ब्रेकअप के बाद भी साथ-साथ!
हाल ही में हुए एक सर्वे के अनुसार आजकल कई लिव-इन कपल्स ब्रेकअप हो जाने के बावजूद सिर्फ इसलिए एकसाथ रहना जारी रखते हैं ताकि उनकी जेब पर बोझ न बढ़े। डीडी ने इस बारे में दिल्ली-एनसीआर के युवाओं से बात की।
हाल ही में हुए एक सर्वे के अनुसार आजकल कई लिव-इन कपल्स ब्रेकअप हो जाने के बावजूद सिर्फ इसलिए एकसाथ रहना जारी रखते हैं ताकि उनकी जेब पर बोझ न बढ़े। डीडी ने इस बारे में दिल्ली-एनसीआर के युवाओं से बात की।
सुकून खोकर पैसे बचाना गलत
ब्रेकअप हो जाने के बाद भी एकसाथ रहना मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद नुकसानदेह है। अगर कहीं ऐसा होता भी है तो यह सही नहीं है। सुकून खोकर पैसे बचाना कोई समझदारी नहीं है। ब्रेकअप के बाद खुद को समझाने और एक नए नजरिये के साथ जिंदगी शुरू करने के लिए वक्त की जरूरत होती है। पर अगर लिव-इन कपल्स ने एकसाथ रहना जारी रखा तो उनके लिए पुरानी बातों को भुलाना मुमकिन नहीं हो पाएगा।
प्रैक्टिकल हैं आज के युवा
लिव-इन कपल्स ब्रेकअप के बाद
एक-दूसरे के साथ रहते हैं या नहीं, यह उनके माइंडसेट पर निर्भर करता है। आज के वक्त में ज्यादातर युवा बेहद प्रोफेशनल हैं। जो हर काम में प्रैक्टिकल अप्रोच अपनाते हैं। रिलेशनशिप के मामले में भी। अगर कोई लिव-इन कपल इस माइंडसेट के हों, तो वे ब्रेकअप के बाद भी आर्थिक कारणों जैसे पहलुओं को देखते हुए एकसाथ रह सकते हैं। यह उनकी आपसी समझ पर निर्भर करता है।
ब्रेकअप के बाद साथ रहना फिजूल
यह कैसे संभव है? मैं तो ऐसा पहली बार सुन रहा हूं। ब्रेकअप हो जाने के बाद भला कोई क्यों साथ रहेगा? फिर ब्रेकअप का मतलब भी क्या रहा? मेरे कई दोस्तों का ब्रेकअप हो चुका है, लेकिन ऐसा होने के बाद उन्होंने और उनके पार्टनर्स ने रास्ते बदल लिए।
रिसर्च से सहमत
मैं इस बात से पूरी तरह सहमत हूं। मैंने ऐसे कई लिव-इन कपल्स के बारे में सुना है जो ब्रेकअप हो जाने के बाद भी एकसाथ रहना जारी रखते हैं ताकि उन पर आर्थिक बोझ न पड़े। ऐसा ज्यादातर स्टूडेंट कपल्स करते हैं क्योंकि उनकी कमाई का कोई जरिया नहीं होता। इमोशंस अपनी जगह और प्रैक्टिकल लाइफ अपनी जगह। इसमें कुछ भी गलत नहीं है। सब आपकी आपसी समझ पर निर्भर करता है।
साथ रहने से होता है पैचअप
आजकल युवाओं के लिए पैसा बेहद महत्वपूर्ण चीज़ है। पैसा बचाने के लिए वे कुछ भी कर सकते हैं। दिल टूटने के बाद भी वे कई बार अपने पार्टनर के साथ रहते हैं ताकि जो खर्च अब तक शेयर हो रहे थे, उनका भार इक_ïा न पड़े। कई बार तो साथ रहते-रहते उनका एक-दूसरे के प्रति लगाव पुख्ता होता है और पैचअप हो जाता है।
(ज्योति द्विवेदी)