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शिक्षक दिवस पर विद्यार्थी बने अध्यापक, संभाली कमान

यमुनापार के स्कूलों में शिक्षक दिवस पर बड़ी कक्षाओं के विद्यार्थी शिक्षक बने तो खुशी से ओतप्रोत हो उठे।

By JagranEdited By: Published: Wed, 05 Sep 2018 10:08 PM (IST)Updated: Wed, 05 Sep 2018 10:08 PM (IST)
शिक्षक दिवस पर विद्यार्थी बने अध्यापक, संभाली कमान
शिक्षक दिवस पर विद्यार्थी बने अध्यापक, संभाली कमान

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : यमुनापार के स्कूलों में शिक्षक दिवस पर बड़ी कक्षाओं के विद्यार्थी शिक्षक बने और स्कूल की कमान संभाली। एक दिन के लिए स्कूली बच्चों ने कक्षाएं ली।

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स्कूल के छात्र-छात्राओं में शिक्षक दिवस को लेकर उत्साह देखने को मिला। जो विद्यार्थी शिक्षक बने उन्होंने अपने शिक्षक की ड्रेस से लेकर पढ़ाने की कला का अनुकरण किया। जो ज्ञान उन्हें शिक्षकों से मिला है, उसे उन्होंने विद्यार्थियों तक पहुंचाने का प्रयास किया। शिक्षक दिवस पर ज्ञान की पाठशाला के बाद स्कूलों में विद्यार्थियों और शिक्षकों संग पार्टी की और संगीत की धुन पर खूब नाचे। इस दिन को यादगार बनाने के लिए स्कूलों में विशेष प्रबंध किए गए थे। पढ़ाई के बाद सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए गए, जिसमें शिक्षक दिवस के महत्व पर प्रकाश डाला गया। ब्रह्मपुरी राजकीय कन्या विद्यालय, राजकीय सर्वोदय कन्या विद्यालय बी-ब्लॉक यमुनापार, बाबरपुर स्थित लिटिल फ्लावर पब्लिक स्कूल सहित अन्य कई स्कूलों में कार्यक्रम हुए। सेल्फी का दिखा क्रेज

शिक्षक दिवस पर स्कूलों में सेल्फी का क्रेज देखने को मिला। विद्यार्थी और शिक्षकों ने इस पल को यादगार बनाने के लिए जमकर सेल्फी ली। विद्यार्थियों को शिक्षक दिवस का महत्व बताया

खजूरी खास स्थित एसबी पब्लिक स्कूल में भी शिक्षक दिवस मनाया गया। स्कूल प्रबंधक सुरेश चंद्र शर्मा और प्रधानाचार्य वंदना गौड़ ने इस दिन के महत्व के बारे में विद्यार्थियों को बताया। प्रधानाचार्य ने जीवन में शिक्षक की भूमिका का उल्लेख करते हुए कहा कि एक शिक्षक छात्रों को अंधकार से प्रकाश की ओर ले जाता है। उन्होंने छात्रों और शिक्षकों को नवीन आविष्कारों का इस्तेमाल कर आगे बढ़ने का सुझाव दिया। शिक्षक को बेहद खुशी तब होती है, जब उसका विद्यार्थी अच्छे पद पर पहुंच जाता है। विद्यार्थी ही शिक्षक के लिए इज्जत होते हैं। शिक्षिका होने के नाते मेरा पहला फर्ज यही रहता है कि किस तरह से बच्चों का भविष्य बनाया जाए।

-डॉ. कंचन जैन, प्रधानाचार्य राजकीय कन्या विद्यालय यमुना विहार बी-2 शिक्षक के लिए विद्यार्थी उसका जीवन होते हैं, शिक्षक का यही प्रयास रहता है कि वह अपने विद्यार्थी को हर वो ज्ञान दे जिससे उसका भविष्य निखर सके। शिक्षक के ऊपर कितनी जिम्मेदारी होती है, इसका अहसास शिक्षक बनने के बाद हुआ।

सोनिया, सहायक प्रोफेसर, शहीद राजगुरु कॉलेज।


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