मंडोली गांव में रोडरेज में चले ईट-पत्थर, तीन घायल
हर्ष विहार इलाके के मंडोली गांव में दो पक्षों में सोमवार रात रोडरेज के एक मामले में जमकर ईट-पत्थर चले। इस हादसे में भाजपा के पूर्व पार्षद के तीन भाइयों को चोटें आईं है। इनकी पहचान ईशु त्यागी विक्रांत त्यागी और अरुण त्यागी के रूप में हुई है। तीनों का जीटीबी अस्पताल में इलाज चल रहा है। गांव में पुलिस के अलावा अर्द्धसैनिक बल को तैनात किया गया है। फिलहाल गांव का माहौल शांत है। हर्ष विहार थाने में दोनों पक्षों की ओर से एफआइआर दर्ज हुई है। पुलिस एक पक्ष के तीन युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली : हर्ष विहार इलाके के मंडोली गांव में दो पक्षों में सोमवार रात रोडरेज के एक मामले में जमकर ईट-पत्थर चले। इस हादसे में भाजपा के पूर्व पार्षद के तीन भाइयों को चोटें आईं है। इनकी पहचान ईशु त्यागी, विक्रांत त्यागी और अरुण त्यागी के रूप में हुई है। तीनों का जीटीबी अस्पताल में इलाज चल रहा है। गांव में पुलिस के अलावा अर्द्धसैनिक बल को तैनात किया गया है। फिलहाल गांव का माहौल शांत है। हर्ष विहार थाने में दोनों पक्षों की ओर से एफआइआर दर्ज हुई है। पुलिस एक पक्ष के तीन युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।
जिला पुलिस उपायुक्त अतुल कुमार ठाकुर का कहना है कि गांव की स्थिति सामान्य है। पुलिस दोनों पक्षों की शिकायत की जांच कर रही है। जांच में जो सामने आएगा, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। घायल ईशु त्यागी (22) ने बताया कि दो दिन पहले उनका भाई कार से जा रहा था। कार को सुमित चला रहा था। जल बोर्ड ने गांव की अधिकतर गलियों को सीवर लाइन डालने के लिए खोदा हुआ है। गांव की मुख्य सड़क पर जाम लगा हुआ था। कार भी जाम में फंसी थी, इस दौरान गांव के तीन युवक बाइक पर आए। वह कार से आगे निकलना चाहते थे, जब चालक को जगह मिली तो उसने बाइक वाले को जगह दे दी। आगे निकलकर बाइक सवार युवक रुक गए और कार चला रहे सुमित और अंदर बैठे ईशु (20) से गाली-गलौच करने लगे। इसके बाद तीनों युवकों ने मारपीट भी की, लेकिन गांव वालों ने मामले को शांत करवा दिया। आरोपितों ने माफी भी मांग ली। लेकिन सोमवार रात जीटीबी एंक्लेव से लौट रहे आरोपितों ने ईशु त्यागी को मंडोली चौक पर घेर लिया। आरोपितों ने पहले उसे पीटा, जब लोग उसे बचाने आए तो कुछ लोगों ने छतों से पथराव शुरू कर दिया। इसमें ईशु के सिर पर पत्थर लगे। विक्रांत त्यागी और अरुण मौके पर पहुंचे तो वह भी घायल हो गए। सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंचा और मामले को शांत करवाया। कुछ लोगों ने पथराव की वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर पोस्ट कर इसे सांप्रदायिक रंग देने का प्रयास किया, लेकिन पुलिस ने स्पष्ट कहा कि यह मामला सिर्फ रोडरेज का है।