह सीट कांग्रेस के खाते में है।
तब 461 वोटो से हारीं थीं लवली, फिर डटे मैदान में
पूर्व सांसद लवली आनंद शिवहर में महज 461 वोटों से हारी थीं। मुकाबले में जेडीयू के उम्मीदवार थे। लवली उस समय एनडीए की उम्मीदवार थीं। इस समय आरजेडी के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं। गोपलागंज के बरौली में आरजेडी उम्मीदवार मो. नेतातुल्लाह 504 वोटों के अंतर से जीते थे। बीजेपी के रामप्रवेश राय दूसरे नम्बर पर थे। राय इस बार भी बीजेपी के उम्मीदवार हैं। आरजेडी ने मो. नेमतुल्लाह की जगह रियाजुल हक राजू को उम्मीदवार बनाया है। आरेजडी की इतनी कम वोटों से जीत उस हालत में हुई थी। जबकि जेडीयू महागठबंधन का हिस्सा था।
केवल 464 वोटों से जीते थे, आजमा रहे भाग्य
चनपटिया में बीजेपी के प्रकाश राय सिर्फ 464 वोटों के अंतर से चुनाव जीते थे। इस बार बीजेपी ने उम्मीदवार बदल दिया है। उमाकांत सिंह बीजेपी उम्मीदवार हैं। पिछली बार जेडीयू उम्मीदवार दूसरे नम्बर पर थे। नए समीकरण के हिसाब से चनपटिया में बीजेपी आसान जीत की उम्मीद कर रही है।
2015 में यह था परिणाम
- पटना साहिब: बीजेपी- 88108, आरजेडी- 85316
- नालंदा: जेडीयू- 72596, बीजेपी- 69600
- नौतन: बीजेपी- 66695, जेडीयू- 52362
- चनपटिया: बीजेपी- 61304, जेडीयू- 60840
- बेतिया: कांग्रेस- 66786, बीजेपी- 64466
- पिपरा: बीजेपी- 65592, जेडीयू- 61622
- शिवहर: जेडीयू: 44576, हम: 44115
- बेलसंड: जेडीयू: 33785, एलजेपी: 28210
- मधुबनी: आरजेडी: 76823, बीजेपी: 69516
- राजनगर: बीजेपी- 71614, आरजेडी: 65372
- झंझारपुर: आरजेडी: 64320, बीजेपी: 63486
- बरुराज: आरजेडी: 68081, बीजेपी: 63102
- बरौली:आरजेडी: 61690, बीजेपी: 61186
- कुचायकोट: जेडीयू: 72224, एलजेपी: 68662
- सिवान:बीजेपी: 55156, जेडीयू: 51622
- जीरादेई: जेडीयू: 40760, बीजेपी: 34669
- गोपालपुर: जेडीयू: 57403, बीजेपी: 52234
- बिहारशरीफ: बीजेपी: 76201, आरजेडी: 73861