UP की किताबों में कलाम को बताया गया 12वां राष्ट्रपति!
बच्चों की तकदीर संवारने वाली बेसिक शिक्षा एक बार फिर सवालों के घेरे में है।उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से परिषदीय स्कूलों में चलाई जा रही अंग्रेजी की किताब रेनबो में भारत रत्न डॉ. एपीजे कलाम को देश का 12 वां राष्ट्रपति बताया जा रहा है, जबकि वे
गाजियाबाद (अवनीश मिश्र)। बच्चों की तकदीर संवारने वाली बेसिक शिक्षा एक बार फिर सवालों के घेरे में है।उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से परिषदीय स्कूलों में चलाई जा रही अंग्रेजी की किताब रेनबो में भारत रत्न डॉ. एपीजे कलाम को देश का 12 वां राष्ट्रपति बताया जा रहा है, जबकि वे 11वें राष्ट्रपति थे।
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद पूरे प्रदेश में प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों में पढ़ाई जाने वाली किताबों का मुद्रण कराके नि:शुल्क वितरित करती है। इसमें बच्चों को मिसाइल मैन डॉ. एपीजी अब्दुल कलाम के बारे में गलत पाठ पढ़ाया जा रहा है।
किताबों का मुद्रण बाकायदा पाठ्य पुस्तक विभाग, शिक्षा निदेशालय बेसिक करता है। सभी विषयों की एक विशेषज्ञ टीम पाठ्यक्रम से लेकर पाठ्य सामग्री का निर्धारण करती है। उसके बाद विषय विशेषज्ञ से पाठ्य सामग्री संकलित करती है। विषय विशेषज्ञ पाठ्य सामग्री का अध्ययन करके उसे पाठ में शामिल करते हैं।
पाठ्य सामग्री में कोई गलती न हो इसलिए यह प्रक्रिया कई चरणों में होती है। उसके बाद किताब मुद्रित करके बच्चों में वितरित की जाती हैं। इतना सब कुछ होने के बावजूद किताबों में ऐसी बड़ी गलतियां आ रही है।
कक्षा आठ की पुस्तक में बताया गया 12वां राष्ट्रपति
उत्तर प्रदेश बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के कक्षा आठ में पढ़ाई जाने वाली अंग्रेजी की किताब रैनबो में कुछ ऐसी ही गलती आई है। रैनबो में 16वें अध्याय द मिसाइल मैन ऑफ इंडिया है। इसमें देश के 11वें राष्ट्रपति डॉ. एपीजी अब्दुल कलाम के जीवन के बारे में बताया गया है।
पाठ में डॉ. कलाम की उपलब्धियों के साथ जीवनी बताई गई है। इसमें उनके द्वारा लांच किया गया मिसाइल एसएलवी-3, पृथ्वी व अग्नि की चित्र सहित जानकारी दी गई है। उसके नीचे ही बताया गया है कि डॉ. एपीजी अब्दुल कलाम वर्ष 2002 में भारत के 12वें राष्ट्रपति थे। इतना ही नहीं 12 की स्पेलिंग भी गलत लिखी हुई है।
शिक्षक और छात्र हो रहे भ्रमित
आठवीं के किताब में डॉ. एपीजी अब्दुल कलाम को 12वां राष्ट्रपति बताए जाने से भ्रम की स्थित पैदा हो गई है। शिक्षक जब बच्चों को बताते हैं कि किताब में गलत लिखा है डॉ. कलाम देश के 12वें नहीं, बल्कि 11वें राष्ट्रपति थे, तो बच्चे मानने को तैयार नहीं हो रहे हैं।
बच्चे शिक्षकों से कह रहे हैं कि जब किताब में 12वां राष्ट्रपति लिखा है, तो 12वें राष्ट्रपति ही थे। शिक्षक किसी तरह बच्चों को समझा रहे हैं।