पश्चिम बंगाल में निवेशकों को आकर्षित करने के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का निरंतर प्रयास जारी है। इस बार निवेशकों को आकर्षित करने के लिए वह देश की आर्थिक राजधानी मुंबई गई हैं। अपने तीन दिवसीय मुंबई दौरे में वह वहां कई वाणिज्यिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगी। जाहिर है वह मुंबई के उद्योगपतियों से पश्चिम बंगाल में निवेश करने के लिए अपील करेंगी। लेकिन इस दौरे में सबसे अहम बात यह है कि मुख्यमंत्री ने मुंबई में उतरते ही रिलायंस समूह के मालिक मुकेश अंबानी के घर जाकर उनसे मुलाकात की। मुकेश अंबानी की पश्चिम बंगाल में कई औद्योगिक परियोजनाओं में निवेश करने की योजना है। ममता ने जनवरी 2018 में होनेवाले बंगाल ग्लोबल बिजनेस सम्मिट में भाग लेने के लिए अंबानी को आमंत्रित किया है। इस बार का बंगाल ग्लोबल बिजनेस सम्मिट कुछ अलग होगा। इसके लिए कई एकड़ में तैयार इको पार्क में विश्व बांग्ला कन्वेशन सेंटर तैयार किया गया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर का यह बिजनेस कन्वेंशन सेंटर देश में अपनी तरह का अलग है जिसमें उद्योगपतियों के ठहरने से लेकर सम्मेलन कक्ष तक सारी सुविधाएं है। कहने का अर्थ यह है कि राज्य में उद्योग के लिए ढांचागत सुविधाएं हैं। पानी, बिजली और सड़क आदि बुनियादी ढांचागत सुविधाएं पहले से ही राज्य में मौजूद हैं। मुख्यमंत्री बाहर के उद्योगपतियों को राज्य में मौजूद ढांचागत सुविधाओं के बारे में बताना चाहती हैं ताकि निवेशकों में भरोसा पैदा हो सके। वह इस माह के दूसरे सप्ताह में इंग्लैंड भी जाएंगी। हालांकि वहां वह सिस्टर निवेदिता की 150वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लेंगी। लेकिन बाद में वहां के उद्योगपतियों के साथ भी बैठक करेंगी और उन्हें अगले साल जनवरी में राज्य में होनेवाले बंगाल ग्लोबल बिजनेस सम्मिट में भाग लेने के लिए आमंत्रित करेंगी।
2011 में सत्ता संभालने के बाद से ही ममता राज्य के औद्योगिक विकास के लिए प्रयास कर रही हैं। प्रत्येक वर्ष बंगाल ग्लोबल बिजनेस सम्मिट का आयोजन करती हैं। इसमें भाग लेने के लिए देशी-विदेशी उद्योगपति आते हैं। केंद्र सरकार की भी भागीदारी रहती है। हर साल हजारों करोड़ रुपये निवेश के प्रस्ताव मिलते हैं। यह बात अलग है कि मुख्यमंत्री के इतना प्रयास करने के बावजूद राज्य में विनिर्माण क्षेत्र में कोई बड़ा निवेश नहीं हुआ। इसका मतलब यह नहीं है कि मुख्यमंत्री का प्रयास विफल है। ममता के गंभीर प्रयास से राज्य में निवेश का माहौल बन रहा है।
हाईलाइटर:: (मुख्यमंत्री बाहर के उद्योगपतियों को राज्य में मौजूद ढांचागत सुविधाओं के बारे में बताना चाहती हैं ताकि निवेशकों में भरोसा पैदा हो सके।)

 [ स्थानीय संपादकीय: पश्चिम बंगाल ]