Move to Jagran APP

Bihar Assembly Election 2020: पहले टमटम व जीप से होता था चुनाव प्रचार, 1996 में दो लाख खर्च कर बने थे भोला यादव विधायक

अब साधारण लोगों के लिए राजनीति नहीं रही है। अब पैसे के बल पर चुनाव लड़ा जाता है। 80 वर्षीय भोला यादव ने कहा कि आज भ्रष्टाचार का बोलबाला कायम है। भोला ने 1985 में पहली बार पार्टी लोकदल से चुनाव लड़ा था।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Mon, 05 Oct 2020 04:31 PM (IST)Updated: Mon, 05 Oct 2020 04:31 PM (IST)
Bihar Assembly Election 2020: पहले टमटम व जीप से होता था चुनाव प्रचार, 1996 में दो लाख खर्च कर बने थे भोला यादव विधायक
बांका के कटोरिया के पूर्व विधायक भोला यादव

बांका [बिजेन्द्र कुमार राजबंधु]। भोला यादव 1996 में कटोरिया विधानसभा सीट जीतकर विधायक बने थे। साढ़े तीन साल तक विधायक रहे भोला यादव ने कहा कि उनका टिकट एक साजिश के तहत काट दिया गया था। इस कारण वे दोबारा विधायक नहीं बन सके थे। उनका कहना है कि अब साधारण लोगों के लिए राजनीति नहीं रही है। अब पैसे के बल पर चुनाव लड़ा जाता है। इस कारण जनता को अच्छे जनप्रतिनिधि नहीं मिल पाते हैं।

loksabha election banner

विधायक गिरिधारी यादव उस वक्त पहली बार चुने गए थे सांसद

उस वक्त विधायक गिरिधारी यादव के पहली बार सांसद बनने पर कटोरिया में उपचुनाव हुआ था। उस समय लालू प्रसाद ने जनता दल (अब राष्ट्रीय जनता दल) से टिकट दिया था। महज दो लाख रुपये खर्च कर भोला विधायक बने थे। साढ़े तीन साल विधायक रहने के बाद पुन: उन्हें टिकट नहीं दिया गया। सांसद पद से हारने के बाद पुन: गिरिधारी यादव कटोरिया से विधायक बनेे। अभी वे बांका के सांसद हैं। 

1985 में पहली बार कर्पूरी ठाकुर की पार्टी लोकदल से चुनाव लड़े थे भोला

80 वर्षीय भोला यादव ने कहा कि आज भ्रष्टाचार का बोलबाला कायम है। इसके लिए किसी न किसी रूप से जनता भी दोषी हैं। भोला ने कहा कि उन्होंने 1985 में पहली बार कर्पूरी ठाकुर की पार्टी लोकदल से चुनाव लड़ा था। उस समय उन्हें छह हजार मतों से कांग्रेस के सुरेश यादव ने चुनाव हराया था। उस समय आज की तरह लग्जरी गाडिय़ां नहीं होती थी। जीप व टमटम से चुनाव प्रचार होता था। गांव घर में सड़क नहीं होने से पैदल ही चलकर विधायक जनता से मिलते थे। आज चुनाव में करोड़ों का खर्च हो रहा है। इस कारण साधारण लोग चुनाव नहीं जीत रहे हैं। जितना लोग चुनाव में खर्च करते हैं, वे निकालने में रहते हैं। इस कारण अच्छे जनप्रतिनिधि नहीं मिल पाते हैं।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.