डीसीपी ने विजिलेंस को सौंपी जांच
सट्टेबाज के साथ पुलिसकर्मियों के साठगांठ का मामला -एसीपी ने अपनी टीम से एसआइ व सिपाही को ह
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
दक्षिण-पूर्वी जिले के कालकाजी सब डिवीजन में तैनात एसीपी अनंत मित्तल द्वारा बनाई गई स्पेशल स्टाफ की नई यूनिट के कुछ पुलिसकर्मियों के एक सट्टेबाज के साथ साठगांठ का मामला सामने आने पर डीसीपी चिन्मय बिश्वाल ने इसे बेहद गंभीरता से लिया है। उन्होंने विजिलेंस यूनिट को जांच करने की जिम्मेदारी सौंप दी है। साथ ही इस यूनिट में तैनात एसआइ अनुज व सिपाही रविंद्र को तत्काल प्रभाव से हटा दिया गया है। विजिलेंस जांच में दोनों की संलिप्तता संट्टेबाज से होने की पुष्टि होने पर उनके खिलाफ सख्त विभागीय कार्रवाई की जाएगी।
सोमवार को पुलिस आयुक्त अमूल्य पटनायक तक मामले की शिकायत पहुंचने पर उन्होंने दक्षिणी रेंज के आला अधिकारियों को इस पूरे मामले की जांच करवाकर कार्रवाई के निर्देश दिए। उधर, इस मामले में शिकायत करने वाले हरकेश नगर निवासी रूपेश पहलवान का कहना है कि पुलिस व अपराधी के गठजोड़ का पर्दाफाश करने पर उन्हें पुलिसकर्मियों व अपराधी की ओर से जान से मार डालने की धमकी दी जा रही है। सोमवार को रूपेश ने फिर पुलिस आयुक्त व डीसीपी चिन्मय बिश्वाल से शिकायत की है। उनका आरोप है कि इस मामले की जांच कर कार्रवाई करने के बजाय आला अधिकारी मामले की लीपापोती करने में जुट गए हैं। जिन दो पुलिसकर्मियों की तस्वीर अपराधी के साथ वायरल हुई है उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं की गई है।
एसआइ अनुज व सिपाही रविंद्र की पहले ओखला थाने में तैनाती थी। एसीपी ने दोनों को अपनी नई यूनिट में शामिल किया था। बताया जाता है कि कालकाजी, ओखला व गोविंदपुरी को सट्टेबाजों का गढ़ माना जाता है।