थैंक्यू बोलने से मिलती है खुशी
थैंक्यू बोलने से मिलती है खुशी एक रिसर्च के अनुसार थैंक्यू बोलने वाले युवा हमेशा ख़्ाुश रहते हैं। इस बारे में डीडी ने दिल्ली-एनसीआर के युवाओंकी राय जानी।
थैंक्यू बोलने से मिलती है खुशी
एक रिसर्च के अनुसार थैंक्यू बोलने वाले युवा हमेशा ख़्ाुश रहते हैं। इस बारे में डीडी ने दिल्ली-एनसीआर के युवाओंकी राय जानी।
मैनर्स का हिस्सा है ये
इसमें कोई शक नहीं है कि दोस्तों के बीच भी थैंक्यू जैसे शब्द मायने रखते हैं। ये वैसी फॉर्मेलिटीज़ नहीं हैं, जिनकी वजह से किसी को बुरा लगे या किसी का कोई नुकसान हो जाए। ये तो मैनर्स का पार्ट हैं। इनके बारे में तो हमें जूनियर क्लासेज़ में ही बता दिया जाता है। दोस्तों के बीच भी इन्हें भूलना नहीं चाहिए क्योंकि इनका इस्तेमाल न
करने पर दोस्त बुरा भी मान सकते हैं।
स्माइल ले आते हैं ऐसे शब्द
प्लीज़ और थैंक्यू जैसे शब्द सुन कर सामने वाले के चेहरे पर एक स्माइल आ जाती है। यह देखकर इसे बोलने वाले व्यक्ति को भी अच्छा महसूस होता है। दोनों का दिन अच्छा हो जाता है। इसलिए इन्हें आम बोलचाल में इस्तेमाल करने में कोई बुराई नहीं है।
संस्कृति का हिस्सा
थैंक्यू जैसे शब्द हमेशा से ही हमारी संस्कृति का हिस्सा रहे हैं। अगर कोई हमें कुछ देता है या हमारे लिए कोई अच्छा काम करता है तो हम उसका आभार जताते हैं। इसमें भला बुराई ही क्या है? यह एकदम सही बात है कि ऐसा करने वाले लोग हमेशा ख़्ाुश रहते हैं।
दिल से बोलें थैंक्यू
मेरे हिसाब से अगर आप किसी का आभार व्यक्त करना चाहते हैं तो उसे थैंक्यू कहना तभी प्रभावी होगा जब आप उसे दिल से महसूस करके कहें। सि$र्फ औपचारिकता के लिए थैंक्यू बोलने का कोई $फायदा नहीं है।
देता है ख़्ाुशी
अगर कोई व्यक्ति मुझे किसी बात के लिए थैंक्यू बोलता है तो अच्छा लगता है। इसी तरह अगर मैं किसी का तहेदिल से शुक्रिया अदा करूं, तो उसे भी अच्छा लगता है। ख़्ाुशी संक्रामक होती है और कोई भी ऐसी बात जिससे लोगों को ख़्ाुशी हो, उसे ज़रूर अपनाना चाहिए।
ज्योति द्विवेदी