रिजेक्शन को कहें 'हां'
लाइफ में आगे बढऩे के लिए रिजेक्शन को फेस करना बहुत ज़रूरी होता है, सेसफुल होने के लिए हां के साथ ही न सुनने की आदत भी सबके अंदर होनी चाहिए।
अकसर युवा 'न' सुनने से घबराते हैं, जबकि माना जाता है कि ट्वेंटीज़ की उम्र खुद को किसी भी तरह के रिजेक्शन के लिए तैयार करने की सबसे सही उम्र होती है। इसी उम्र में वे कॉलेज के एंट्रेंस एग्ज़ैम्स देते हैं, जिनमें इंटरव्यू भी शामिल होता है। कुछ स्टूडेंट्स फस्र्ट जॉब के लिए भी प्रयासरत होते हैं पर पहली कोशिश में सबकी मेहनत सफल हो जाए, यह ज़रूरी नहीं होता है। ऐसे में हताश होने के बजाय रिजेक्शन को स्वीकार करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
कॉलेज इंटरव्यू रिजेक्शन
बचपन से लेकर बड़े होने तक, हर चीज़ के लिए हमेशा हां सुनते रहने से अचानक से 'न' सुनना कई लोगों के लिए बहुत नेगेटिव साबित हो जाता है। उन्हें समझ नहीं आता है कि इस कंडीशन को कैसे डील किया जाए, जबकि यह परिस्थिति उनके आगे बढऩे के लिए बहुत उपयोगी साबित होती है। रिजेक्शन को पॉजि़टिव तरीके से ऐक्सेप्ट करने पर अपनी गलतियों से सीखा जा सकता है। ज़्यादातर कॉलेजों में एंट्रेंस एग्ज़ैम में रिटेन टेस्ट के साथ इंटरव्यू और ग्रुप डिस्कशन की प्रक्रिया भी शामिल होती है। अकसर स्टूडेंट्स के लिए यह फस्र्ट इंटरव्यू होता है, जिसमें वे घबरा जाते हैं। हर कोई पहले प्रयास में ही सफल नहीं हो जाता है। एक बार रिजेक्ट होने पर कॉन्फिडेंस खोने के बजाय दोगुनी तैयारी करने में जुट जाना चाहिए। इसके लिए चाहें तो सेलेक्टेड स्टूडेंट्स से टिप्स ले सकते हैं या इंटरव्यू विडियोज़ भी देख सकते हैं।
नोट : इन इंटरव्यूज़ में बहुत डिफिकल्ट क्वेश्चंस नहीं पूछे जाते हैं। अकसर यही पूछा जाता है कि आप वह कोर्स क्यों करना चाहते हैं या यह कॉलेज क्यों सेलेक्ट किया है।
जॉब इंटरव्यू रिजेक्शन
फर्स्ट जॉब को लेकर सभी बहुत उत्साहित होते हैं। मन में इस पहले फॉर्मल इंटरव्यू को लेकर टेंशन होना स्वाभाविक है। बड़ों से कितने ही टिप्स क्यों न मिले हों, सच तो यही होता है कि हर इंटरव्यू और इंटरव्यूअर दूसरे से बिलकुल अलग होता है। रिजेक्शन से बचने के लिए मॉक इंटरव्यूज़ की प्रैक्टिस ज़रूर करनी चाहिए। रिजेक्ट हो जाने की स्थिति में खुद को या किसी और को दोष देने के बजाय दूसरे इंटरव्यूज़ की तैयारी शुरू कर देनी चाहिए। इस रिजेक्शन के बारे में ध्यान से सोचने और अनुभवी लोगों से डिस्कस करने पर अपनी गलतियों को सुधारा जा सकता है।
नोट : जॉब इंटरव्यू में अकसर आपके फ्यूचर गोल्स और हॉबीज़ के बारे में पूछा जाता है। कुछ इंटरव्यूअर्स आपको उनसे क्वेश्चंस पूछने की इजाज़त भी देते हैं। ऐसे में कॉन्फिडेंट होकर अपनी सैलरी और जॉब रोल की जानकारी लेनी चाहिए।
लव प्रपोज़ल रिजेक्शन
यंग एज में हर किसी के सीक्रेट्स में प्यार-मोहब्बत के किस्से होना आम बात है। प्रपोज़ कोई भी करे, ज़रूरी नहीं कि सामने वाला प्रपोज़ल ऐक्सेप्ट करने के लिए तैयार ही बैठा हो। इस केस में न सुनने के बाद अकसर युवाओं के मन में नेगेटिव भावनाएं आने लगती हैं। इसकी वजह है कि घरवालों से इस संबंध में बात की नहीं जा सकती और दोस्त इस सिचुएशन का मज़ाक बना सकते हैं। इस कठिन समय में अगर सही मार्गदर्शन मिल जाए तो बिगड़ती बात को बनाया भी जा सकता है। आगे बढऩे की कोशिश करने के साथ ही यह भी समझना चाहिए कि जि़ंदगी खत्म नहीं, बल्कि अब शुरू हुई है।
नोट : इस उम्र में अपोजि़ट सेक्स के प्रति आकर्षण होना बिलकुल आम बात है। किसी वजह से अगर वह आपको पसंद नहीं करता/करती है तो हताश होने की ज़रूरत नहीं है। उसके या अपने बारे में कुछ गलत सोचने के बजाय मूव ऑन करने की कोशिश की जानी चाहिए।
दीपाली पोरवाल