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जब करें पिलियन राइडिंग...

दोस्तों के साथ घूमने के लिए यंगस्टर्स अकसर बाइक या स्कूटी राइड शेयर कर लेते हैं। इससे उनका ट्रांस्पोर्टेशन चार्ज तो आपस में डिवाइड होता ही है, उन्हें बातचीत करने के लिए अच्छा-खासा टाइम भी मिल जाता है।

By Pratibha Kumari Edited By: Published: Wed, 01 Feb 2017 05:43 PM (IST)Updated: Thu, 16 Feb 2017 01:04 PM (IST)
जब करें पिलियन राइडिंग...
जब करें पिलियन राइडिंग...

जब बात राइडिंग टिप्स की आती है तो अकसर लोग पिलियन राइडिंग की बातें भूल जाते हैं। इंडिया में बहुत से लोग ऐसे हैं जो खुद राइड करने के बजाय किसी के टू-व्हीलर पर राइड शेयर कर लेते हैं। अगर आप ऑफिस जाने के लिए या कहीं घूमने जाने के लिए पिलियन राइड करते हैं तो यह आर्टिकल आपके बहुत काम का है। जब कभी पिलियन राइड करें तो इन बातों पर गौर ज़रूर फरमाएं।

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फुट पेग का रखें ध्यान
अकसर पिलियन राइडर बाइक या स्कूटी पर अपना पैर टिकाने के लिए फुट पेग उस पर बैठने के बाद निकालते हैं। उन्हें यह नहीं पता होता है कि ऐसा करते वक्त उन्हें चोट लग सकती है क्योंकि टू-व्हीलर पर बैठने के बाद झुककर हाथ से फुट पेग को निकालना काफी मुश्किल भरा होता है। पिलियन राइडिंग से पहले ही यह डिसाइड कर लें कि पीछे बैठने के बाद आप पैर कहां रखेंगे। हर टू-व्हीलर में राइडर के साथ-साथ पिलियन के लिए भी फुट पेग की व्यवस्था रहती है।

राइडर को कर दें सजग
बहुत सी घटनाओं में यह देखा गया है कि गलती से राइडर टू-व्हीलर को उस समय आगे बढ़ा देता है जब पिलियन राइडर पीछे बैठ रहा होता है। हो सकता है कि राइडर गलती कर बैठे इसलिए आप बैठते समय राइडर को यह निर्देश ज़रूर दें कि जब तक आप न बोलें, वह व्हीकल स्टार्ट नहीं करेगा। बहुत से लोगों के लिए यह फनी मोमेंट बन जाता है लेकिन सच्चाई यह है कि ऐसी घटनाओं में पिलियन को कई बार गंभीर चोटें भी आ जाती हैं।

कपड़ों की न करें अनदेखी
इंडिया में बहुत सी पिलियन राइडर्स लेडीज़ होती हैं जो साडिय़ां पहनकर या गले में दुपट्टा बांधकर बाइक पर बैठती हैं। ज़्यादातर एक्सीडेंट्स पिलियन राइडर का कपड़ा टू-व्हीलर के पहिए या फिर बगल से गुज़र रही किसी गाड़ी में फंसने के कारण होते हैं। इसकी वजह से बहुत गंभीर घटनाएं होने का अंदेशा रहता है इसलिए आप स्कूटी या बाइक पर बैठने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आपका कपड़ा उड़ नहीं रहा हो।

साइलेंसर से बनाएं दूरी
पिलियन राइडर के लिए उस समय सबसे ज़्यादा मुश्किल होती है जब उसे यह नहीं पता होता कि बाइक पर बैठकर पैर सिर्फ फुट पेग पर रखना है। ऐसे में कुछ लोग साइलेंसर पर पैर टिका लेते हैं। राइडिंग के समय बाइक का साइलेंसर इतना गर्म होता है कि आप उस पर आराम से रोटी बना सकते हैं। इसलिए अगर आपने ऐसा किया है तो आपका फुटवेयर थोड़ी देर में धुएं में तब्दील हो सकता है और उसमें आग पकडऩे की आशंका भी रहती है। ऐसी घटनाएं सबसे ज़्यादा मोटरसाइकिल में होती हैं। बाइक सवार को यह भी हिदायत दी जाती है कि वह साइलेंसर के ऊपर कोई भी सामान न बांधे।

राइडर को पकड़कर रखें
टू-व्हीलर की सवारी करते समय हर पिलियन राइडर को क्रॉस लेग करके बैठना चाहिए। पूरी राइड के दौरान उसे राइडर की कमर या जैकेट को पकड़कर भी रखना चाहिए। दुर्घटना के समय अकसर पिलियन राइडर ही पहले नीचे गिरता है। ऐसा होता है क्योंकि वह फ्री होकर बैठा होता है। राइडर को पकड़े रहने से आप उसके साथ ही प्रतिक्रिया करेंगे, जिससे आपको चोट भी कम लगेगी।

बच्चों को टैंक से रखें दूर
अकसर लोग बाइक चलाते वक्त अपने छोटे बच्चों को टैंक पर बैठा लेते हैं। बच्चे शरारती होते हैं और बिना पूछे कभी भी आपकी बाइक का इंजन बंद कर सकते हैं, जिससे बाइक से आपका कंट्रोल किसी भी समय हट सकता है। इसलिए राइड करते वक्त कभी भी बच्चों के साथ किसी तरह का रिस्क न लें।

अमित द्विवेदी


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