रानी झांसी फ्लाईओवर शुरू, जाम से मिलेगी राहत
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : रानी झांसी फ्लाईओवर का आखिर मंगलवार को उद्घाटन हो ही गया।
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : रानी झांसी फ्लाईओवर का आखिर मंगलवार को उद्घाटन हो ही गया। केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन, हरदीप सिंह पुरी, विजय गोयल, उपराज्यपाल अनिल बैजल और महापौर आदेश गुप्ता समेत अन्य भाजपा नेताओं ने इसका उद्घाटन किया। दस साल दस दिन के बाद फ्लाईओवर के चालू हो जाने से रोजाना करीब पांच लाख वाहन चालकों को लाभ मिलेगा। वे अब जाम की समस्या से नहीं जूझेंगे।
उद्घाटन समारोह में केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि पिछले साल समीक्षा बैठक के दौरान उन्हें जानकारी मिली थी कि रानी झांसी फ्लाईओवर का काम काफी समय से रुका है, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए इसकी समीक्षा करके कार्य में तेजी लाई गई। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रोजेक्ट को पूरा करने लिए दृढ़ राजनीतिक इच्छाशक्ति व मजबूत नेतृत्व की आवश्यकता होती है।
स्थानीय सांसद व केंद्रीय मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि केंद्र केसहयोग के बिना यह परियोजना पूरी नहीं हो सकती थी। केंद्र सरकार के शहरी विकास फंड की मदद से परियोजना पूरी की गई। उन्होंने पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि वर्ष 2008 में आधारशिला रखे जाने से काफी पहले (वर्ष 1997 में) ग्रेट सेपरेटर बनाने का विचार आया था। रानी झासी ग्रेड सेपरेटर का निर्माण विभिन्न एजेंसियों, विभागों और स्थानीय लोगों के सहयोग की वजह से पूरा हो सका।
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने कहा कि 1.6 किलोमीटर लंबे इस फ्लाईओवर से रोजाना करीब 5 लाख राहगीर गुजरेंगे। लगातार निगरानी की वजह से यह फ्लाईओवर आज चालू हो पा रहा है। निगमायुक्त मधुप व्यास ने बताया कि इस परियोजना के तहत 400 कारों वाली बहुस्तरीय पार्किग (बहादुरगढ़ रोड पर पीएनबी से पुलिस बूथ तक, एचडीएफसी से कोठी मैम तक बनाई गई है। पांच आधुनिक शौचालय भी बनाए गए हैं। इस फ्लाईओवर का शिलान्यास पांच अक्टूबर 2008 को किया गया था। विजय गोयल ने कार्य की देरी होने पर की जांच की मांग
केंद्रीय मंत्री विजय गोयल ने परियोजना देर से पूरी होने पर जांच की मांग की है। गोयल ने कहा कि खुशी है कि यह फ्लाईओवर शुरू हो पा रहा है, लेकिन इसकी जांच होनी चाहिए कि किसकी लापरवाही से दो साल के प्रोजेक्ट को पूरा होने में 10 साल लग गए और 177 करोड़ के प्रोजेक्ट में 300 करोड़ क्यों लग गए? पुराने नेता भी हुए शामिल
रानी झांसी फ्लाईओवर एकीकृत निगम का महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट था, लेकिन वर्ष 2012 में निगम के बंटवारे के चलते यह प्रोजेक्ट उत्तरी दिल्ली नगर निगम के हिस्से में आ गया। इसलिए इस प्रोजेक्ट की शुरुआत में जिन अहम नेताओं का योगदान रहा, समारोह में उन्हें भी आमंत्रित किया गया था। इसमें तत्कालीन महापौर आरती मेहरा, निगम के नेता सुभाष आर्य भी मौजूद रहे।
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केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तरी दिल्ली नगर निगम ने यह परियोजना पूरी की। दिल्ली सरकार निगम के काम-काज में एक के बाद एक बाधा पैदा कर रही है। केजरीवाल से अपील है कि जन कल्याण के कार्यो में सहयोग करे और घटिया राजनीति बंद करे।
आदेश गुप्ता, महापौर, उत्तरी दिल्ली नगर निगम