आतंकी हमले की आशंका के बीच चल रहा विश्व व्यापार मेला
फ्रांस में आतंकी हमले के बाद भले ही विश्व व्यापार मेला की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था का दावा किया जा रहा हो, लेकिन हकीकत में मेले की सुरक्षा व्यवस्था में कई छेद हैं। कोई भी संदिग्ध सामान लेकर आसानी से प्रगति मैदान में चल रहे विश्व व्यापार मेले में प्रवेश कर
नई दिल्ली (संतोष शर्मा)। फ्रांस में आतंकी हमले के बाद भले ही विश्व व्यापार मेला की पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था का दावा किया जा रहा हो, लेकिन हकीकत में मेले की सुरक्षा व्यवस्था में कई छेद हैं। कोई भी संदिग्ध सामान लेकर आसानी से प्रगति मैदान में चल रहे विश्व व्यापार मेले में प्रवेश कर सकता है।
लापरवाही का आलम यह है कि शनिवार को मेले में 50 हजार से अधिक दर्शक मौजूद थे, इसके बावजूद मुख्य द्वारों पर सामान की जांच के लिए कुछ बैग स्केनिंग मशीन से पुलिसकर्मी नदारद दिखे। सुरक्षा एजेंसियों का दावा है कि आतंकी हमले की आशंका को लेकर विश्व व्यापार मेले की चार स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है।
प्रगति मैदान के बाहर जहां माउंटेड पुलिस (घोड़ा दस्ता) व दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के कर्मी तैनात किए गए हैं। वहीं गेट के बाहर और टिकट घर पर आइटीपीओ के सुरक्षाकर्मी और गेट के अंदर दिल्ली पुलिस के कर्मी तैनात किए गए हैं। मेला ग्राउंड के अंदर सुरक्षा की जिम्मेदारी सीआइएसएफ के हाथ में है।
सुरक्षा में करीब तीन हजार जवान तैनात हैं। उन पर मेले में आए मुख्यमंत्री, राजनयिकों समेत अन्य विशिष्ट लोगों के भी सुरक्षा की जिम्मेदारी है। जागरण की टीम ने मेले में सुरक्षा का मुआयना किया तो सुरक्षा व्यवस्था में कई सुराख देखने को मिले।
गेट नंबर पांच से मेले में प्रवेश करने के दौरान विजिटर की तलाशी तो ली जा रही थी, लेकिन स्कैनिंग मशीन पर पुलिसकर्मी नदारत दिखे। लोग मशीन पर अपना बैग तो डाल रहे थे, लेकिन उसमें कोई आपत्तिजनक सामान है अथवा नहीं यह देखने वाला कोई नहीं था।
मेले की सुरक्षा के लिए प्रगति मैदान में 25 मचान बनाए गए हैं। 170 सीसीटीवी कैमरे से निगरानी की जा रही है। आइटीपीओ के महाप्रबंधक (सुरक्षा) अजय वशिष्ठ ने बताया कि मेले के प्रबंधन के लिए मुख्य कार्यालय के अलावा प्रगति मैदान में चार जोनल कार्यालय बनाए गए हैं।
कार्यालय के अधिकारी व कर्मी पूरे मेले की सुरक्षा पर नजर रख रहे हैं। उन्होंने बताया कि जीएम सिक्योरिटी स्क्वॉयड के 20 अधिकारी और कर्मी सुरक्षा स्थिति की जांच करते रहते हैं। जहां तक सुरक्षा में खामी की बात है तो इसकी जांच करा व्यवस्था दुरुस्त कराई जाएगी।
वैध पास पर भी नहीं मिल रहा प्रवेश
गेट नंबर सात पर वैध पास के बावजूद कई लोगों को प्रवेश करने से रोका गया। इससे लोगों व सुरक्षा कर्मियों के बीच विवाद की स्थिति उत्पन्न हुई। आइटीपीओ के अधिकारियों का कहना है कि व्यवस्था ठीक कर ली जाएगी।