पूरा विश्व कर रहा भारत का गुणगान तो कुछ लोग कर रहे देश से गद्दारीः RSS
असहिष्णुता का शोर मचाया जा रहा है, पुरस्कार लौटाए जा रहे हैं और कहा जाता है कि देश रहने लायक नहीं है।
गाजियाबाद। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के प्रचार प्रमुख कृपाशंकर का कहना है कि आज देश के जो हालात हैं, उनमें विघटनकारी शक्तियो की छटपटाहट देखते ही बन रही है। वंदेमातरम और भारत माता की जय बोलने में भी संकट की स्थिति बन जाती है।
उन्होंने कहा कि जेेएनयू में देश विरोधी नारों पर देश दो भागों में बंटता दिखाई देता है। असहिष्णुता का शोर मचाया जा रहा है, पुरस्कार लौटाए जा रहे हैं और कहा जाता है कि देश रहने लायक नहीं है। आज जब पूरा विश्व भारत का गुणगान कर रहा है, तब देश में छिपे गद्दार और अराजक तत्व देश को कमजोर बनाने का काम कर रहे है।
कृपाशंकर रविवार को नेहरूनगर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में चैत्र शुल्क प्रतिपदा और डा. केशव राव बलिराम हेडगेवार के जन्मदिवस पर आयोजित बौद्धिक सत्र को संबोधित कर रहे थे। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ महानगर द्वारा वर्ष प्रतिपदा कार्यक्रम का आयोजन किया गया था।
इस दौरान बौद्धिक एवं संचलन कार्यक्रम में आरएसएस कार्यकर्ताओ ने अपनी एकजुटता का परिचय दिया। कार्यक्रम मे मुख्य वक्ता कृपाशंकर ने कहा कि संघ के संस्थापक डा. केशव राव बलिराम हेडगेवार का स्वप्न अब साकार हो रहा है।
विश्व में भारत अपना खोया हुआ गौरव प्राप्त करता दिखाई दे रहा है और भारत माता की जय-जयकार हो रही है। प्रचार प्रमुख ने कहा कि भारतवासियों का स्वाभिमान जाग रहा है। ऐसे में वह दिन दूर नहीं जब भारत दोबारा विश्व गुरु के पद पर आसीन होगा। इन दिनों देश विरोधी ताकतें देश को बांटने का काम कर रही हैं।
जेएनयू के छात्र देशद्रोह करते हैं तो राजनीति शुरू हो जाती है और कश्मीर में छात्रों द्वारा राष्ट्र ध्वज फहराने पर उनको पीटा जाता है। तब कोई भी राजनीतिक दल सामने नहीं आता।
दादरी में घटना होती है तो देश असहिष्णु हो जाता है, जबकि दिल्ली में डा. नारंग की हत्या पर सब शांत हो जाते हैं। देश का बहुसंख्यक समाज समझदार है और राष्ट्रवादी विचार का पोषण करता है।