युवाओं को सीखना ही नहीं, सिखाना भी होगा : सत्यपाल
इस अवसर पर बागपत के सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह ने ऐतिहासिक और वैदिक आयामों को जोड़ते हुए आत्मनिर्भर भारत के निर्माण की बात कही।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय के हंसराज कॉलेज द्वारा 'आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में युवाओं की भूमिका' विषय पर वेबिनार का आयोजन हुआ। कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय समेत कई कॉलेज के छात्र व शिक्षकों ने भाग लिया। इस मौके पर उत्तर प्रदेश के बागपत के सांसद डॉ. सत्यपाल सिंह ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान के लिए युवा शक्ति को सीखने के साथ-साथ सिखाने वाला भी बनना होगा। जिस प्रकार भारत में कोरोना के शुरुआती चरण में उतने वेंटिलेटर और अन्य चिकित्सीय सुविधाएं नहीं थीं, लेकिन आज भारत इन सभी मूलभूत सुविधाओं में आत्मनिर्भर बन गया है। यह भारत और उसके युवा के दृढ़ इच्छाशक्ति के कारण ही संभव हो पाया है। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में मजदूरों की परेशानियों को दूर करने के लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान एक दूरदर्शी भूमिका का निर्वहन करेगा।
वहीं, हंसराज कॉलेज की प्राचार्या प्रोफेसर रमा शर्मा ने कहा कि राष्ट्र की युवा शक्ति आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में एक मजबूत स्तंभ है।
इसके अलावा जवाहर लाल नेहरु विश्वविद्यालय (जेएनयू) के प्रोफेसर उन्नत पंडित ने कहा कि आत्मनिर्भर बनने के लिए स्वयं अनुशासन पर जोर देना होगा और साथ ही युवाओं को नए लक्ष्यों की प्राप्ति और उसे पूरा करने के लिए प्रयासरत रहना होगा। इस अवसर पर प्रफुल्ल केतकर ने कहा कि आत्मनिर्भर बनने का रास्ता आत्मशक्ति से होकर जाता है। उन्होंने भू-सांस्कृतिक पेटेंटिग की बात कही। साथ ही युवा शक्ति को आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सहयोग के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर डॉ. प्रभांशु ओझा भी शामिल रहे।