दशहरा ग्राउंड में जलाया कोरोना रूपी रावण
नई दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) के पूर्व सदस्य व भाजपा नेता बीएस भाटी को मजदूरों की राजनीति ही भारी पड़ गई। वह जिदंगीभर एनडीएमसी में रहते हुए मजदूरों के मुद्दों की लड़ाई लड़ते रहे लेकिन मजदूर यूनियन ही उनके खिलाफ खड़ी हो गई। दरअसल बतौर एनडीएमसी के सदस्य भाटी को सरकारी आवास खान मार्केट के पास मिला था। उनका कार्यकाल पिछले सितंबर में ही खत्म हो गया था। इसके बाद नई परिषद का गठन होना था इसी बीच लॉकडाउन हो गया लेकिन लॉकडाउन खुलने के बाद एनडीएमसी की ही कर्मचारी यूनियन उनके खिलाफ सरकारी आवास को खाली न करने के मुद्दे को लेकर खड़ी हो गई। प्रशासन से सरकारी आवास को खाली न करने का मुद्दा तक उठा दिया। इसके बाद प्रशासन ने भाटी को आवास खाली करने के आदेश दे दिए हैं। अब उनके विरोधी इसे राजनीतिक मुद्दा बना उनके खिलाफ ही उपयोग कर रहे हैं।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
मुखर्जी नगर के दशहरा ग्राउंड में कोरोना संकट के चलते रावण दहन अनोखे अंदाज में किया गया। असल में इस बार दशहरा ग्राउंड में कोरोना रूपी रावण को जलाया गया। जब श्रीराम ने तीर के जरिये कोरोना रूपी रावण को मारा तो रावण का पुतला जल उठा। इस दौरान जय श्री राम के नारों से आयोजन स्थल गूंज उठा। दशहरा ग्राउंड के अंदर 100 लोगों को ही उपस्थित रहने की अनुमति मिली। वहां मौजूद लोगों ने इस दौरान यह कामना भी की जल्द से जल्द कोरोना खत्म हो और लोगों को इस बीमारी से निजात मिले।
बारी-बारी से मेघनाथ, कुंभकरण और फिर रावण का जब पुतला जला तो इसे देखने के लिए यहां से गुजरने वाले राहगीर रुक गए और आयोजन स्थल के बाहर से ही रावण दहन का नजारा देखने लगे।
बाल श्री रामलीला कमेटी के संयोजक अनिरुद्ध शर्मा ने बताया कि जिला प्रशासन से मंजूरी लेकर यह आयोजन किया था। प्रशासन ने 100 लोगों के ही प्रवेश की अनुमति दी थी। वहीं, कुर्सियों को दो गज दूरी के नियम के तहत दूर-दूर रखा गया था। साथ ही सभी कुर्सियों पर नंबर दे रखे थे। अतिथियों को भी तय नंबर की कुर्सी पर ही बैठना था। शर्मा ने बताया कि लोग घर बैठे इस आयोजन को देख सकें, इसके लिए इसका सीधा प्रसारण यूट्यूब और फेसबुक पर किया गया था।