चिड़ियाघर में बाघ और शेरों पर दिया जा रहा विशेष ध्यान
-पशु चिकित्सकों के संपर्क में हैं चिड़ियाघर के कर्मचारी -चिड़ियाघर के प्रवेश द्वार पर सभी आने वाले वाहनों को किया जा रहा सैनिटाइज टायरों को भी धोया जा रहा -सभी कर्मचारियों को जरूरी सुरक्षा किट दिए गए हैं -बाघों और शेरों के निवास स्थान पर सीसीटीवी कैमरे बढ़ाए गए हैं
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : अमेरिका के चिड़ियाघर में बाघिन को कोरोना होने का मामला सामने आने के बाद दिल्ली के चिड़ियाघर प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। विशेष परिस्थितियों के लिए बाघों और शेरों के लिए आइसोलेशन गुफा और अन्य पशुओं के लिए क्वारंटाइन स्थल चिह्नित किए जा चुके हैं। जिससे अगर किसी पशु-पक्षी में कोरोना के लक्षण दिखें तो तत्काल उन्हें आइसोलेट किया जा सके।
चिड़ियाघर के कार्यवाहक निदेशक सुनीश बख्शी ने बताया कि चिड़ियाघर के सभी पशु-पक्षी सुरक्षित हैं। कोरोना को देखते हुए विशेष निगरानी रखी जा रही है। चिड़ियाघर अभी बंद है। मगर पशु-पक्षियों के भोजन व देखरेख के लिए कर्मचारी तैनात हैं। इस कारण प्रवेश द्वार पर ही सभी अंदर जाने वाले वाहनों को पूरी तरह से सैनिटाइज किया जाता है। इसके साथ ही टायरों को भी धोया जाता है। वाहन चालकों तथा सभी कर्मचारियों की गेट पर ही जांच की जाती है और सबकुछ सामान्य मिलने पर उनके हाथों को सैनिटाइज कर अंदर प्रवेश की अनुमति दी जाती है। वहीं कर्मचारियों को विशेष किट उपलब्ध कराया जाता है, जिसे पहनने के बाद उन्हें संक्रमण का खतरा नहीं रहता है। रोजाना पशु-पक्षियों के बाड़े व गुफा की धुलाई के साथ-साथ दवा से छिड़काव किया जा रहा है। सभी जगहों पर सीसीटीवी कैमरे काम कर रहे हैं। बाघों और शेरों के निवास स्थान के पास सीसीटीवी कैमरों की संख्या बढ़ा दी गई है। इससे निगरानी करने में भी आसानी हो रही है और पशु-पक्षियों को असुविधा भी नहीं हो रही। पशु चिकित्सक रोजाना पशुओं की जांच कर रहे हैं। इसके साथ ही समय-समय पर टीके भी लगाए जा रहे हैं।