Bihar Assembly Election 2020: रात के अंधेरे में तय हुए प्रत्याशी तो कांग्रेस में मचा घमासान
रात में सिंबल देने का विरोध कांग्रेस में शुरू हो गया है। पहले चरण के प्रत्याशी तय होने के बाद जहां पार्टी के पूर्व अध्यक्ष ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ आवाज उठाई थी वहीं दूसरे चरण के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान होने के बाद फिर विरोध हो गया है।
पटना, जेएनएन। रात के अंधेरे में सिंबल देने का विरोध कांग्रेस में शुरू हो गया है। पहले चरण के प्रत्याशी तय होने के बाद जहां पार्टी के पूर्व अध्यक्ष अनिल कुमार शर्मा ने पार्टी नेतृत्व के खिलाफ आवाज उठाई थी, वहीं दूसरे चरण के उम्मीदवारों के नाम का ऐलान होने के बाद पूर्व मंत्री और कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष चंदन बागची ने पार्टी नेतृत्व को कठघरे में खड़ा किया है।
होटल के कमरे में गुपचुप तरीके से सिंबल देने पर सवाल
गुरुवार को बागची ने प्रत्याशियों के चयन में गड़बड़ का अंदेशा जताया। कहा, ऐसी क्या वजह है कि प्रदेश चुनाव समिति की बैठक ही नहीं हुई। दिल्ली में बंद कमरे में प्रत्याशियों का चयन कर लिया और रात के अंधेरे में होटल के कमरे में गुपचुप तरीके से उन्हें सिंबल भी दे दिए गए।
सूची न सदाकत आश्रम में टांगी गई और ना ही एआइसीसी में
बागची ने कहा कि यह पहला मौका है जब दिल्ली में बैठक हुई है। वह भी रात के अंधेरे में। प्रत्याशी तय होने के बाद इनकी सूची ना तो सदाकत आश्रम में टांगी गई और ना ही एआइसीसी दफ्तर में।
पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बिहार में कार्यकर्ताओं में गुस्सा
उन्होंने कहा पार्टी नेतृत्व के खिलाफ बिहार में कार्यकर्ताओं में गुस्सा है। कई जिलाध्यक्ष पार्टी छोडऩे का मन बना रहे हैं। उन्होंने कहा केंद्रीय नेतृत्व ने बिहार के किसी भी नेता को विश्वास में नहीं लिया। उन्होंने कहा कांग्रेस को इस प्रकार गुपचुप तरीके से फैसला लेने पर पुनर्विचार करना चाहिए।
पहले भी उठे कार्यशैली पर सवाल
यह पहला मौका नहीं है जब टिकट तय करने में धांधली के आरोप लगाए गए हैं। पहले चरण के टिकट तय होने के बाद पूर्व अध्यक्ष अनिल शर्मा भी केंद्रीय नेतृत्व की कार्यशैली पर सवाल उठा चुके हैं।