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Bihar Election 2020: रणक्षेत्र : नवादा की पांच सीटों पर रेस में 70 उम्‍मीवार, किरदार वही लेकिन बदल गया दृश्य

Bihar Assembly Election 2020 नवादा की पांच सीटों पर 70 प्रत्‍याशी जोर लगाए हुए हैं। पिछले चुनाव में दो सीटें भाजपा दो राजद व एक सीट कांग्रेस को मिलीं थीं। इस बार की बात करें तो कई सीटों पर बागी प्रत्याशी लड़ाई में तीसरा कोण बनाने की कोशिश में हैं।

By Amit AlokEdited By: Published: Tue, 20 Oct 2020 09:03 AM (IST)Updated: Tue, 20 Oct 2020 09:03 AM (IST)
बिहार विधानसभा चुनाव में नेताओं की रैलियां। प्रतीकात्‍मक कार्टून।

पटना, वरुणेंद्र कुमार। Bihar Assembly Election 2020: नवादा जिले की पांच विधानसभा सीटों पर पहले चरण में मतदान है। नवादा, वारिसलीगंज, गोविंददपुर, रजौली व हिसुआ में 28 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे। इन पांच सीटों पर कुल 70 उम्मीदवार विधायक बनने की रेस में हैं। प्रचार-प्रसार चरम पर है। हिसुआ, वारिसलीगंज व रजौली में भाजपा प्रत्याशी हैं, जबकि गोविंदपुर व नवादा में जदयू के उम्मीदवार हैं। वहीं महागठबंधन की ओर से नवादा, गोविंदपुर व रजौली से राजद जबकि हिसुआ व वारिसलीगंज से कांग्रेस के प्रत्याशी खड़े हैं। पिछले चुनाव में दो सीटें भाजपा, दो राजद व एक सीट कांग्रेस के खाते में गई थी। इस बार कई सीटों पर बागी या पाला-बदल कर दूसरे दलों से उम्मीदवार बन बैठे प्रत्याशी लड़ाई का तीसरा कोण बनाने को बेताब हैं।

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रजौली : बागियों से पार पाना आसान नहीं

रजौली सुरक्षित विधानसभा सीट से कुल 22 प्रत्याशी मैदान में हैं। राजद के प्रकाश वीर और भाजपा के कन्हैया कुमार के बीच निर्दलीय बनबारी राम व अर्जुन राम तीसरा कोण बना रहे हैं। बीते चुनाव में राजद के प्रकाश वीर ने भाजपा के प्रत्याशी अर्जुन राम को करीब पांच हजार मतों से हराया था। इस बार भाजपा ने अपने प्रत्याशी को बदल दिया तो अर्जुन राम बगवात कर निर्दलीय मैदान में आ गए हैं। राजद में भी बगावत है, वहां टिकट नहीं मिलने से नराज प्रेमा चौधरी निर्दलीय उम्मीदवार हो गई हैं। अलग-अलग दलों से चार बार के विधायक बनबारी राम भी मैदान में आ डटे हैं। इनके अलावा विभिन्न दलों से मोहन चौधरी, श्यामसुंदर कुमार रवि, विश्वनाथ तांती, प्रियंका देवी, नरेश राम, दिलीप पासवान, मिथिलेश राजवंशी, दुष्यंत पासवान, दुर्गा राजवंशी और दीपक कुमार चुनाव मैदान में हैं।

रजौली : 22 प्रत्याशी

1-कन्हैया कुमार, भाजपा

2-प्रकाश वीर, राजद

3-बनबारी राम, निर्दलीय

4-अर्जुन राम, निर्दलीय

हिसुआ में कमल से हाथ का सीधा मुकाबला

हिसुआ विधानसभा से कुल आठ प्रत्याशी अखाड़े में हैं। भाजपा के अनिल ङ्क्षसह का कांग्रेस की नीतू कुमारी से सीधा मुकाबला माना जा रहा है। पिछले चुनाव में अनिल ङ्क्षसह ने जदयू के कौशल यादव को 12 हजार मतों से हराया था। अनिल ङ्क्षसह को यहां से लगातार तीन बार जीत मिली है। वह चौथी पारी की दावेदारी कर रहे हैं। उनके मुकाबले में कांग्रेस की नीतू कुमारी उतरी हैं। वे आदित्य ङ्क्षसह की पुत्रवधू हैं। आदित्य सिंह 1980 से 2005 फरवरी तक छह बार विधायक रह चुके हैं। नीतू कुमारी का यह तीसरा चुनाव है। पिछले दो चुनावों से इस सीट पर तीसरे स्थान पर आ सकी हैं। 2010 का चुनाव कांग्रेस व 15 का चुनाव सपा के टिकट पर लड़ी थीं। इस बार फिर कांग्रेस ने उनपर भरोसा जताया है। इनके अलावा बसपा के उत्तम कुमार चौधरी, शोषद के सुधीर कुमार, राजपा के अनिल कुमार शर्मा भी ताल ठोक रहे हैं।

हिसुआ : 08 प्रत्याशी

अनिल सिंह, भाजपा

नीतू कुमारी, कांग्रेस

उत्तम चौधरी, बसपा

नवादा में लड़ाई को रोचक बनाएंगे बागी

नवादा विधानसभा सीट से कुल 15 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं। एनडीए से जदयू के कौशल यादव, महागठबंधन से राजद की विभा देवी, लोजपा सेशशिभूषण कुमार व रालोसपा के धीरेंद्र कुमार प्रमुख चेहरे हैं। हालांकि मुख्य मुकाबला राजग और महागठबंधन के बीच ही होने के आसार हैं। 2015 में राजद के राजबल्लभ प्रसाद जीते थे। उनके सजायाफ्ता हो जाने के बाद 2019 के उपचुनाव में जदयू के कौशल यादव जीते। निर्दलीय श्रवण कुशवाहा दूसरे और हम के प्रत्याशी धीरेंद्र कुमार मुन्ना तीसरे स्थान पर रहे थे। इस बार राजबल्लभ की जगह राजद ने उनकी पत्नी विभा देवी को उतारा है। लोजपा ने भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष शशिभूषण कुमार बब्लू को उम्मीदवार बना दिया है। हम से बगावत कर धीरेंद्र कुमार मुन्ना निर्दलीय मैदान में हैं। उपचुनाव में दूसरे स्थान पर रहे श्रवण कुशवाहा भी फिर से प्रत्याशी हैं।

नवादा : 15 प्रत्याशी

1. कौशल यादव, जदयू

2. विभा देवी, राजद

3. शशिभूषण कुमार बबलू, लोजपा

4. श्रवण कुमार, निर्दलीय

गोविंदपुर में फिर से तीनों किरदार, लेकिन सीन बदला

गोविंदपुर विधानसभा सीट से कुल 15 प्रत्याशी भाग्य आजमा रहे हैं। जदयू ने कांग्रेस से आईं निवर्तमान विधायक पूर्णिमा यादव को अपना चेहरा बनाया है। वहीं राजद से मो. कामरान और लोजपा से रंजीत यादव भी मैदान में हैं। बीते चुनाव में यहां से कांग्रेस प्रत्याशी के रूप में पूर्णिमा यादव को जीत मिली थी। उन्होंने भाजपा की फूला देवी को पराजित किया था। तीसरे स्थान पर निर्दलीय मो. कामरान रहे थे। गत चुनाव के तीनों प्रमुख किरदार इस बार भी चुनावी अखाड़े में हैं, लेकिन सीन बदला-बदला है। पूर्णिमा यादव यादव अब जदयू की प्रत्याशी हैं। दूसरे स्थान पर रहीं भाजपा की फूला देवी की जगह उनके पति रंजीत यादव लोजपा से प्रत्याशी हैं। वहीं मो. कामरान राजद के प्रत्याशी हैं। लोजपा प्रत्याशी लड़ाई को त्रिकोणीय बनाने में एड़ी-चोटी एक किए हुए हैं। अन्य प्रत्याशियों में बसपा के विशुनदेव प्रसाद यादव, राजनैतिक चेतना दल आंनद प्रियदेव प्रमुख हैं।

गोविंदपुर : 15 प्रत्याशी

1-पूर्णिमा यादव, जदयू

2-मो. कामरान, राजद

3-रंजीत यादव, लोजपा

4. विशुनदेव प्र यादव, बसपा

वारिसलीगंज में होगा त्रिकोणीय मुकाबला

वारिसलीगंज विधानसभा से दस उम्मीदवार खड़े हैं। एनडीए से भाजपा की निवर्तमान विधायक अरुणा देवी, महागठबंधन से कांग्रेस के सतीश कुमार उर्फ मंटन ङ्क्षसह के बीच निर्दलीय आरती सिन्हा तीसरा कोण बना रही हैं। बीते चुनाव की बात करें तो भाजपा की अरुणा देवी ने जदयू के प्रदीप कुमार को हराया था। एक तरह से इस क्षेत्र में 2005 के फरवरी से लेकर 2015 तक के कुल चार बार हुए चुनाव में अरुणा देवी व प्रदीप महतो ही एक-दूसरे को टक्कर देते रहे थे। हालांकि इस बार परिस्थितियां थोड़ी बदली है। प्रदीप एक मामले में सजायाफ्ता हो जाने के कारण चुनाव लडऩे से अयोग्य हो गए हैं। वे मैदान में नहीं उतर सके तो पत्नी आरती सिन्हा को निर्दलीय चुनाव मैदान में उतार दिया है।

वारिसलीगंज : 10 प्रत्याशी

1-अरुणा देवी, भाजपा

2-सतीश कुमार, कांग्रेस

3-कृष्ण देव चौधरी, बसपा

4-आरती सिन्हा, निर्दलीय


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