जुनून से मिलती है कामयाबी
'मुझे बचपन से ही डांस का क्रेज रहा है। डांसिंग का पैशन ही है कि मैंने एमबीए करने के बाद डांस को करियर बना लिया। जॉब छोडऩा आसान नहीं था, लेकिन पैशन हो तो सब मुमकिन है।' कहती हैं डांसर, कोरियोग्राफर किमाया ...। उनसे एक खास मुलाकात...
'मुझे बचपन से ही डांस का क्रेज रहा है। डांसिंग का पैशन ही है कि मैंने एमबीए करने के बाद डांस को करियर बना लिया। जॉब छोडऩा आसान नहीं था, लेकिन पैशन हो तो सब मुमकिन है।' कहती हैं डांसर, कोरियोग्राफर किमाया ...। उनसे एक खास मुलाकात...
आजकल क्या कर रही हैं?
इस समय मैं दिल्ली में अपना डांस इंस्टीट्यूट चला रही हूं। डांस वर्कशॉप्स करना और हर उम्र केलोगों को डांस सीखने के लिए प्रेरित करना मेरा फुलटाइम जॉब है। वर्कशॉप में डांस के जाने-माने महारथी आते हैं। जैसे-रेमो, सरोज खान आदि।
सफर कैसा रहा?
मैंने डांस को करियर बनाने के बारे में कभी नहीं सोचा था। फाइनेंस में एमबीए करने के बाद छह साल कॉर्पोरेट सेक्टर में काम किया। कुछ समय बाद लगा मैं सही जगह पर नहीं हूं, मुझे डांस फील्ड में ही होना चाहिए। यह साल 2007 की बात है। उसी साल मैंने डांस इंस्टीट्यूट खोला जिसे कामयाबी भी मिली। मैंने डांस फील्ड के जाने-माने गुरुओं से शिक्षा ली है। मेरा यह सफर काफी रोमांचक रहा। इससे मुझे कई सबक भी मिले।
आपकी मंजि़ल?
मैं डांस की फील्ड में अपना एक अलग मुकाम बनाना चाहती हूं। साथ ही अपने इंस्टीट्यूट का विस्तार भी करना चाहती हूं ताकि डांस की कला ज्य़ादा से ज्य़ादा लोगों तक पहुंचे। छोटे-छोटे शहरों में भी लोग डांस के लाभ से परिचित हों।
यूथ को मेसेज
किसी भी फील्ड में आगे बढऩे के लिए जुनून जरूरी है। इसके बिना आप भीड़ में खो जाएंगे। आपके सपने भी वक़्त के साथ गुम हो जाएंगे। इसलिए आत्मविश्वास बनाए रखें और अपने पैशन को कभी भी मरने ना दें।
सीमा झा