राखी की सजी दुकानें, खरीदारी के लिए पहुंचीं बहनें
यमुनापार में रविवार को राखी के त्योहार के लिए काफी उत्साह का माहौल देखने को मिला।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : वैश्विक महामारी के चलते यमुनापार के बाजारों में दुकानदार सरकार की गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं। इधर बाजारों में ग्राहक भी सावधानी बरतते हुए खरीदारी के लिए पहुंच रहे हैं। यमुनापार में रविवार को राखी के त्योहार के लिए काफी उत्साह का माहौल देखने को मिला। बाजारों में सावधानी का विशेष ध्यान रखते हुए बहनों ने भाईयों के लिए एक से एक राखी खरीदी। वहीं भाई भी कहा पीछे रहने वाले थे, बहनों के लिए उन्होंने भी जमकर उपहार लिए।
लक्ष्मी नगर बाजार में दुकानदार मनोज शर्मा ने बताया कि कोरोना वायरस के चलते ग्राहक खरीदारी करने के दौरान सावधानी बरत रहे हैं। बाजारों में अधिकतर दुकानें तो खुल गई हैं, लेकिन अभी पहले जैसी स्थिति नहीं है। अभी स्थिति सामान्य होने में समय लगेगा, क्योंकि लोग के मन में कोरोना संक्रमण का डर है। राखी पर पिछले साल खूब भीड़ रहती थी, लेकिन इस बार बहुत ही कम लोग खरीदारी के लिए पहुंच रहे हैं। राखियों की डिमांड
महामारी के चलते बाजार थोड़ा सुस्त हो गया है, लेकिन फिर भी इस बार राखियों की कई तरह की वैरायटी मौजूद हैं। ओमकार, रुद्राक्ष, चंदन, वीरा के अलावा बच्चों के लिए डोरेमोन, छोटा भीम आदि राखियों को भी भाइयों की कलाई पर सजाने के लिए बहनें खरीद रही हैं। कुछ बहनों ने दुकानदारों से विशेष तौर पर अपने भाईयों की तस्वीर लगी राखियां बनवाई। कोरोना के चलते महिलाओं ने घर पर ही लगवाई मेहंदी
रक्षा बंधन के त्योहार से पहले ब्यूटी पार्लरों में महिलाओं की भीड़ लगी रहती थी, लेकिन इस बार एक-दो महिलाएं ही पार्लरों में जा रही हैं। अधिकतर महिलाएं शारीरिक दूरी को ध्यान में रखते हुए घर पर ही एक-दूसरे के मेहंदी लगवा रही है। मिठाई के दुकानदार परेशान
शाहदरा छोटा बाजार हीरा लास संस के दुकानदार पारस शर्मा ने बताया कि रक्षाबंधन पर सबसे ज्यादा मिठाई की बिक्री होती है, क्योंकि भाइयों को राखी बांधकर मुंह मीठा कराने की परंपरा है। लेकिन कोरोना महामारी के चलते मिठाई दुकानदारों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। इस बार दुकान पर पहले के मुताबिक काफी कम लोग खरीदारी के लिए पहुंच रहे हैं। महामारी के चलते लोग मिठाई करने से परहेज कर रहे हैं।