एक संसार यह भी...
क्यों ना, एक बार डीडी के साथ शहर की लाइब्रेरीज़ की सैर कर ली जाए! कहीं किसी कोने या शेल्फ पर आपको किताब या ज्ञान का वह खजाना मिल जाए, जिससे डिजिटल वर्ल्ड अभी अनजान हो।
कौन कहता है कि रोमैंस सिर्फ पाक्र्स या मॉल्स में हो सकता है? यह भी कौन कहता है कि दोस्ती सिर्फ इंसानों से हो सकती है? कभी-कभी ट्रडिशनल चीज़ों में कुछ बदलाव करके देखना चाहिए। इंग्लिश में एक प्रचलित कहावत है, 'बुक्स आर वन्स बेस्ट फ्रेंड्स'। वाकई में, किताबों से दोस्ती करने से बेहतर कुछ नहीं हो सकता। व्यक्ति की सबसे बड़ी राज़दार और सच्ची दोस्ती होती हैं ये किताबें। जब दोस्ती किताबों से हो जाती है तो लाइब्रेरी से ज़्यादा रोमैंटिक जगह दूसरी नज़र नहीं आएगी। अगर कोई खास प्रोजेक्ट खत्म करने के लिए शांति ढूंढ रहे हों या अपनी फेवरिट बुक का फस्र्ट एडिशन, हो सकता है कि लाइब्रेरी में वह तलाश पूरी हो जाए।
दिल्ली पब्लिक लाइब्रेरी
आप दिल्ली के किसी भी कोने में रहते हों, आसानी से यहां जा सकते हैं। इसके लिए आपके पास दिल्ली का रेजि़डेंशियल प्रूफ (वोटर आईडी, राशन कार्ड) होना चाहिए। यहां आपको पढऩे के लिए विभिन्न भाषाओं की 16 लाख किताबें मिल जाएंगी। कॉम्पिटिटिव बुक्स के साथ ही यहां कानून, दर्शन, धर्म, मेडिकल साइंस, इंजीनियरिंग, साहित्य और फिक्शन से जुड़ी किताबों का अच्छा कलेक्शन मिल जाएगा। यहां बुक्स इश्यू करवाने के लिए 20 रुपये का मेंबरशिप कार्ड बनवाना पड़ता है।
लोकेशन : साउथ, ईस्ट,
नॉर्थ एंड वेस्ट दिल्ली
द अमेरिकन लाइब्रेरी
अगर आप सुकून भरा एक कोना तलाश रहे हैं तो फ्री में यहां बैठ सकते हैं। यहां की मेंबरशिप लेने से आप चार किताबें, पीरियॉडिकल्स के 2 बैक इश्यूज़ और 2 डीवीडी इश्यू करवा सकते हैं। मेंबर को और भी कई तरह के $फायदे मिलते हैं, जैसे कि लाइब्रेरी के अकाउंट्स को ऑनलाइन एक्सेस कर सकते हैं, सर्च लिस्ट्स बना सकते हैं आदि। प्रॉपर फोटो आइडेंटिफिकेशन से 16 वर्ष से ज़्यादा की उम्र वाले लोग यहां के मेंबर बन सकते हैं। 400 रुपये फीस अकेले व्यक्ति की और 500 पर ईयर फैमिली मेंबरशिप फीस होती है।
लोकेशन : अमेरिकन सेंटर,
24 कस्तूरबा गांधी मार्ग
ब्रिटिश काउंसिल लाइब्रेरी इंडिया
यूके से पढ़कर आया कोई भी स्टूडेंट यहां की फॉर्मैलिटीज़ और नेसेसिटी को बहुत आसानी से समझ जाएगा। यहां एंट्री लेने के लिए आपका इस लाइब्रेरी का मेंबर होना ज़रूरी माना जाता है। उसके बाद आप 85000 अकैडेमिक बुक्स और 14000 ई जर्नल्स को कभी भी ऑनलाइन पढ़ सकते हैं। उसके अलावा लाइब्रेरी द्वारा करवाई जाने वाली वर्कशॉप्स, सेमिनार्स और इवेंट्स का भी आप हिस्सा बन सकते हैं। यूं तो मेंबरशिप फीस 1000 रुपये से शुरू हो जाती है पर वैलिडिटी के हिसाब से मेंबरशिप प्लैन्स बदलते भी रहते हैं।
लोकेशन : ब्रिटिश काउंसिल
डिविज़न, 17 कस्तूरबा गांधी मार्ग
द जापान फाउंडेशन लाइब्रेरी
अगर आपको जापान के बारे में जानकारी इकट्ठी करनी हो या उस देश से जुड़े किसी प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हों तो यह लाइब्रेरी खास आपके लिए है। यहां जापान से जुड़ी हर जानकारी के साथ ही ज़रूरी रेफरेंस सर्विसेज़ और इंटरनेशनल कल्चरल एक्सचेंज से रिलेटेड सारी सामग्री आपको आसानी से मिल जाएगी। अगर आप दिल्ली/एनसीआर के रहने वाले और यहां के मेंबर हैं तो बुक्स बॉरो करने के अलावा यहां मौज़ूद मल्टीमीडिया टूल्स का भी यूज़ कर सकते हैं। एक या दो दिनों के लिए लाइब्रेरी यूज़ करना चाहते हों तो डेली मेंबरशिप कार्ड बनवा सकते हैं।
लोकेशन : 5ए, रिंग रोड,
लाजपत नगर 4
डॉ. बीसी रॉय चिल्ड्रंस रीडिंग रूम एंड लाइब्रेरी
यह लाइब्रेरी फेमस कार्टूनिस्ट शंकर पिल्लई द्वारा स्थापित की गई थी। यहां बच्चों की रुचि से जुड़ी 4000 किताबों का अच्छा-खासा कलेक्शन है, जिसमेंं साइंस, आर्ट एंड कल्चर और माइथोलॉजी से जुड़ी बुक्स शामिल हैं। यहां दो तरह के मेंबरशिप ऑप्शंस अवेलेबल हैं- नॉर्मल और स्पेशल। मेंबर्स को आईडी काड्र्स इश्यू करवाए जाते हैं, जिससे कि वे आसानी से यहां एंट्री ले सकें। 5 से 18 वर्ष तक की उम्र के स्टूडेंट्स इस लाइब्रेरी का लाभ उठा सकते हैं। इसकी एक खास बात यह भी है कि यह पूरे हफ्ते खुली रहती है।
लोकेशन : नेहरू हाउस,
4, बहादुर शाह ज़फर मार्ग
शास्त्री भवन
केंद्रीय सचिवालय की इस लाइब्रेरी में विभिन्न तरह की किताबेें और डॉक्युमेंट्स पढऩे को मिल जाते हैं। कोलकाता के बाद यह दूसरी लाइब्रेरी है, जहां राष्ट्र का सभी महत्वपूर्ण लिटरेरी खजाना पाया जाता है। वैसे तो जानकारियां इकट्ठा करने के लिए यहां ज़्यादातर सरकारी विभागों या मंत्रालय से जुड़े लोग ही आते हैं पर आम जनता भी इस लाइब्रेरी की मेंबरशिप ले सकती है। यहां की सदस्यता हासिल करने के लिए पाठकों के पास ओरिजिनल आईडी प्रूफ होना अनिवार्य है। रविवार के अलावा सुबह 9 बजे से शाम के 6 बजे तक कभी भी यहां जाया जा सकता है।
लोकेशन : सेंट्रल सेक्रेटरिएट लाइब्रेरी,
जी विंग, शास्त्री भवन
आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया
1902 में स्थापित की गई इस लाइब्रेरी में लगभग 1000 किताबों का कलेक्शन है, जिसमें किताबों के साथ ही कई तरह के डॉक्युमेंट्स और जर्नल्स भी शामिल हैं। इनमें हिस्ट्री, आर्कियोलॉजी, एंथ्रोपोलॉजी, आर्किटेक्चर, आर्ट, एपिग्राफी एंड न्यूमिस्मैटिक्स, इंडोलॉजी, लिटरेचर, जियोलॉजी आदि विषयों से जुड़ी जानकारियों को पढ़ा जा सकता है। यहां आर्टवर्क का ऐसा कलेक्शन भी उपलब्ध है, जो आमतौर पर किसी गैलरी में जल्दी नहीं मिलता है। यहां किताबों को ड्वेली डेसिमल सिस्टम के द्वारा ऑर्गेनाइज़ किया जाता है। रेफरेंस के तौर पर इस लाइब्रेरी का प्रयोग कोई भी कर सकता है।
लोकेशन : सेंट्रल आर्कियोलॉजिकल लाइब्रेरी, सेकंड फ्लोर, नेशनल आर्काइव्स एनेक्स, जनपथ
दीपाली पोरवाल