NOIDA: बूढ़ी आंखों में स्किल इंडिया का हसीन सपना
कंपनी में अब तक हजारों नौजवान प्रशिक्षित होकर रोजगार पा चुके हैं। 68 साल की उम्र में भी इस उद्यमी की आंखों में नौजवानों को आत्मनिर्भर बनाने का हसीन सपना बरकरार है।
नोएडा [कुंदन तिवारी]। बढ़ती आबादी देश के लिए अभिशाप के बजाय वरदान बन सकती है,बशर्ते युवा पीढ़ी को प्रशिक्षित व दक्ष बनाया जा सके। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्किल इंडिया का मंत्र देकर इस दिशा में महत्वपूर्ण पहल की है। नोएडा में एक उद्यमी ने पिछले 35 सालों से इस अवधारणा पर काम शुरू किया है।
उनकी कंपनी में अब तक हजारों नौजवान प्रशिक्षित होकर रोजगार पा चुके हैं। 68 साल की उम्र में भी इस उद्यमी की आंखों में नौजवानों को आत्मनिर्भर बनाने का हसीन सपना बरकरार है।
नोएडा के सेक्टर-58 स्थित फाइब्रोप्लास्ट मरीन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के चेयरमैन हरीश चंद नरूला को दिल्ली आइआइटी से केमिकल इंजीनियरिंग में बीटेक करने के बाद इंडियन आयल कारपोरेशन में नियुक्ति मिली।
कंपनी ने उन्हें मैनेजमेंट की पढ़ाई के लिए वर्ष1976 में ईरान भेजा। 1979 में वे पढ़ाई पूरा कर स्वदेश लौटे। ईरान में अप्रशिक्षित लोगों की हालत देखकर उनके दिमाग में यह विचार आया कि देश के नौजवानों के लिए कुछ करना चाहिए। तब से वह नौजवानों को दक्ष बनाने में लगे हुए हैं।