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Bihar Assembly Election: जानिए बीते चुनावों का हाल- 2010 में NDA तो 2015 में महागठबंधन को बढ़त

Bihar Assembly Election बिहार में दूसरे चरण के मतदान में 94 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। यहां 2010 में एनडीए को बड़ी बढ़त हासिल हुई थी। तब भाजपा व जदयू साथ थे। यहां 2015 में महागठबंधन को जीत मिली थी।

By Amit AlokEdited By: Published: Fri, 25 Sep 2020 09:39 PM (IST)Updated: Fri, 25 Sep 2020 09:39 PM (IST)
Bihar Assembly Election: जानिए बीते चुनावों का हाल- 2010 में NDA तो 2015 में महागठबंधन को बढ़त
लालू प्रसाद यादव एवं नीतीश कमार, फाइल तस्‍वीर।

पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Assembly Election 2020: बिहार में दूसरे चरण के मतदान के दौरान प्रदेश की 94 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे। ये वैसे विधानसभा क्षेत्र हैं, जहां 2010 में एनडीए को बड़ी बढ़त हासिल हुई थी। तब भाजपा-जदयू ने मिलकर चुनाव लड़ा था। वहीं दूसरी ओर राजद और लोजपा के बीच भी दोस्ती थी। दोनों ने मिलकर चुनाव लड़ा था। जबकि, कांग्रेस ने अकेले अपने दम पर चुनाव मैदान में प्रत्याशी उतारे थे। लेकिन 2015 आते-आते राजनीतिक दोस्ती बदल चुकी थी। 17 वर्षों तक साथ चलने वाले भाजपा-जदयू के रास्ते अलग हो चुके थे। जदयू महागठबंधन के साथ चुनाव मैदान में आया था। साथ में कांग्रेस भी थी। इस चुनाव में महागठबंधन को बंपर सफलता मिली। राजद सबसे बड़ा दल बना तो जदयू दूसरे नंबर पर और भाजपा तीसरे पायदान पर रही।

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2015 में पश्चिम चंपारण की नौतन चनपटिया और बेतिया सीट में नौतन और चनपटिया भाजपा के कब्जे में आई तो बेतिया में कांग्रेस को जीत मिली। जबकि, 2010 के चुनाव में दो सीट चनपटिया, बेतिया भाजपा के कब्जे आई थी। जबकि, नौतन पर जदयू का परचम लहराया था।

इसी तरह पूर्वी चंपारण में 2015 के चुनाव में हरसिद्धि व केसरिया पर राजद, गोविंदगंज लोजपा जीती तो कल्याणपुर पिपरा, मधुबन जैसी सीटें भाजपा के कब्जे में आईं। इससे पहले 2010 के चुनाव में हरसिद्धि व केसरिया भाजपा ने जीती थी। जबकि, गोविंदगंज, कल्याणपुर और पिपरा पर जदयू ने कब्जा जमाया था।

इधर 2015 में शिवहर की एक मात्र सीट पर जदयू ने विजयी हासिल की। 2010 में भी यह सीट जदयू के खाते में ही आई थी। दूसरे चरण में सीतामढ़ी की तीन सीटों सीतामढ़ी, रून्नीसैदपुर और बेलसंड पर 2015 में दो पर राजद और एक पर जदयू ने जीत दर्ज कराई थी। जबकि, 2010 में इन तीन सीटों में एक पर भाजपा और दो पर जदयू की जीत हुई थी। 2015 के विधानसभा चुनाव के दूसरे ही चरण में मधुबनी की चार सीट मधुबनी, राजनगर, झंझारपुर और फुलपरास में दो पर राजद और एक-एक सीट पर भाजपा-जदयू ने जीत दर्ज कराई थी। इसके पहले 2010 में दो सीट पर जदयू और एक-एक सीट पर राजद-भाजपा की जीत हुई थी। 2015 के दूसरे चरण के चुनाव में जदयू-राजद को 30-30, भाजपा को 20 जबकि, कांग्रेस ने छह, लोजपा ने दो सीपीआइएमएल ने एक और अन्य ने एक सीट पर विजयी हासिल की।


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