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अतिथि शिक्षकों से वसूली गई मोटी रकम अब तक नहीं हुई वापस

सात साल से अधिक समय से सेवाएं दे रहे अतिथि शिक्षकों से पिछले साल स्कूलों की तरफ से केंद्रीय शिक्षक पात्रता (सीटीईटी) की वैद्यता खत्म होने की नोटिस थमा कर कई-कई हजार रुपयों की वसूली की गई थी। अतिथि शिक्षकों ने बताया कि एक साल होने को है और अब तक वसूले गए वेतन की वापसी नहीं हुई है।

By JagranEdited By: Published: Sun, 05 Jul 2020 08:38 PM (IST)Updated: Mon, 06 Jul 2020 06:07 AM (IST)
अतिथि शिक्षकों से वसूली गई मोटी रकम अब तक नहीं हुई वापस

रीतिका मिश्रा, नई दिल्ली

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राजधानी में अतिथि शिक्षकों से मनमाने तरीके से वसूला गया वेतन अब तक वापस नहीं मिला है। सात साल से अधिक समय से सेवाएं दे रहे अतिथि शिक्षकों से पिछले साल स्कूलों की तरफ से केंद्रीय शिक्षक पात्रता (सीटीईटी) की वैद्यता खत्म होने की नोटिस थमा कर कई-कई हजार रुपयों की वसूली की गई थी। अतिथि शिक्षकों ने बताया कि एक साल होने को है और अब तक वसूले गए वेतन की वापसी नहीं हुई है। कोरोना संक्रमण में आर्थिक तंगी से गुजर रहे अतिथि शिक्षकों ने बताया कि उन्हें आठ मई तक ही वेतन मिला है। इसके अलावा पिछले साल जो वेतन सीटीईटी की वैद्यता खत्म बताकर वसूला गया था वो भी वापस नहीं हुआ है।

वहीं, कुछ अतिथि शिक्षक ऐसे भी हैं, जिनका वेतन प्रधानाचार्यो द्वारा रोक दिया गया है। शिक्षकों का कहना है कि प्रधानाचार्यो ने इस वर्ष भी वेतन रोकने में सीटीईटी वैद्यता खत्म होने का हवाला दिया है। करावल नगर स्थित आलोक कुंज विद्यालय में कार्यरत एक शिक्षिका ने बताया कि प्रधानाचार्या ने पिछले साल मार्च और अप्रैल में मिले वेतन से 14 हजार वसूल लिए थे जो कि अभी तक वापस नहीं किए गए हैं। जब उन्होंने प्रधानाचार्या से इस संबंध में बात की तो उनके मुताबिक प्रधानाचार्या ने बताया कि अतिरिक्त वेतन वापसी के ऊपर से आदेश हैं। वहीं, सीलमपुर स्थित गवर्नमेंट ब्वायज सीनियर सेकेंड्री स्कूल में कार्यरत एक शिक्षक ने बताया कि उनसे साल 2019 में प्रधानाचार्य ने सीटीईटी वैद्यता खत्म होने का हवाला देकर जुलाई और अगस्त माह की 17 हजार रकम वसूल ली। उन्होंने बताया कि विद्यालय के प्रधानाचार्य ने वसूली गई रकम के संबंध में उप शिक्षा निदेशक की तरफ से जारी मेल का हवाला दिया है। जब उन्होंने इस संबंध में शिक्षा विभाग से जानकारी ली तो पता चला इस संबंध में कोई आदेश नहीं जारी किए गए हैं। बाक्स ऑल इंडिया गेस्ट टीचर्स एसोसिएशन के पदाधिकारी शोएब राणा ने कहा कि सात साल की सीटीईटी की वैधता सिर्फ आवेदन करने के लिए होती है। नौकरी में आने के बाद सीटीईटी की वैधता की जरूरत नहीं होती है। प्रधानाचार्य जानबूझकर अतिथि शिक्षकों को परेशान करते हैं और इस तरह के मनमाने आदेश खुद से बनाकर थोपते हैं। इस मामले में तत्काल कार्रवाई कर अतिथि शिक्षकों से वसूला गया वेतन वापस होना चाहिए। - अतिथि शिक्षकों की नौकरी में आने के सात साल बाद सीटीईटी की वैद्यता खत्म कर वेतन वसूली के कोई आदेश शिक्षा निदेशालय की तरफ से नहीं जारी किए गए हैं। अगर यह नोटिस उप शिक्षा निदेशकों की तरफ से जारी किए गए हैं तो वो बिना अनुमति के भेजे गए हैं। अतिथि शिक्षकों से कोई वेतन नहीं लिया जाएगा। - बिनय भूषण, शिक्षा निदेशक


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